ट्विटर को भारत के 'कानून' का पालन करना चाहिए
अकांशु उपाध्याय/अखिलेश पांडेय
नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। टेस्ला के सीईओ एलन मस्क के ट्विटर के अधिग्रहण की डील खत्म करने के बाद कोर्ट केस का सामना करना पड़ रहा है। इस बीच, एलन मस्क ने कहा कि ट्विटर बॉट अकाउंट की जानकारी नहीं दे रहा है। इस बीच, एलन मस्क ने भारत सरकार की ट्विटर के साथ चल रही तनातनी पर पहली बार बयान दिया है। उन्होंने कहा, कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर ने भारत सरकार के खिलाफ चल रहे मुकदमे का खुलासा नहीं किया। ट्विटर को भारत के लोकल कानून का पालन करना चाहिए।
जान लें, कि पिछले साल भारत के आईटी मंत्रालय ने सोशल मीडिया पोस्ट की जांच करने, सूचना की पहचान करने और इसका अनुपालन नहीं करने वाली कंपनियों के खिलाफ केस चलाने की अनुमति देने के लिए कुछ नियम लागू किए थे। एलन मस्क ने कहा कि भारत सरकार के खिलाफ जाकर ट्विटर ने तीसरे सबसे बड़े मार्केट को खतरे में डाल दिया।गौरतलब है, कि इससे पहले गुरुवार को ट्विटर ने डेलावेयर कोर्ट में दाखिल टेस्ला सीईओ एलन मस्क के उस दावे से इनकार कर दिया, जिसमें मस्क ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की खरीद में धोखाधड़ी की बात कही थी। ट्विटर की तरफ से कोर्ट में कहा गया कि उनके ऊपर लगे आरोप बेबुनियाद हैं।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की तरफ से कहा गया कि एलन मस्क के पास डील के बारे में पर्याप्त जानकारी थी। हालांकि, एलन मस्क ने ये भी कहा था कि भारत सरकार की तरफ से ट्विटर के खिलाफ केस की जानकारी उनसे छिपाई गई। वहीं, दूसरी तरफ ट्विटर ने ये कहा कि उन्होंने आईटी एक्ट की धारा 69 ए के तहत भारत सरकार के उस ऑर्डर को चैलेंज किया है, जिसमें उनकी तरफ से कुछ कंटेंट और अकाउंट के खिलाफ एक्शन लेने की बात कही गई थी। इसके अलावा ट्विटर से कुछ नेताओं, एक्टिविस्ट और अन्य लोगों के अकाउंट पोस्ट हटाने के लिए कहा गया था।
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