सोमवार, 25 अप्रैल 2022

बेहद पुराने दोस्त 'रूस' को खफा नहीं किया: भारत

बेहद पुराने दोस्त 'रूस' को खफा नहीं किया: भारत   

सुनील श्रीवास्तव        
नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। भारत की विदेश नीति का डंका पूरी दुनिया में बज रहा है। रूस-यूक्रेन युद्ध छिड़ने के बाद उसने बड़ी चतुराई से स्थितियों को संभाला है। भारत ने, न तो अपने बेहद पुराने और भरोसेमंद दोस्‍त रूस को खफा किया, न ही रूस को सबक सिखाने के लिए उतारू पश्चिमी देशों की नाराजगी मोल ली। उसने जंग में शामिल दोनों देशों के प्रमुखों से बात की। लेकिन, किसी के पलड़े में नहीं बैठा। इस कुशल कूटनीति के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ विदेश मंत्री एस जयशंकर की भी काफी वाहवाही हो रही है। इस बीच जयशंकर का एक पुराना वीडियो क्लिप वायरल हो रहा है। इसमें वो अंग्रेजों के साथ बैठकर उनकी जमकर धुलाई कर रहे हैं। इस दौरान उन्‍होंने भारत और पश्चिमी देशों के इतिहास का जिक्र किया है।

यह वीडियो एक अक्‍टूबर 2019 का है। अटलांटिक काउंसिल के साउथ एशिया सेंटर ने विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ राउंडटेबल कन्‍वर्सेशन का आयोजन किया था। इसमें विदेश मंत्री ने गोरों के सामने बैठकर उन्‍हें जबरदस्‍त लताड़ लगाई थी।
राउंडटेबल कन्‍वर्सेशन में जयशंकर ने अंग्रेजों के लूटपाट का इतिहास भी याद दिलाया था। वह बोले थे कि आप में से कई लोगों ने दूसरे देश में अपमान की सदी शब्‍द सुना होगा। हालांकि, सच यह है कि भारत को दो सदियों तक पश्चिमी देशों का अपमान सहना पड़ा।
जयशंकर ने बेबाकी से कहा था कि पश्चिम देश डकैत की तरह 18वीं शताब्‍दी के मध्‍य में भारत आए। उसके बाद लगभग 190 सालों तक भारत पर राज किया। इस दौरान उन्‍होंने एक आर्थिक अध्‍ययन का भी जिक्र किया था। इसका हवाला देते हुए जयशंकर बोले थे कि इसमें यह अनुमान लगाने की कोशिश की गई थी कि ब्रिटिश भारत से कितना पैसा बाहर ले गए थे। गणना के हिसाब से यह पाया गया कि आज के मूल्‍य के अनुसार ब्रिटिश भारत का लगभग 45 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर (45 लाख करोड़ डॉलर) अपने साथ ले गए थे।
विदेश मंत्री ने कहा था कि इससे अंदाजा हो जाना चाहिए कि उन 200 सालों में असलियत में क्‍या हुआ था। वह आगे बोले थे कि भारत और पश्चिम का इतिहास अफीम की गुलामी का इतिहास है। यह एक बहुत ही घिनौना सच है।
इसके अलावा जयशंकर ने भारत, दक्षिण एशिया और पश्चिमी देशों के बीच उभरते रिश्‍तों पर रोशनी डाली थी। उन्‍होंने जोर देकर कहा था कि जितनी जरूरत पश्चिम को भारत की है, भारत को भी पश्चिमी देशों की उतनी जरूरत है। ये रिश्‍ते संतुलन की मांग करते हैं।
जयशंकर का यह वीडियो ऐसे समय में वायरल हुआ है जब हाल ही में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन भारत का दो दिवसीय दौरा करके गए हैं। इस दौरान उन्‍होंने रक्षा समेत कई क्षेत्रों में भारत के साथ सहयोग बढ़ाने का आश्‍वासन दिया है।

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