लोगों की भावनाएं भड़काने की अनुमति नहीं
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ विवादित टिप्पणी मामलें में दिल्ली पुलिस से तथ्यात्मक रिपोर्ट तलब की है और कहा है कि किसी को भी लोगों की भावनाएं भड़काने की अनुमति नहीं मिलनी चाहिए। आयोग के अध्यक्ष इकबाल सिंह लालपुरा के अनुसार, आयोग की ओर से आठ जून को दिल्ली के पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना को पत्र भेजकर नुपुर शर्मा की टिप्पणी को लेकर तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी गई है।
उन्होंने शुक्रवार को कहा, ‘‘पुलिस से 22 जून तक रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है। रिपोर्ट आने के बाद हम आगे कदम उठाएंगे।’’ लालपुरा ने कहा, ‘‘सबको संयम रखना चाहिए। सबको एक दूसरे की भावनाओं का सम्मान करना चाहिए…किसी को भी लोगों की भावनाएं भड़काने की अनुमति नहीं मिलनी चाहिए।’’ उनका कहना है, ‘‘देश की 135 करोड़ की आबादी है। एकाध प्रतिशत हर समाज में अपराधी किस्म के लोग होते हैं।
ऐसा आज से नहीं है, बल्कि शुरू से है। एक व्यक्ति या 10 व्यक्ति के काम को समूचे देश या पूरे समाज का काम नहीं बोल सकते।’’ यह पूछे जाने पर कि क्या नुपुर शर्मा और नवीन जिंदल के खिलाफ अब तक की कार्रवाई से आयोग संतुष्ट है, उन्होंने कहा, ‘‘पार्टी (भाजपा) ने अपना काम किया। उन्होंने निलंबन और निष्कासन की कार्रवाई की है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।’’ भाजपा ने गत रविवार को अपनी राष्ट्रीय प्रवक्ता नुपुर शर्मा को निलंबित कर दिया था और अपनी दिल्ली इकाई के मीडिया प्रमुख नवीन कुमार जिंदल को निष्कासित कर दिया था। पैगंबर मोहम्मद पर दोनों नेताओं की कथित अपमानजनक टिप्पणी को लेकर कुछ मुस्लिम देशों ने कड़ी आपत्ति जताई है।
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