बम ने जहाज को बीच से दो टुकड़े में तोड़ दिया
अखिलेश पांडेय
वॉशिंगटन डीसी। यूक्रेन पर रूस के हमले के बीच अमेरिका की वायुसेना ने युद्धपोतों को तबाह करने वाले नए स्मार्ट बम का परीक्षण किया है। यूएस एयरफोर्स ने एक वीडियो जारी करके दिखाया है कि किस तरह से 900 किलो के नए GBU-31/B ज्वाइंट डायरेक्ट अटैक बम ने एक जहाज को बीच से दो टुकड़े में तोड़ दिया। इस बम नए बम को ‘क्विकसिंक’ प्रोग्राम के तहत बनाया गया है। इस बम का परीक्षण मैक्सिको की खाड़ी में किया गया है।
इस वीडियो में नजर आ रहा है कि अज्ञात जहाज पानी के अंदर हिल रहा है और संभवत: धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा है। अमेरिकी एयरफोर्स की शोध प्रयोगशाला इस ‘क्विक सिंक’ प्रोग्राम को चला रही है। प्रयोगशाला ने द वार जोन को बताया कि यह जहाज एक पुराना कार्गोशिप था लेकिन उसके बारे में और ज्यादा डिटेल नहीं दिया। इस जहाज पर एक अमेरिकी वायुसेना अपने 900 किलो के GBU-31/B बम को गिराती है। बम के गिरते ही समुद्र में भूचाल सा आ जाता है और जलस्तर काफी बढ़ जाता है।
हर मौसम में सटीक हमला करने में सक्षम।
इस बम का असर इतना जोरदार होता है कि जहाज दो टुकड़े में बंट जाता है और देखते ही देखते तेजी से डूब जाता है। यूएस एयरफोर्स ने इस अभ्यास के दौरान पर्यावरण का ध्यान रखा। इस जहाज पर जब बम गिरता है तो ऐसा लगता है कि यह जहाज पर किसी भारी टारपीडो ने हमला किया। अमेरिकी वायुसेना ने पिछले साल सार्वजनिक रूप से क्विक सिंक प्रोग्राम का ऐलान किया था। अमेरिकी वायुसेना चाहती थी कि उसे ऐसा बम मिले जिसमें टारपीडो की तरह से युद्धपोत को डूबोने की ताकत हो।
रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका का क्विकसिंक बम एक मोडिफाइड GBU-31/B बम है जो जीपीएस से लैस है। इस बम अगले हिस्से पर एक सीकर लगा है जो उसे लक्ष्य की पहचान करने में मदद करता है। यह सीकर उसे हर मौसम में सटीक हमला करने में मदद करता है। इस बम की प्रभावी मारक क्षमता 24 किमी है। माना जा रहा है कि जब दुश्मन का एयर डिफेंस सिस्टम तबाह हो जाएगा तब इस बम का इस्तेमाल अमेरिकी वायुसेना दुश्मन के युद्धपोत को डूबोने के लिए करेगी।
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