गुरुवार, 13 अक्टूबर 2022

कानून व्यवस्था की स्थिति पर टिप्पणी, आलोचना 

कानून व्यवस्था की स्थिति पर टिप्पणी, आलोचना 

मिनाक्षी लोढी 

कोलकाता। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के सांसद सौगत राय ने बृहस्पतिवार को पश्चिम बंगाल की कानून व्यवस्था की स्थिति पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की टिप्पणी के लिए उनकी आलोचना की और दावा किया कि इस तरह की टिप्पणियां उनके पद के अनुरूप नहीं हैं। उपराष्ट्रपति चुने जाने से पहले धनखड़ लगभग तीन वर्षों तक पश्चिम बंगाल के राज्यपाल थे और उस दौरान उनका कई मौकों पर राज्य में कानून और व्यवस्था की स्थिति और अन्य मुद्दों को लेकर ममता बनर्जी सरकार के साथ टकराव हुआ।

धनखड़ ने बुधवार को नयी दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान याद किया कि 2021 में चुनाव के बाद की कथित हिंसा से संबंधित याचिकाओं पर कलकत्ता उच्च न्यायालय के एक आदेश पर गठित राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) की एक तथ्यान्वेषी समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि पश्चिम बंगाल में कानून का शासन नहीं, शासक का कानून है।

उपराष्ट्रपति ने एनएचआरसी के कार्यक्रम में कहा, राज्य में कानून का शासन नहीं, शासक का कानून मानवाधिकारों के लिए अभिशाप है। राय ने कहा कि धनखड़ का ऐसी आलोचना करना गलत है। उन्होंने कहा, धनखड़ की टिप्पणियां उनके पद के अनुरूप नहीं हैं। टीएमसी के वरिष्ठ सांसद ने कहा, उनकी इस तरह की टिप्पणी करना गलत है और हमने तब भी उनका विरोध किया था (जब धनखड़ राज्यपाल थे), जैसा कि अब हम करते हैं।

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