सोमवार, 6 जून 2022

सबसे पौष्टिक जड़ी-बूटी, सबसे अधिक महंगी

सबसे पौष्टिक जड़ी-बूटी, सबसे अधिक महंगी

डॉक्टर सुभाषचंद्र गहलोत 
टोक्यो/सिडनी/बर्लिन/वाशिंगटन डीसी। आयुर्वेद में हजारों वर्षों से जिनसेंग का नाम काफी चलन में है। यह एक औषधीय पौधा है। कुछ संस्कृतियों द्वारा जिनसेंग को विश्व की सबसे पौष्टिक जड़ी-बूटी माना गया है, इसी कारण यह सबसे अधिक मंहगी है। इसका वानस्पतिक नाम अँक्स जिनसेंग या साइबेरियन जिनसेंग या एल्युटेरॉकोकस है। इस पौधे की जड़ों का आकार मनुष्य के शरीर से मिलता-जुलता है।
बताया जाता है कि यह औषधि इतनी कारगर और अचूक है कि आज इसे करीब करोड़ों लोग नियमित रूप से इस्तेमाल करते हैं। इसमें शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने व फ्लू जैसे कई संक्रमणों से मुकाबला करने की अद्भुत क्षमता पाई जाती है।जिनसेंग 3000 ईसा पूर्व से अपने औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है। इसे पहली बार 1610 ई में किसी डच व्यापारी द्वारा यूरोप ले जाया गया था। जिनसेंग को एक महान अनुकूलक (ग्रेट एडॉप्टर) का दर्जा प्राप्त है, जिसका मतलब है कि यह शरीर के कार्यों को अधिक तनाव के बाद पुनः सामान्य करता है, जो जिनसेंग के सकारात्मक तरीके से नर्वस तथा हारमोनल सिस्टम में काम करने से होता है।
रूसी डॉक्टर ब्रेखम के अनुसार जिनसेंग शरीर के लिए निम्न कार्यों में उपयोगी है।
• कमजोर एवं बीमार व्यक्तियों में शारीरिक तथा मानसिक क्रियाओं को उत्प्रेरित करता है।
• मनुष्य की शारीरिक थकान में जिनसेंग अत्यधिक असरकारक होती है।
• शरीर के सम्पूर्ण इन्डोक्राइन सिस्टम को सुचारु रूप से क्रियान्वित करता है, विशेषकर हाइपोफिसिस, सुप्रारीनल और सेक्सुअल ग्लैन्ड।
• दिमाग के नर्वस सेल्स को उत्प्रेरित करता है, जिससे कुछ नर्वस समस्याओं जैसे साइकोसोमैटिक डिस्टर्बन्सेज इत्यादि के अलावा बुद्धिमत्ता में सुधार आता है।
• नेशनल कैंसर रिसर्च इन्स्टीट्यूट, मैरीलैन्ड के अनुसार काँटेदार जिनसेंग में पाया जाने वाला इल्युथेरोकोकस कैंसर के उपचार में मददगार साबित हुआ है।
• ऑस्ट्रेलिया में इसका प्रयोग हार्ट से सम्बंधित बीमारियों तथा हाई ब्लड प्रेशर को कन्ट्रोल करने के लिए किया जाता है।
• जर्मनी में प्रतिदिन लगभग दस लाख कप जिनसेंग का प्रयोग होता है। यह दिमाग को तेज करता है और सेडेटिव का काम करता है।
• यह लाल एवं सफेद रक्त कोषिकाओं की उत्पत्ति को बढ़ाता है और खून में कोलेस्ट्रॉल लेबल को कम करता है।
• पाचन प्रक्रिया में यह पाचन के लिए आवश्यक जूसेज बनाता है तथा सेक्सुअल एक्टीविटी को बढ़ाता है।
• जापान की ओसाका यूनिवर्सिटी ने यह खोजा है कि जिनसेंग याददाश्त को बढ़ाता है, खून के संचार को बढ़ाता है, मेटाबॉलिजम को सुचारु बनाता है, नर्वस सिस्टम का पुनर्निर्माण करता है, खून में ग्लूकोज के लेबल को सामान्य करता है और आदमियों की प्रजनन शक्ति को बढ़ाता है।
साइबेरियन जिनसेंग तथा गिंग्को बाइलोबा का कॉम्बीनेशन सबसे अधिक एनर्जाइजिंग तथा वाइटलाइजिंग उत्पाद माना जाता है, क्योंकि दोनों ही दिमाग एवं नर्वस क्रियाओं को उत्प्रेरित करते हैं और मसल को अतिआवश्यक एनर्जी प्रदान करते हैं।
साइबेरियन जिनसेंग और गिंग्को बाइलोबा के कॉम्बीनेशन को विश्व प्रसिद्ध एडॉप्टोजेनिक हर्ब माना जाता है। ये दोनों एक साथ समन्वय बनाकर शरीर को पूरी तरह से शक्तिवर्धक बना देते हैं।
गिंग्को बाइलोबा दिमाग के चारों ओर तथा हाँथ एवं पाँवों में खून संचार बढ़ाने के लिए विश्व विख्यात है।

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