युवा नशे को शान समझता है, नाश का कारण
आदर्श श्रीवास्तव देवरिया। जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण देवरिया के आदेशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण देवरिया के तत्वावधान में जिला चिकित्सालय देवरिया के धनवन्तरी सभागार कक्ष में नशा मुक्ति उन्मूलन हेतु विधिक साक्षरता एवं जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सिविल जज (सीनियर डिवीजन)/प्रभारी सचिव न्यायाधीश शिवेन्द्र कुमार मिश्र रहें। न्यायाधीश शिवेन्द्र कुमार मिश्र द्वारा वहॉ उपस्थित आमजनमानस को विधिक जानकारियॉ देते हुये बताया गया कि आप नशा से हमेशा कोसों दूर रहें। नशा नाश हैं जीवन का इस कथन को उन्होंने चरितार्थ करते हुये कहा कि हमारे देश का उज्जवल भविष्य युवाओं पर टिका होता हैं। अगर देश की युवा पीढ़ी ही गलत रास्ते मे जाने लगे तो निश्चित ही उनका भविष्य अंधकार में चला जायेगा। हमारे देश के युवा वर्ग को जिन्दगी के हर पहलु को जीने की इच्छा होती हैं। युवा वर्ग नशे को अपनी शान समझते हैं। वे शराब, गुटखा, तम्बाकू, बीड़ी व सिगरेट का नशा करता हैं। उन्होंने यह भी बताया कि आज के परिवेश में विद्यालयों एवं महाविद्यालयों के बच्चों, गली के बच्चों, नगर झोपड़पट्टी के बच्चों, सुई से ड्रग लेने वाले परिवार, कैदियों, असंगठित क्षेत्रों में कार्य करने वाले, दवा बेचने वाले एवं आमजनमानस भी नशा के शिकार हैं जो हमारे समाज के लिए बहुत ही भयावह हैं। उन्होंने कहा कि नशा एक ऐसी बुराई हैं जो हमारे समूल जीवन को नष्ट कर देती हैं। नशे की लत से पीड़ित व्यक्ति परिवार के साथ समाज पर बोझ बन जाता हैं। युवा पीढ़ी सबसे ज्यादा नशे की लत से पीड़ित हैं। नशे का आदि व्यक्ति समाज की दृष्टि से हेय हो जाता हैं और उसकी सामाजिक क्रियाशीलता शून्य हो जाती हैं, फिर भी वह व्यसन को नही छोड़ता हैं।
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सिविल जज (सीनियर डिवीजन)/प्रभारी सचिव न्यायाधीश शिवेन्द्र कुमार मिश्र रहें। न्यायाधीश शिवेन्द्र कुमार मिश्र द्वारा वहॉ उपस्थित आमजनमानस को विधिक जानकारियॉ देते हुये बताया गया कि आप नशा से हमेशा कोसों दूर रहें। नशा नाश हैं जीवन का इस कथन को उन्होंने चरितार्थ करते हुये कहा कि हमारे देश का उज्जवल भविष्य युवाओं पर टिका होता हैं। अगर देश की युवा पीढ़ी ही गलत रास्ते मे जाने लगे तो निश्चित ही उनका भविष्य अंधकार में चला जायेगा। हमारे देश के युवा वर्ग को जिन्दगी के हर पहलु को जीने की इच्छा होती हैं। युवा वर्ग नशे को अपनी शान समझते हैं। वे शराब, गुटखा, तम्बाकू, बीड़ी व सिगरेट का नशा करता हैं। उन्होंने यह भी बताया कि आज के परिवेश में विद्यालयों एवं महाविद्यालयों के बच्चों, गली के बच्चों, नगर झोपड़पट्टी के बच्चों, सुई से ड्रग लेने वाले परिवार, कैदियों, असंगठित क्षेत्रों में कार्य करने वाले, दवा बेचने वाले एवं आमजनमानस भी नशा के शिकार हैं जो हमारे समाज के लिए बहुत ही भयावह हैं। उन्होंने कहा कि नशा एक ऐसी बुराई हैं जो हमारे समूल जीवन को नष्ट कर देती हैं। नशे की लत से पीड़ित व्यक्ति परिवार के साथ समाज पर बोझ बन जाता हैं। युवा पीढ़ी सबसे ज्यादा नशे की लत से पीड़ित हैं। नशे का आदि व्यक्ति समाज की दृष्टि से हेय हो जाता हैं और उसकी सामाजिक क्रियाशीलता शून्य हो जाती हैं, फिर भी वह व्यसन को नही छोड़ता हैं।
एक नशे के धुत में व्यक्ति अपनी मानसिक संतुलन खो देता हैं और पारिवारिक समस्याओं जैसे गंभीर अपराध कर बैठता हैं। हिंसा, बलात्कार, चोरी, आत्महत्या जैसे अनेक अपराधों के पीछे नशा एक बहुत बड़ी वजह हैं। न्यायाधीश द्वारा वहॉ उपस्थित चिकित्सक एवं समस्त आमजनमानस नशामुक्ति हेतु शपथ दिलाया गया तथा इसके साथ ही नशा उन्मूलन हेतु सभी को एक साथ आगे आने का आह्वान भी किया गया। इस दौरान न्यायाधीश द्वारा नशा उन्मूलन हेतु हस्ताक्षर अभियान की भी शुरूआत किया गया।
इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 आलोक पाण्डेय, उप मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 पीयूष कलाधार चतुर्वेदी, डॉ विपिन रंजन, डॉ0 भावना सिंह, वर्षा सिंह, डॉ नेत्रिका पाण्डेय, अंजली श्रीवास्तव, एवं प्राथमिक स्वास्थ्य एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के वीसीपीएम, सीएचओ, एनसीडी स्टाफ, तथा वात्सल्य संस्था नशा मुक्ति केन्द्र से श्याम यादव उपस्थित रहें।
इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 आलोक पाण्डेय, उप मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 पीयूष कलाधार चतुर्वेदी, डॉ विपिन रंजन, डॉ0 भावना सिंह, वर्षा सिंह, डॉ नेत्रिका पाण्डेय, अंजली श्रीवास्तव, एवं प्राथमिक स्वास्थ्य एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के वीसीपीएम, सीएचओ, एनसीडी स्टाफ, तथा वात्सल्य संस्था नशा मुक्ति केन्द्र से श्याम यादव उपस्थित रहें।
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