एमेज़ॉन, भारतीय निर्यात दोगुना करने की प्रतिज्ञा
पंकज कपूर देहरादून। एमेज़ॉन ने एक्सपोट्र्स डाइजेस्ट 2022 का अनावरण करते हुए घोषणा की। कि एमेज़ॉन ग्लोबल सेलिंग प्रोग्राम पर भारतीय निर्यातक द्वारा कुल निर्यात 5 बिलियन डॉलर के जादुई आंकड़े को पार करने की राह पर है। शुरुआत में 1 बिलियन डॉलर के लक्ष्य को हासिल करने में लगभग 3 साल लगे। परंतु 2 बिलियन डॉलर का लक्ष्य मात्र 17 महीनों में पूर्ण हुआ है। यह कार्यक्रम देश भर में हर आकार के व्यवसायों के बीच उल्लेखनीय रूप से अपनाया जा रहा है और 2015 में इसके लॉन्च होने के बाद से 1 लाख से अधिक निर्यातक इस कार्यक्रम से जुड़ चुके हैं। ये निर्यातक दुनिया भर में यूएसए, यूके, यूएई, कनाडा, मैक्सिको, जर्मनी, इटली, फ्रांस, स्पेन, नीदरलैंड, तुर्की, ब्राजील, जापान, ऑस्ट्रेलिया और सिंगापुर जैसे देशों में एमेजॉन की 18 अंतर्राष्ट्रीय वेबसाइटों के माध्यम से ग्राहकों को लाखों मेड इन इंडिया उत्पादों का प्रदर्शन एवं बिक्री कर रहे हैं। इस कार्यक्रम के विकास से उत्साहित होकर, एमेज़ॉन निर्यात को दोगुना करने की प्रतिज्ञा दोहराते हुए 2025 तक भारत को 20 बिलियन डॉलर के निर्यात में सक्षम करेगा।
इस अवसर पर बोलते हुए नारायण राणे यूनियन मिनिस्टर ऑफ़ माइक्रो स्मॉल एंड मीडियम एंटरप्राइजेज (एमएसएमई) ने कहा एमएसएमई भारत की अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं जो भारत के सकल घरेलू उत्पाद में लगभग एक तिहाई का योगदान करते हैं एवं देश के लगभग आधे निर्यात में एमएसएमई का योगदान है भारतीय एमएसएमई की निर्यात क्षमता को बढ़ाना एक प्रमुख सरकारी प्राथमिकता है और भारतीय एमएसएमई को अंतरराष्ट्रीय बाजारों में उनकी सफलता के लिए समर्थन देने के प्रयास किए जा रहे हैं एमएसएमई निर्यात की हिस्सेदारी बढ़ाने की दिशा में एमेज़ॉन के निरंतर प्रयास सराहनीय हैं और 2025 तक 20 बिलियन डॉलर के निर्यात को सक्षम करने की उनकी प्रतिबद्धता समयानुरूप है मैं एमेज़ॉन और सभी एमएसएमई को आत्मानिर्भर भारत के दृष्टिकोण को साकार करने में मदद करने के लिए निर्यात-आधारित विकास को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए बधाई देना चाहता हूं।
इस अवसर पर बोलते हुए नारायण राणे यूनियन मिनिस्टर ऑफ़ माइक्रो स्मॉल एंड मीडियम एंटरप्राइजेज (एमएसएमई) ने कहा एमएसएमई भारत की अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं जो भारत के सकल घरेलू उत्पाद में लगभग एक तिहाई का योगदान करते हैं एवं देश के लगभग आधे निर्यात में एमएसएमई का योगदान है भारतीय एमएसएमई की निर्यात क्षमता को बढ़ाना एक प्रमुख सरकारी प्राथमिकता है और भारतीय एमएसएमई को अंतरराष्ट्रीय बाजारों में उनकी सफलता के लिए समर्थन देने के प्रयास किए जा रहे हैं एमएसएमई निर्यात की हिस्सेदारी बढ़ाने की दिशा में एमेज़ॉन के निरंतर प्रयास सराहनीय हैं और 2025 तक 20 बिलियन डॉलर के निर्यात को सक्षम करने की उनकी प्रतिबद्धता समयानुरूप है मैं एमेज़ॉन और सभी एमएसएमई को आत्मानिर्भर भारत के दृष्टिकोण को साकार करने में मदद करने के लिए निर्यात-आधारित विकास को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए बधाई देना चाहता हूं।
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