रिश्वत: एसडीएम ने लेखपाल को निलंबित किया
भानु प्रताप उपाध्याय
मुजफ्फरनगर। दो भाइयों के बीच चल रहे पुश्तैनी मकान के विवाद में समझौता होने के बावजूद लिखित समझौता नामे को मानने की एवज में रिश्वत मांग रहे लेखपाल को एसडीएम ने बड़ी कार्यवाही करते हुए निलंबित कर दिया है और रिश्वत मांगने के आरोपी लेखपाल के खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू करा दी गई है। भ्रष्टाचार के खिलाफ की गई एसडीएम की इस बडी कार्यवाही से मेज के नीचे से लेनदेन की आदत डाल चुके सरकारी अधिकारियों व कर्मचारियों में हडकंप मच गया है।
दरअसल खतौली तहसील क्षेत्र के गांव शेखपुरा निवासी सईद ने लेखपाल कैलाशचंद पर रिश्वत मांगने का आरोप लगा एक व्हाट्सएप ग्रुप पर इस बातचीत के ऑडियों वायरल करने के साथ ही मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत की थी। सईद के अनुसार उसके पिता और ताऊ के बीच पुश्तैनी मकान को लेकर विवाद चल रहा था। मामला आला अधिकारियों के संज्ञान में आने पर जांच का जिम्मा हल्का लेखपाल को सौंपा गया था। आरोप है कि लेखपाल मामले का निस्तारण करने के बजाए रिश्वत की मांग करके चक्कर कटा रहा था। आरोप है कि आपसी समझौता होने के बावजूद लेखपाल समझौतानामा मानने की एवज में बीस हजार रुपये की रिश्वत मांग रहा था। सईद द्वारा रिश्वत मांगने की ऑडिय़ों वायरल होने पर एसडीएम जीत सिंह राय ने शिकायत पर संज्ञान लेते हुए लेखपाल को निलंबित कर दिया है।
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