5 से 11 साल तक के बच्चों को लगेगा टीका
शामली। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए अब 5 साल से 11 साल तक के बच्चों को कोरोनारोधी वैक्सीन का टीका लगाया जाएगा। बच्चों को वैक्सीन का टीका लगाने की मंजूरी मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग इस आयु के बच्चों का अपने स्तर पर डाटा जुटाने में लग गया है। स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि शासन की गाइड लाइन जारी होते ही बच्चों को टीके लगाने की शुरूआत कर दी जाएगी।कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण ही सुरक्षित कवच माना गया है। कोरोना से बचने के लिए टीकाकरण जरूरी है। सरकार ने अस्पतालों में कोरोनारोधी टीके नि:शुल्क लगाने की व्यवस्था की है। लोगों में भी कोरोनारोधी वैक्सीन का टीका लगवाने को जागरूकता आई है।
युवा और बुजुर्गों को टीकाकरण के बाद इसी साल तीन जनवरी से 15 से 17 साल के किशोरों को टीकाकरण की शुरूआत हुई। दूसरी लहर में कोरोना का कहर देख चुके लोगों ने किशोरों को टीके लगवाने में रुचि दिखाई थी और उत्साह के साथ तेजी से टीकाकरण हुआ। एक माह में इस आयु के किशोरों को टीकाकरण लक्ष्य के करीब पहुंच गया था। स्वास्थ्य विभाग ने जिले में इस आयु के 95970 लोगों को टीके लगाने का लक्ष्य रखा था। बुधवार तक 99463 किशोरों को टीके की पहली डोज लग चुकी हैं जो लक्ष्य का 103.64 प्रतिशत है। इसी आयु के 88318 किशोरों को दूसरी डोज लग चुुकी है। जो पहली डोज का 92.03 प्रतिशत है। 16 मार्च को 12 से 14 साल के किशोरों को टीकाकरण की शुरूआत की गई। शुरूआत में टीकाकरण की गति धीमी रही, लेकिन बाद में अभिभावकों ने उत्साह दिखाया और अपने किशोर उम्र के बच्चों को टीके लगवाएं। जिले में स्वास्थ्य विभाग ने 57963 किशोरों को टीके लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया। अब तक 30848 किशोरों को पहली डोज लगी है, जो लक्ष्य का 53.22 प्रतिशत है। 169 किशोरों को दूसरी डोज का टीका लगा है। कुल मिलाकर टीकाकरण को लेकर लोगों में उत्साह बना हुआ है।टीकाकरण 16 जनवरी 2021 को कोरोनारोधी टीकाकरण नि:शुल्क शुरू हुआ था। सबसे पहले स्वास्थ्यकर्मियों को टीकाकरण हुआ। इसके बाद अग्रिम पंक्ति के कर्मचारियों को टीके लगाए गए। इसके कुछ समय बाद 60 साल से अधिक आयु के बुजुर्ग और 45 वर्ष से अधिक आयु के बीमार लोगों को टीकाकरण किया गया। इसके बाद 18 साल से अधिक आयु के सभी लोगों को टीके लगाए गए। इस साल तीन जनवरी से 15 से 17 साल के किशोरों को और 16 मार्च को 12 से 14 साल के किशोरों को टीकाकरण की शुरूआत हुई। इसी साल जनवरी में स्वास्थ्यकर्मियों, अग्रिम पंक्ति के कर्मचारियों और 60 साल से अधिक बुजुर्गों को सतर्कता डोज लगाने की शुरूआत हुई है। पांच से 11 साल तक के बच्चों को कोरोनारोधी टीका लगाने को मंजूरी मिल चुकी है, लेकिन टीकाकरण के संबंध में अभी शासन की तरफ से गाइड लाइन नहीं मिली है। बच्चों का डाटा जुटाया जा रहा है। शासन के दिशा निर्देश मिलते ही बच्चों को टीके लगाना शुरू किया जाएगा।
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