स्थानीय भाषाओं में शिक्षा प्रदान करने पर जोर नहीं
अकांशु उपाध्याय/इकबाल अंसारी
नई दिल्ली/सूरत। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को यहां कहा कि पिछली सरकारों ने स्थानीय भाषाओं में शिक्षा प्रदान करने पर जोर नहीं देकर देश को कमजोर करने की कोशिश की। यहां अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि राजभाषा हिंदी और अन्य भारतीय भाषाओं को लेकर अंग्रेजों ने जो भाषाई हीनता का वातावरण बनाया था, उसे समाप्त करना होगा।
उन्होंने कहा, पिछली सरकारों ने स्थानीय भाषाओं में शिक्षा प्रदान करने पर जोर नहीं देकर देश को कमजोर करने का काम किया लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैश्विक मंचों पर हिंदी में बोलना शुरू किया और उन्हें अंग्रेजी में बोलने वाले नेताओं से अधिक गंभीरता से सुना जाता है। शाह ने युवाओं से अपील की कि भाषा से संबंधित हीनता को भुलाकर अपनी मातृभाषा और राजभाषा हिंदी को स्वीकार करें। उन्होंने अभिभावकों से अपील की कि अपने बच्चों से मातृभाषा में बात करें। उन्होंने कहा, जब तक हमारे युवा अपनी मातृभाषा में बात नहीं करेंगे, वे समाज के सामने अपनी क्षमता प्रदर्शित नहीं कर सकते। मौलिक सोच की अभिव्यक्ति अपनी मातृभाषा के बजाय किसी अन्य भाषा में नहीं हो सकती।
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