ग्रामीण इलाकों में बिजली नहीं दें रहीं गठबंधन सरकार
राणा ओबरॉय
चंडीगढ़। इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने कहा है कि प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा-जजपा) गठबंधन सरकार गहराए बिजली संकट में ग्रामीण इलाकों में बिजली नहीं दें रहीं है। भाजपा सरकार की किसान विरोधी नीतियों के कारण ही यह संकट देखने को मिल रहा है।
गौरतलब है कि पिछले एक सप्ताह से तापमान में आए उछाल के चलते बिजली की खपत बढ़ी है। लेकिन सरकार बिजली का उत्पादन बढ़ाने की बजाय हाथ पर हाथ धरे बैठी है। उन्होंने आज यहां जारी बयान में कहा कि भाजपा सरकार के कुप्रबंधन के कारण हिसार स्थित खेदड़ थर्मल प्लांट, पानीपत थर्मल प्लांट और झाड़ली के पावर प्लांट की तीन यूनिटें बंद पड़ी हैं।
इस समय प्रदेश में बिजली की मांग 7600 मेगावाट से भी अधिक पहुंच गई है जिसके मुकाबले आपूर्ति सिर्फ छह हजार मेगावाट ही हो रही है। गांवों में 10 से 12 घंटे तक बिजली गुल हो रही है, जिससे ग्रामीणों का जीना दूभर हो गया है। शहरों में दो से चार घंटे तक के बिजली आपूर्ति नहीं हो पा रही है।
उन्होंने कहा कि गेहूं की कटाई के बाद धान और नरमा-कपास की बिजाई के लिए बिजली की मांग बढ़ेगी। किसानों को फसल की बुआई के समय सरकार को बिजली का पहले से ही प्रबंध करना चाहिए। उन्होंने कहा कि समय से पहले भीषण गर्मी पड़ने की वजह से अबकी बार प्रति एकड़ पांच क्विंटल गेहूं की पैदावार कम हुई है।
जिस कारण किसान को लगभग 10 हजार रुपए प्रति एकड़ का नुकसान हुआ है। इसलिए सरकार किसानों को 500 रुपए प्रति क्विंटल बोनस देना सुनिश्चित करे। इसके अलावा खेतों के ऊपर से गुजर रही बिजली की तारों के कारण शॉर्ट सर्किट होने से फसल में लगी आग से हुए नुकसान का सरकार मुआवजा दे। किसानों के जितने भी ट्यूबवैल के कनेक्शन लंबित पड़े हैं उनको तुरंत जारी करे और मोटर खरीदने की शर्तों को वापस ले, ताकि किसान अपनी मर्जी से मोटर खरीद सके।
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