अवैध कब्जा, जांच पर लेखपाल के साथ मारपीट
भानु प्रताप उपाध्याय शामली। कैराना में बंजर भूमि पर अवैध कब्जा करने की शिकायत पर जांच करने पहुंचे लेखपाल के साथ कब्जाधारियों ने मारपीट कर दी। आरोपितों ने सरकारी कागजात भी फाड़ दिए। मामले में आठ लोगों के विरूद्ध मुकदमा दर्ज कराया गया है। तहसील मुख्यालय पर कार्यरत लेखपाल अजीत पंवार ने कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है। लेखपाल के मुताबिक, गैर अहतमाल बसेड़ा गांव में बंजर की भूमि पर अवैध कब्जा करने की शिकायत हुई थी, जिस पर वह 27 अप्रैल को मौके पर जांच करने पहुंचे थे।आरोप है कि मौके पर कब्जाधारियों ने उनके साथ अभद्रता और मारपीट की। इसके अलावा सरकारी कागजात फाड़ दिए। उन्हें मौके पर सरकारी कार्य नहीं करने दिया गया। मामले में कुर्बान, नाजिम, जिंदा, इमरान, अरशद, नवाज, मेहरदीन व जाकिर निवासीगण गांव राणामाजरा थाना सनौली जनपद पानीपत हरियाणा को नामजद कराया गया है। पुलिस ने संबंधित धारओं में मामला दर्ज करने के पश्चात अग्रिम कार्रवाई शुरू कर दी है। — डेढ़ माह पूर्व भी लेखपाल पहूंचे थे पैमाइश पर गांव बसेड़ा निवासी किसान अलिनवाज की शिकायत पर पैमाइश के लिए लेखपाल अजित पंवार पहुंचे थे। उन्होंने वहां 683 खसरा नम्बर में पांच बीघे बंजर भूमि की पैमाइस के लिए किसानों को खाली करने के लिए अवगत कराया था। उस दौरान उस पर पानी भरने के कारण टीम वापस लौट आई थी।
यमुना के दूसरी ओर स्थित भूमि पर हुई मारपीट किसान की ओर से की शिकायत पर गई। जिसमें यमुना पार कर गई लेखपाल की टीम के साथ बसेड़ा गांव के रकबे पर लेखपाल अजित पंवार व उनके सहयोगी के साथ गाली-गलौज करने लगे। लेखपाल ने समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह नहीं माने। वहां मौजूद पांच लोगों ने उनके साथ हाथापाई शुरू कर सरकारी कागजात फाड़ दिए गए। लेखपाल ने कोतवाली में तैनात हल्का इंचार्ज को सूचना दी। इस दौरान और अन्य तीस चालीस लोग वहां पहुंचने लगे। लेखपाल किसी तरह अपनी जान बचाकर भागे।आरोप है कि मौके पर कब्जाधारियों ने उनके साथ अभद्रता और मारपीट की। इसके अलावा सरकारी कागजात फाड़ दिए। उन्हें मौके पर सरकारी कार्य नहीं करने दिया गया। मामले में कुर्बान, नाजिम, जिंदा, इमरान, अरशद, नवाज, मेहरदीन व जाकिर निवासीगण गांव राणामाजरा थाना सनौली जनपद पानीपत हरियाणा को नामजद कराया गया है। पुलिस ने संबंधित धारओं में मामला दर्ज करने के पश्चात अग्रिम कार्रवाई शुरू कर दी है। — डेढ़ माह पूर्व भी लेखपाल पहूंचे थे पैमाइश पर गांव बसेड़ा निवासी किसान अलिनवाज की शिकायत पर पैमाइश के लिए लेखपाल अजित पंवार पहुंचे थे। उन्होंने वहां 683 खसरा नम्बर में पांच बीघे बंजर भूमि की पैमाइस के लिए किसानों को खाली करने के लिए अवगत कराया था। उस दौरान उस पर पानी भरने के कारण टीम वापस लौट आई थी।यमुना के दूसरी ओर स्थित भूमि पर हुई मारपीट किसान की ओर से की शिकायत पर गई। जिसमें यमुना पार कर गई लेखपाल की टीम के साथ बसेड़ा गांव के रकबे पर लेखपाल अजित पंवार व उनके सहयोगी के साथ गाली-गलौज करने लगे। लेखपाल ने समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह नहीं माने। वहां मौजूद पांच लोगों ने उनके साथ हाथापाई शुरू कर सरकारी कागजात फाड़ दिए गए। लेखपाल ने कोतवाली में तैनात हल्का इंचार्ज को सूचना दी। इस दौरान और अन्य तीस चालीस लोग वहां पहुंचने लगे। लेखपाल किसी तरह अपनी जान बचाकर भागे।
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