'विश्वकर्मा जयंती’ का कार्यक्रम आयोजित: शामली
‘‘विश्वकर्मा जयन्ती का कार्यक्रम आयोजित’’
भानु प्रताप उपाध्याय
शामली। अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान से संबंधित सरस्वती विद्या मन्दिर इण्टर कॉलेज, शामली के सभागार में ‘‘विश्वकर्मा जयंती’’ का कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्था के प्रधानाचार्य आनन्द प्रसाद शर्मा ने की। कार्यक्रम का संचालन ब्रिजेश सैनी ने किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ सरस्वती वन्दना एवं भगवान विश्वकर्मा के चित्र के सम्मुख पुष्पार्चन से हुआ। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए आचार्य अक्षय कुमार ने कहा कि विश्वकर्मा पूजा दिवस भारत के अनेक प्रदेशों में आमतौर पर हर वर्ष 17 सितम्बर को मनाया जाता है।
यह उत्सव प्रायः कारखानों एवं औद्योगिक क्षेत्रों में मनाया जाता है। विश्वकर्मा भगवान को विश्व का निर्माता और देवताओं का वास्तुकार माना गया है। भगवान विश्वकर्मा ने द्वारका रूपी पवित्र नगर का निर्माण किया, जहाँ कृष्ण ने शासन किया। रावण की सोने की लंका भी भगवान विश्वकर्मा द्वारा निर्मित की गयी थी। इस दिन विश्वकर्मा जी की प्रतिमाएँ भी कार्यस्थल व कारखानों में स्थापित की जाती है। इसी दिन श्रमिक भी कारखानों में विभिन्न मशीनों के सुचारू संचालन के लिए भी प्रार्थना करते है। भगवान विश्वकर्मा नव निर्माण की ओर प्रेरित करते है, आओ मिलकर उन्हें नमन करें और भावी राष्ट्र निर्माण के लिए कार्य करें।
संस्था के प्रधानाचार्य आनन्द प्रसाद शर्मा ने भी अपने सम्बोधन में सभी छात्रों को भगवान विश्वकर्मा जयन्ती की शुभकामनाएं दी और उनके भांति नव निर्माण व नव सर्जनात्मक विचारों को अपने अन्दर समाहित करने का आवाह्न किया। इस अवसर पर मुख्य रूप से संस्था के उपप्रधानाचार्य मलूक चन्द, आचार्य अशोक सोम, पवन कुमार, नीटू कश्यप, पुष्पेन्द्र शर्मा, सुभाषचन्द, अरविन्द कुमार, योगेन्द्र कुमार, सोमदत्त आर्य, बिजेन्द्र कुमार, अंकित भार्गव, प्रमोद कुमार, मोहित कुमार, मुदित गर्ग, मधुबन शर्मा, आदि उपस्थित रहे।
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