सावन का पहला प्रदोष व्रत, नियमों का पालन जरूरी
सरस्वती उपाध्याय
सावन का पहला प्रदोष व्रत 25 जुलाई 2022 को है। इस दिन सावन का दूसरा सोमवार भी है। दोनों ही तिथि शिव पूजा के लिए बहुत शुभ मानी जाती है। इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग बनेगा। ज्योतिष के अनुसार जो लोग प्रदोष व्रत की शुरुआत करना चाहते हैं, वो इस संयोग में शुरू कर सकते है। मान्यता है कि इस व्रत में शिव जी और मां पार्वती की आराधना करने से सारे दुख दूर हो जाते हैं। प्रदोष व्रत के नियमों का पालन करना बहुत जरूरी है। आइए जानते हैं, इस दिन व्रत में क्या खाएं और क्या न खाएं ?
सावन सोम प्रदोष व्रत 2022 पूजा मुहूर्त...
सावन त्रयोदशी तिथि आरंभ- 25 जुलाई 2022 शाम 04:15 से
सावन त्रयोदशी तिथि समाप्त- 26 जुलाई 2022 शाम 06:4 तक
पूजा के लिए शुभ मुहूर्त- 25 जुलाई 2022 शाम 07:17 से रात्रि 09:21 तक
सोम प्रदोष व्रत में क्या न खाएं...
सोम प्रदोष व्रत के दिन व्रतधारी को पूजा का फल तभी मिलता है जब वो नियमों का पालन करे। ऐसे में इस दिन अन्न, चावल, लाल मिर्च और सादा नमक न खाएं।
सोम प्रदोष व्रत में क्या खाएं...
प्रदोष व्रत में शिव जी की पूजा सायं काल में की जाती है। ऐसे में स्नान के बाद पूजा कर व्रत का संकल्प लें और फिर दूध ग्रहण कर सकते हैं।
जो जातक शारीरिक तौर पर कमजोर हैं, वो खुद को हाइड्रेट रखें साथ ही फलों का सेवन करें। दिन में एक समय ही फलाहार करें।
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