13 अप्रैल से प्रारंभ होगा 'रमजान' का दूसरा अशरा
संदीप मिश्र
बरेली। रमजान के महीने को 10-10 दिन के तीन अशरों में बांटा गया है। पहले 10 दिन के रोजे को रहमत का अशरा कहा जाता है। मंगलवार को 10 रोजे पूरे होने पर पहला अशरा हो गया। उसके बाद बुधवार (13 अप्रैल) से रमजान का दूसरा अशरा शुरू होगा। दूसरा अशरा रमजान के बीसवें रोजे के सूरज डूबने तक रहेगा। वहीं, दूसरे अशरे में रोजदार रोजा रखने के बाद अल्लाह से मगफिरत की दुआ करेंगे। रमजान का पूरा महीना रहमतों और बरकतों वाला है। मुफ्ती सलीम नूरी ने बताया कि पहला अशरा खुदा की रहमत वाला है, जिसमें खुदा की रहमत नाजिल होती है।
अल्लाह अपनी रहमत से गुनाहगारों को मगफिरत दिलाते हैं। मंगलवार को दस रोजे पूरे होने पर रमजान का पहला अशरा पूरा हो गया। बुधवार से रमजान का दूसरा अशरा यानी मगफिरत का अशरा शुरू हो रहा है। उन्होंने कहा कि वैसे तो रमजान का हर अशरा फजीलत भरा है, मगर अंतिम अशरा जहन्नुम से आजादी के लिए खास होता है।
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