वाहनों की मियाद को लेकर टिकैत ने ट्वीट किया
मुजफ्फरनगर। वाहनों की मियाद को लेकर भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौ. राकेश टिकैत ने ट्वीट किया है। उन्होंने कहा कि किसानों के ट्रैक्टर की तुलना अन्य वाहनों से करना बेमानी है, बल्कि वाहनों के संचालन में किलोमीटर के हिसाब से मियाद तय होनी चाहिए। उनके ट्वीट पर बड़ी संख्या में किसान और किसान नेताओं ने कमेंट किए हैं।चौ. राकेश टिकैत ने ट्वीट में कहा कि पुराने वाहनों को लेकर एनजीटी के आदेशों की समीक्षा होनी चाहिए। 10 साल में एक रोडवेज बस की तुलना स्कूली बस से और अन्य वाहनों की तुलना जज-डाक्टर के वाहन से व ट्रैक्टर से करना बेमानी है।
चौ. टिकैत ने बताया कि किसान अपने ट्रैक्टर को केवल कृषि भूमि के लिए प्रयोग करता है। 10-15 सालों में ट्रैक्टर अच्छी स्थिति में रहता है। जबकि इतने समय में माल ढोने वाले या ट्रैक्सी के तौर पर चलने वाली गाड़ी और रोडवेज बसें खटारा हो जाती हैं। जज और डाक्टरों के वाहन भी काफी कम चलते हैं।
चौ. टिकैत ने बताया कि किसान अपने ट्रैक्टर को केवल कृषि भूमि के लिए प्रयोग करता है। 10-15 सालों में ट्रैक्टर अच्छी स्थिति में रहता है। जबकि इतने समय में माल ढोने वाले या ट्रैक्सी के तौर पर चलने वाली गाड़ी और रोडवेज बसें खटारा हो जाती हैं। जज और डाक्टरों के वाहन भी काफी कम चलते हैं।
किसानों का उत्पीड़न नहीं होगा बर्दाश्त...
मंसूरपुर में भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) कार्यकर्ताओं ने सोहंजनी तगान गांव स्थित युवा ग्राम अध्यक्ष शुभम त्यागी के आवास पर बैठक आहूत की, जिसमें जिला महामंत्री अक्षु त्यागी ने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों का उत्पीड़न करने पर लगी हुई है। सरकार ने किसानों के नलकूपों पर विद्युत मीटर लगाने के निर्देश दिए हैं, यह गलत निर्णय है। भारतीय किसान यूनियन इसका विरोध करेगी। बैठक में ग्राम अध्यक्ष गौरव त्यागी, उमेश त्यागी, जानी त्यागी, मोहित त्यागी, सुशील त्यागी, दिव्यम त्यागी व विकास त्यागी आदि शामिल रहे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
Thank you, for a message universal express.