स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अल्ट्रासाउंड मशीन सील की
अश्वनी उपाध्याय
गाजियाबाद। जनपद में अयोग्य चिकित्सकों द्वारा चिकित्सा परीक्षण जनता की जान का जोखिम बना हुआ है। छोटे-मोटे क्लीनिक की बात ना करें, नामचीन अस्पतालों में अयोग्य चिकित्सकों द्वारा चिकित्सा परीक्षण करना बड़े दुर्भाग्य की बात है। ऐसा ही एक मामला प्रताप विहार से संज्ञान में आया है। जानकारी के अनुसार, अतिरिक्त जिला अधिकारी गंभीर सिंह एवं नोडल अधिकारी डॉ चरण सिंह की उपस्थिति में सेक्टर 11 स्थित 'आलोक हॉस्पिटल' का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि योग्य चिकित्सक डॉक्टर अशोक कुमार को अल्ट्रासाउंड मशीन पर कार्य करने की अनुमति प्रदान की गई थी। परंतु डॉ अशोक कुमार का देहांत हो चुका है।
वहीं, विभागीय विधि अनुरूप प्रपत्र संख्या-F की कई महीने से रिपोर्ट नहीं भेजी जा रही थी। चिकित्सा अधिनियम विरुद्ध पाई गई अनियमितता एवं अल्ट्रासाउंड मशीन के दुरुपयोग को रोकने के लिए तत्काल अल्ट्रासाउंड मशीन को सील कर दिया गया है। नोडल अधिकारी का कहना है कि जनता के स्वास्थ्य से खिलवाड़ और लापरवाही किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यदि कहीं ऐसा कुछ पाया जाएगा, तो निश्चित रूप से प्रावधानिक कार्रवाई की जाएगी।
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