एजेंसियों की कार्रवाई को 'तानाशाही' रवैया करार दिया
विमलेश यादव
चेन्नई। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने पत्रकारों की गिरफ्तारी और विपक्षी नेताओं के खिलाफ केंद्रीय जांच एजेंसियों की कार्रवाई को 'तानाशाही' रवैया करार देते हुए शनिवार को कहा कि यह देश के स्वतंत्रता सेनानियों को धोखा देने जैसा है।स्टालिन ने कहा कि एक भाषा, एक आस्था और एक संस्कृति को ‘थोपने’ की कोशिश करने वाले देश के ‘दुश्मन’ हैं और भारत में ऐसी ‘बुरी ताकतों’ के लिए कोई जगह नहीं है।
स्टालिन ने चेन्नई से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये केरल के त्रिशूर में आयोजित ‘इंडिया@ 75 मनोरमा न्यूज कॉन्क्लेव 2022’ को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने हाल ही में 27 सांसदों के निलंबन पर चिंता जताते हुए आरोप लगाया कि चुने हुए प्रतिनिधियों को अभिव्यक्ति के अधिकार से वंचित किया जा रहा है।
स्टालिन ने केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन की तारीफ करते हुए कहा कि तमिलनाडु में द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के बीच गठबंधन ‘वैचारिक’ था, न कि केवल चुनावी गठजोड़। उन्होंने कहा, “आजादी के बाद निर्मित संविधान में प्रदत्त अधिकारों को छीनना गलत है। ये अधिकारी बहुत संघर्ष के बाद सुनिश्चित किए गए थे। मेरी राय है कि यह स्वतंत्रता सेनानियों के साथ विश्वासघात करने जैसा है।”
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