आशंका: भारत में चौथी लहर का असर नहीं दिखेगा
बीजिंग/नई दिल्ली। चीन में कोरोना के नए वेरिएंट के संक्रमण के बढते मरीजों की संख्या ने विश्व समुदाय को एक बार फिर से बुरी तरह चिंतित करके रख दिया है। कोरोना की शुरुआत चीन से ही हुई थी, इसके बाद जब भी चीन में कोरोना की कोई अन्य लहर आई तो उसका असर पूरे विश्व समुदाय पर दिखाई दिया है। अब चीन में एक बार फिर से कोरोना वायरस के नये वेरिएंट ओमीक्रान स्टील्थ के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। बीते 4 दिनों के भीतर चीन में कोरोना के नए वेरिएंट के एक्टिव केसों की संख्या 5280 से बढ़कर 16974 हो गई है। जिसके चलते माना जा रहा है कि यदि मामले इसी रफ्तार से आगे बढ़ते गए तो चीन, कोरोना की चौथी लहर से गुजर सकता है।
हांगकांग और चीन में लगातार बढ़ रहे मामलों के बाद चौथी लहर के आने की आशंका लगाई जा रही है। लेकिन भारत में बड़ी आबादी को टीका लग चुका है, ऐसे हालातों के बीच उम्मीद की जा रही है कि कोरोना के नए वेरिएंट की चौथी लहर का बड़ा असर भारत में देखने को नहीं मिलेगा। हां, यह बात अलग है कि देश में स्टील्थ ओमीक्रान के मामले अप्रैल से जून माह तक सामने आते रहेंगे।
बताया जा रहा है कि कोरोना का नया ओमीक्रान स्टील्थ वेरिएंट्स बुजुर्गों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। कोरोना से बचने के लिए ब्लड प्रेशर और डायबिटीज के मरीजों को ज्यादा सावधानी बरतनी पड़ेगी। क्योंकि इम्यूनिटी कमजोर होने पर यह वैरीअंट तेजी के साथ फैलता है। अत्यधिक वजन वाले लोगों पर भी इस वेरिएंट का लंबा असर दिखाई देता है। इसलिए विशेषज्ञों ने कहा है कि लोग अपने वजन को नियंत्रित करें, जिन लोगों को पहली रोज ही लगी है वह दूसरी दो जरूर लगवा ले।
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