ईडी द्वारा भेजे गए नोटिस को 'उत्पीड़न' करार दिया
इकबाल अंसारी
तिरुवनंतपुरम। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के वरिष्ठ नेता थॉमस इसाक ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा उन्हें भेजे गए नोटिस को “उत्पीड़न” करार दिया है। इसाक को केआईआईएफबी में वित्तीय कारोबार में कथित अनियमितताओं की जांच के सिलसिले में पेश होने के लिए ईडी ने नोटिस जारी किया है। इससे पहले ईडी ने जुलाई के दूसरे हफ्ते में केरल के पूर्व मंत्री इसाक को नोटिस जारी कर 19 जुलाई को पेश होने को कहा था। लेकिन वह पेश नहीं हुए थे। वाम लोकतान्त्रिक मोर्चा (LDF) की पिछली सरकार में जब इसाक वित्त मंत्री थे तब केरल अवसंरचना निवेश कोष बोर्ड (KIIFB) के वित्तीय कारोबार में कथित तौर पर नियमों का उल्लंघन हुआ था। इसाक ने ईडी का नोटिस मिलने की पुष्टि करते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि इस बार ईडी ने उनसे पिछले 10 वर्षों में उनके बैंक खातों, संपत्ति, विदेश से मिली धनराशि और उनकी कंपनियों के बारे में विवरण मांगा है। उन्हें 11 अगस्त को ईडी के समक्ष पेश होने के लिये नोटिस भेजा गया है।
उन्होंने कहा कि वह अपने वकीलों से चर्चा करने के बाद एक-दो दिन में ईडी के नोटिस का जवाब देंगे। ईडी के सामने पेश होने को लेकर उसके नोटिस का विश्लेषण किए जाने के बाद ही फैसला लिया जाएगा। माकपा नेता ने यहां संवाददाताओं से कहा, “यह स्पष्ट रूप से उत्पीड़न का एक मामला है। मुझे नहीं पता कि उनका उद्देश्य क्या है, लेकिन यह उत्पीड़न है। नोटिस को चुनौती देने और ईडी के सामने पेश होने सहित आगे की कार्रवाई के बारे में कानूनी विशेषज्ञों और वकीलों से चर्चा करने के बाद निर्णय लिया जाएगा।” उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक ने कभी नहीं कहा कि केरल अवसंरचना निवेश कोष बोर्ड द्वारा विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के प्रावधानों का कोई उल्लंघन किया गया है।
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