विपक्ष ने ठेका फर्म पर कठोर कार्रवाई की मांग की
दुष्यंत टीकम
रायपुर। विधानसभा में मंगलवार को सरकार ने आखिरकार स्वीकार किया कि 108 एम्बुलेंस सेवा से जुड़े ठेका फर्म ने शर्तों का उल्लंघन किया है। जिसके एवज में ठेका फर्म के ऊपर जुर्माना लगाया गया है। मगर, विपक्ष ने इसे पर्याप्त नहीं मानते हुए कठोर कार्रवाई की मांग की है। छत्तीसगढ़ में बीते एक दशक से संजीवनी एम्बुलेंस सेवा 108 का संचालन किया जा रहा है। बीते कुछ वर्षों में इस सेवा के टेंडर में गड़बड़ी के बाद अब यह सेवा मुहैया करा रहे फर्म के द्वारा सेवा शर्तो का उल्लंघन करने की अनेक शिकायतें की गईं। इस मुद्दे पर नेता प्रतिपक्ष धरम लाल कौशिक ने बताया कि ग्रामीण चिकित्सा इकाई और 108 सेवा के अनुबंध के तहत एम्बुलेंस सेवा का टेंडर जय अम्बे इमरजेंसी सर्विसेस सम्मान फाउंडेशन को जारी किया गया हैं।
विधानसभा में ध्यानाकर्षण के माध्यम से उठाये गए इस मामले के संबंध में जानकारी देते हुए मंत्री ने बताया कि 108 की सेवाएं मुहैया करा रहे ठेका फर्म द्वारा नियमों का लगातार उल्लंघन किये जाने की शिकायत हुई जिसकी जांच में गड़बड़ी पायी गई, इसके एवज में फर्म के ऊपर पहले 52 लाख 15 हजार 440 रूपये की पेनाल्टी लगाई गयी। फिर उसके ऊपर पुनः 26 लाख 4 हजार और 27 लाख 72 हजार की पेनाल्टी लगाई गई।
नेता प्रतिपक्ष ने इस मामले में कहा कि केवल पेनाल्टी लगाना पर्याप्त नहीं है। 108 एम्बुलेंस सेवा में जिस तरह की सुविधाएँ होनी चाहिए अगर वो मुहैया नहीं हो रही है तो मरीजों पर इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। इसे ध्यान में रखते हुए संबंधित फर्म के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार को मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ को बंद करना चाहिए। हालांकि मंत्री ने इस मामले में प्रावधानों को देखते हुए कार्रवाई करने की बात कही है। इस मामले की जानकारी देते हुए नेता प्रतिपक्ष धरम लाल कौशिक ने कांग्रेस सरकार पर अपनों को संरक्षण देने का आरोप लगाया।
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