आयुर्वेद: चाय के साथ गुड़ मिलाकर नहीं पीना चाहिए
सरस्वती उपाध्याय
आज के समय में स्वस्थ रहना हर किसी का मंत्र बन गया है। फिट रहने के लिए लोग जिम से लेकर डांस क्लासेस तक ज्वॉइन कर रहे हैं। साथ में अपनी डाइट का भी खूब ख्याल रख रहे हैं। पिछले कुछ समय में फिटनेस फ्रीक लोगों में चीनी की जगह गुड़ और शहद जैसे स्वस्थ विकल्पों को अपनाते देखा गया है। अब लोग अपने दिन की शुरुआत गुड़ वाली चाय से करना पसंद करते हैं।
खासतौर से सर्दी के दिनों में चाय में शक्कर की बजाय गुड़ डालना बहुत फायदेमंद होता है। लेकिन आयुर्वेद की मानें, तो यह एक दोषपूर्ण संयोजन है। चाय के साथ गुड़ मिलाकर नहीं पीना चाहिए।
चाय में शक्कर की बजाय गुड़ डालना क्यों है गलत ?
पाचन हो सकता है खराब...
प्राचीन चिकित्सा पद्धति कहती है कि खराब फूड कॉम्बिनेशन खराब अग्रि या खराब पाचन का कारण बन सकता है। कहने को गुड़ खाने के कई फायदे हैं। यह विटामिन, फॉस्फोरस, आयरन, मैग्नीशियम और पोटेशियम जैसे पोषक तत्वों से भरपूर है, लेकिन दूध के साथ मिलकर इसका कॉम्बिनेशन आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो जाता है।
गलत कॉम्बिनेशन बन सकता है अमा का कारण
आयुर्वेद के अनुसार, खाद्य पदार्थों का गलत संयोजन अमा का कारण बन सकता है। बता दें कि आयुर्वेद में हर भोजन का अपना खास गुण, शक्ति , स्वाद होता है। डॉ. राधामणि कहती हैं कि दूध गर्म और गुड़ ठंडा होता है। जब आप किसी गर्म भोजन को ठंडे के साथ मिलाते हैं, तो वीर्य के अंतर के कारण इसे असंगत कहा जाता है।
चाय में चीनी की जगह मिलाएं मिश्री
जो लोग अपनी चाय को मीठा करने के लिए आर्टिफिशियल स्वीटनर की तलाश में हैं, उनके लिए आयुर्वेदिक विशेषज्ञ मिश्री या रॉक शुगर का सेवन करने की सलाह देती हैं। क्योंकि मिश्री दूध की तरह ही ठंडी होती है, इससे वीर्य में कोई अंतर नहीं आता।
बचें खराब फूड कॉम्बिनेशन से
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