लंपी रोग को राष्ट्रीय आपदा घोषित कराने की मांग
नरेश राघानी
जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधानसभा के सभी सदस्यों से राजनीतिक विचारधारा से हटकर गौवंश को बचाने के लिए आगे आने का आग्रह करते हुए कहा है कि सभी मिलकर केंद्र सरकार से इस रोग को राष्ट्रीय आपदा घोषित कराने की मांग करें, ताकि इस पर शीघ्र नियंत्रण पाया जा सके। गहलोत आज विधानसभा परिसर में मीडिया को बात करते हुए कहा कि राज्य सरकार लम्पी स्किन रोग से गौवंश की जान बचाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। रोग पर प्रभावी नियंत्रण के लिए सभी जिलों में आवश्यक संसाधन मुहैया करा दिए गए हैं। सरकार द्वारा गौवंश के लिए किसी भी तरह की कमी नहीं आने दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि रोग की गंभीरता को देखते हुए राज्य सरकार लगातार केंद्र सरकार से लंपी रोग को राष्ट्रीय आपदा घोषित किए जाने की मांग कर रही है और विधानसभा के सभी सदस्य राजनीतिक विचारधारा से हटकर गौवंश को बचाने के लिए आगे आए और सभी मिलकर केंद्र सरकार से इस रोग को राष्ट्रीय आपदा घोषित कराने की मांग करें, ताकि रोग पर जल्द से जल्द नियंत्रण पाया जा सके। गहलोत ने कहा कि रोग की रोकथाम के लिए आवश्यक वैक्सीन एवं दवाइयों की आपूर्ति सुनिश्चित करना केंद्र सरकार की अह्म जिम्मेदारी है। इसके लिए विपक्ष के सदस्यों को सहयोग करना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि लंपी स्किन रोग की रोकथाम के लिए गत 15 अगस्त को मुख्यमंत्री निवास पर सर्वदलीय बैठक बुलाकर विस्तृत चर्चा की गई थी।
इसमें विभिन्न पार्टियों के जनप्रतिनिधियों, धर्मगुरूओं, स्वयंसेवी संस्थाओं, गौशाला संचालकों, पशुपालकों और विशेषज्ञों आदि से लंपी रोग को लेकर चर्चा की। सभी ने एकराय में इसे गंभीर विषय बताया। इसलिए हम सभी को राजनीतिक मतभेदों को भुलाकर रोग को राष्ट्रीय आपदा घोषित किए जाने के प्रयास करने चाहिए। गहलोत ने कहा कि कोरोना महामारी के समय भी हमने लगातार वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से बैठकें कीं। सभी जनप्रतिनिधियों, धर्मगुरूओं, स्वयंसेवी संस्थाओं, भामाशाहों और आमजन आदि के सहयोग से सफलतापूर्वक कोरोना महामारी पर नियंत्रण भी किया जा सका। उन्होंने कहा कि अब एक बार फिर हम सभी को मिलकर गौवंश में फैल रहे लंपी स्किन रोग से गौवंश को बचाने के लिए कोशिश करनी होगी।
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