हमें ‘देश को बांटना’ बंद कर देना चाहिए: गोदरेज
अकांशु उपाध्याय/कविता गर्ग
नई दिल्ली/मुंबई। गोदरेज इंडस्ट्रीज के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक नादिर गोदरेज ने सरकार और उद्योग से विभाजनकारी गतिविधियों पर रोक के लिए अधिक प्रयास करने का अनुरोध करते हुए कहा है कि हमें ‘‘देश को बांटना’’ बंद कर देना चाहिए। गोदरेज समूह के प्रमुख ने एक कार्यक्रम में कहा कि हम आर्थिक मोर्चे पर अच्छा काम कर रहे हैं और वित्तीय समावेशन तथा शिक्षा जैसे कल्याणकारी कदम भी उठा रहे है लेकिन देश को एकजुट करने के लिए प्रयास करने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि देश को बांटना बंद कर देना चाहिए और इसे एकजुट करने का प्रयास करना चाहिए। यह जरूरी है और मुझे भरोसा है कि सरकार भी आर्थिक वृद्धि के लिए इसे जरूरी मानती है। हमें इस पर ध्यान देना चाहिए। गोदरेज से पूछा गया कि क्या उद्योग को भी इस बारे में कुछ करना चाहिए तो उन्होंने कहा कि बिलकुल, उद्योग को भी इसकी कोशिश करनी चाहिए और ज्यादा से ज्यादा समावेशी बनने का प्रयास करना चाहिए। सरकार को भी इस बारे में और काम करना चाहिए।
इशके पहले गदरेज ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि वह अभिव्यक्ति की और आजादी देखना चाहते हैं जहां सरकार के लंबे हाथ न पहुंच सकें और विरोधियों की आवाज नहीं दबा सकें। उन्होंने कहा, “हमारे विचार सांप्रदायिक नहीं, मानवतावादी होने चाहिए। कभी-कभी यह डर लगता है कि चीजें पटरी पर नहीं है और हम पिछड़ सकते हैं।” गोदरेज समूह के शीर्ष अधिकारी ने कहा कि हमें मजबूत संस्थानों की जरूरत है और इन्हें बनाने में लंबा समय लगता है लेकिन इनका दमन करने या इन्हें तोड़ने में वक्त नहीं लगता।
गोदरेज ने कहा कि कारोबारों को भी यह अहसास होना चाहिए कि लाभ कमाना ही एकमात्र लक्ष्य नहीं है बल्कि कुछ अच्छा करते हुए भी आप अपने लिए बेहतर कर सकते हैं। अर्थव्यवस्था के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि जीएसटी संग्रह से आशावादी संकेत मिले हैं। उन्होंने कहा कि जिसों के दाम कम हो रहे हैं और घरेलू मुद्रास्फीति भी कम होगी। गोदरेज ने कहा कि अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है और ऐसे संकेत हैं कि यह रफ्तार बनी रहेगी।
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