फर्रुखनगर में 8 नए सेक्टर विकसित कियें जाएंगे
राणा ओबरॉय
फर्रुखाबाद। गुरुग्राम से 28 किलोमीटर दूर फर्रुखनगर में आठ नए सेक्टर विकसित होंगे। हरियाणा सरकार ने प्रारूप विकास योजना (मास्टर डेवलपमेंट प्लान) 2031 के लिए 18 मई को अधिसूचना जारी कर दी है। नगर योजनाकार विभाग के प्रस्तावित विकास योजना के तहत 942.50 एकड़ हेक्टेयर जमीन पर ये आठ सेक्टर विकसित कियें जाएंगे।
एक से लेकर आठ तक विकसित होने वाले सेक्टर में आवासीय, औद्योगिक, वाणिज्यिक, परिवहन और संचार, जन उपयोगिताओं के लिए भी क्षेत्र होगा। इसमें मकान, दुकान, ग्रुप हाउसिंग व प्लॉटेड कॉलोनी समेत व्यावसायिक गतिविधियों के लिए भूखंड विकसित कर सकेंगे। पीपीपी मॉडल, लैंड पूलिंग या अधिग्रहण के तहत इसे विकसित करने की तैयारी है।
तीन सेक्टर होंगे आवासीय क्षेत्र : मास्टर प्लान के अनुसार 109267 व्यक्तियों की आवासीय जरूरतों को पूरा करने के लिए 377 हेक्टयर में रिहायशी सेक्टर-1, 3, 4 के रूप में विकसित करने की तैयारी है। इसके अलावा अफोर्डेबल ग्रुप हाउसिंग पॉलिसी, दीन दयाल जन आवास योजना और ग्रुप हाउसिंग कंपोनेंट पॉलिसी के लिए 20 प्रतिशत जमीन आरक्षित की गई है। निम्न और मध्यम आय वर्ग के व्यक्तियों की समूह आवास योजना के लिए भी जमीन प्रस्तावित की गई है
फर्रुखनगर कस्बे की वणिज्यिक आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए करीब 36.50 एकड़ भूमि खुदरा व्यापार, भंडारण और थोक व्यापार के लिए सेक्टर-1, 3, 4, और सेक्टर आठ में प्रस्तावित की गई है। इन सेक्टरों में गोदाम बनाने के लिए जगह उपलब्ध होने से कई कंपनियां यहां निवेश करेंगी। वर्तमान में फर्रुखनगर में फ्लिपकार्ट कंपनी का भी एक गोदाम चल रहा ह
ये होंगे औद्योगिक सेक्टर...
औद्योगिक विकास के लिए सेक्टर-6 और 7 में करीब 64.40 एकड़ भूमि प्रस्तावित की गई है। औद्योगिक सेक्टरों को रिहायशी, सार्वजनिक और अर्ध सार्वजनिक सेक्टर से 30 मीटर चौड़ी पट्टी द्वारा विभाजित किया गया है। यहां बड़ी संख्या में उद्योगपति औद्योगिक इकाइयां शुरू कर सकेंगे। केएमपी एक्सप्रेसवे से सटा क्षेत्र होने के चलते उन्हें एक जगह से दूसरी जगह माल पहुंचाने में भी आसानी होगी।
परिवहन और संचार की सुविधाएं भी होंगी...
योजना के मुताबिक, परिवहन और संचार के लिए करीब 145.50 हेक्टेयर का क्षेत्र प्रस्तावित किया गया है। भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए परिवहन डिपो, पार्किंग क्षेत्र, दूरभाष कार्यालय, संचार आदि के लिए 22 हेक्टेयर भूमि अलग से सेक्टर-8 में प्रस्तावित की गई है। सड़क और रेल मार्ग से सुगम पहुंच को ध्यान में रखा गया है। विस्तार को ध्यान में रख कर सड़कों की रूपरेखा बनाई गई है।
स्कूल, कॉलेज के लिए भी जमीन आरक्षित...
योजना के अनुसार सरकारी और अर्ध सरकारी संस्थाओं के लिए करीब 145 हेक्टेयर क्षेत्र कस्बे के दक्षिण पश्चिम दिशा में सेक्टर-5 में निश्चित की गई है। सेक्टर में महाविद्यालयों और प्रबंध संस्थानों जो खुर्रमपुर गांव और आसपास के गांव की राजस्व भूमि संपदा में होंगे। यह सेक्टर भविष्य में शैक्षणिक और स्वास्थ संबंधित सेवाओं की वृद्धि के साथ क्षेत्र को विकसित करने के लिए सहायक होगा।
सड़कें बेहतर होंगी...
सेक्टर में मास्टर रोड 75 मीटर लंबी और 60 मीटर चौड़ी होगी जबकि विभाजित सड़क को 45 मीटर चौड़ा रखा गया है। इसके अलावा आसपास के क्षेत्रों में बेहतर जुड़ाव के दृष्टिगत कुछ वर्तमान सड़कों को 45 मीटर चौड़ा और इनके दोनों तरफ 30 मीटर हरित पट्टी प्रस्तावित की गई है। जरूरत के मुताबिक सड़कों को विस्तार दिया जा सकेगा।
जन उपयोगिता का खास ध्यान...
सेक्टर-2 में 40 हेक्टेयर जमीन जन उपयोगिताओं में जैसे जल संयंत्र, विद्युत उपकेंद्र के लिए आरक्षित की गई है। खुर्रमपुर गांव की राजस्व संपदा में 13 हेक्टेयर भूमि ठोस कचरा निस्तारण के लिए रखी गई है। गांव सरबसीरपुर की राजस्व संपदा में 7 हेक्टेयर भूमि निपटान कार्य के लिए प्रस्तावित है। यह दोनों जल कृषि जोन में पड़ते हैं।
आम लोगों से मांगे गए सुझाव...
जिला नगर योजनकार प्लानिंग विभाग के अनुसार फर्रुखनगर में सेक्टर विकसित करने के लिए जारी प्रारूप विकास योजना 2031 के लिए आम लोगों से सुझाव और आपत्तियां मांगी गई हैं। एक महीने के अंदर लोग इस योजना के अंदर क्या बदलाव और सुधार चाहते हैं इस बाबत सुझाव एवं आपत्तियां दर्ज करवा सकते हैं। जिला नगर योजनाकार प्लानिंग गुरुग्राम संजय कुमार ने कहा कि पीपीपी मॉडल, लैंड पुलिंग या अधिग्रहण के तहत फर्रुखनगर में आठ सेक्टर विकसित होंगे। प्रदेश सरकार ने प्रारूप विकास योजना 2031 के लिए अधिसूचना जारी की है। इसके लिए आम जन से सुझाव और आपत्तियां एक महीने के अंदर मांगी हैं। इसके बाद योजना को लागू कर दिया जाएगा।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
Thank you, for a message universal express.