यूक्रेन से भारतीय छात्रों को निकालने में मदद: रूस
सुनील श्रीवास्तव
कीव/ मास्को/नई दिल्ली। पीएम मोदी और पुतिन की बातचीत के बाद गुरुवार को रूसी रक्षा मंत्रालय की ओर से एक बयान जारी किया गया है। रूसी रक्षा मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि हमारी सेना कीव और खारकीव से भारतीय छात्रों को निकालने में पूरी मदद कर रही है, लेकिन यूक्रेन ने भारतीय छात्रों को बंधक बना लिया है। रूस ने दावा किया है कि यूक्रेन अब भारतीय छात्रों को ढाल बना रहा है, वहां भारतीय छात्रों को रोक लिया गया है। रूस ने कहा कि भारतीयों को खारकीव से निकालने की कोशिश की जा रही है।
इस बीच रूसी दावे के बाद यूक्रेन की ओर से भी बड़ा बयान सामने आया है, यूक्रेन के विदेश मंत्रालय की ओर से ट्वीट कर भारत समेत उन देशों से आह्वान किया है कि वे अपने छात्रों को निकालने के लिए एक कॉरिडोर बनाने को लेकर रूस से बात करें। यूक्रेन ने भारत, पाकिस्तान, चीन से आह्वान किया है कि वे रूसी आक्रमण के कारण खारकीव और सूमी समेत अन्य शहरों में फंसे अपने छात्रों को निकालने के लिए मानवीय कॉरिडोर बनाने को लेकर रूस से बात करें।
गौरतलब है कि भारत की ओर से रूस से ये मांग की गई थी कि वे भारतीय छात्रों को यूक्रेन से सुरक्षित निकालने में मदद करें, वहीं रूस ने इस मामले में यूक्रेन पर गंभीर आरोप लगा दिए, रूस की ओर से कहा गया कि जो टैंक रोके जा रहे हैं, उसमें भारतीय छात्रों को ही ढाल बनाया जा रहा है। वहीं, बेलारूस के राजदूत ने यूएन में दावा किया कि पोलैंड में बॉर्डर गार्ड्स ने करीब 100 भारतीय छात्रों से मारपीट की और उन्हें वापस यूक्रेन की ओर भेज दिया गया, भारतीय विदेश मंत्रालय ने दावा किया है कि यूक्रेन से अब तक 17 हजार से अधिक भारतीय छात्रों को सुरक्षित निकाला जा चुका है। बता दें कि खारकीव में फंसे भारतीय छात्रों को लेकर पीएम मोदी ने बुधवार रात को पुतिन से बात की है, क्योंकि अभी भी खारकीव में भारतीय छात्र फंसे हुए हैं। जंग के दौरान पहली बार जब पीएम मोदी ने पुतिन से बात की थी तो उन्होंने यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को सुरक्षित निकालने पर जोर दिया था। इस बार भी पीएम मोदी ने उनसे बात की है।
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