तहसीलदार को मध्यावधि प्रतिकूल प्रविष्टि देने का निर्देश
हरिशंकर त्रिपाठी
देवरिया। जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने राजस्व विभाग के जून माह के कामों की मासिक प्रगति समीक्षा रिपोर्ट में लापरवाही मिलने पर तहसीलदार रुद्रपुर अभयराज को विशेष मध्यावधि प्रतिकूल प्रविष्टि देने का निर्देश दिया। जिला प्रशासन के प्रवक्ता ने गुरुवार को बताया कि कल समीक्षा बैठक में वित्तीय वर्ष 2022-23 में जिले की चारों तहसीलों में जून माह तक एक भी पट्टे का आवंटन न होने पर मुख्य राजस्व अधिकारी से गहरी नाराज़गी व्यक्त करते हुए स्पष्टीकरण तलब किया है। उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी ने राजस्व वादों के बड़ी संख्या में लंबित रहने पर गहरा असंतोष व्यक्त किया। जिलाधिकारी ने कहा कि आमजन राहत की आस में राजस्व कोर्ट में अर्जी देता है। उसे समय से न्याय उपलब्ध कराना चाहिए। समीक्षा में जून माह तक जनपद स्तरीय राजस्व न्यायालयों में कुल 3563 वाद लंबित मिले, जिसमें से 911 वाद 5 वर्ष से अधिक पुराने हैं। उन्होंने कहा कि यदि किसी राजस्व अदालत से कोई मामला किसी अन्य अदालत में स्थानांतरित हो तो उसकी पत्रावली पर अगली सुनवाई की तिथि अवश्य लिखी जाए। जिससे न्यायालयों के आदेश की निरंतरता बनी रहे। इस दौरान जिलाधिकारी ने तहसीलदार भाटपाररानी चंद्रशेखर वर्मा द्वारा बताए गए निस्तारित वादों की संख्या एवं पोर्टल पर अंकित वादों की संख्या में अंतर मिलने पर उन्हें स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने वित्तीय वर्ष 2022-23 में अभी तक रुद्रपुर, बरहज, सलेमपुर और भाटपाररानी में कृषि भूमि, आवास, मत्स्य पालन, कुम्हारी कला एवं वृक्षारोपण हेतु एक भी पट्टे का आवंटन न होने पर उन्होंने मुख्य राजस्व अधिकारी अमृत लाल बिंद से स्पष्टीकरण तलब किया है। राजस्व वसूली में गत वर्ष की तुलना में आई गिरावट पर उन्होंने समस्त एसडीएम को वसूली प्रक्रिया तेज करने का निर्देश दिया। जून 2021 की तुलना में जून 2022 में 20 प्रतिशत कम राजस्व की वसूली दर्ज की गई है।
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