भारत में एसयूवी डस्टर का उत्पादन रोका, फैसला
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। भारत में इन दिनों एसयूवी मॉडल की जबरदस्त डिमांड है और इनके बीच किसी कार के प्रोडक्शन का बंद हो जाना थोड़ा अजीब हो सकता है। खैर, कार का निर्माण ना करने के पीछे कई वजह हो सकती हैं। फिलहाल रेनो द्वारा डस्टर के प्रोडक्शन को बंद करने का फैसला इन दिनों चर्चा में है। लगभग एक दशक के बाद रिनोल्ट ने भारत में अपनी सबसे सफल एसयूवी डस्टर का उत्पादन रोकने का फैसला किया है।
डस्टर जुलाई 2012 से चेन्नई के श्रीपेरंबुदूर में अपनी विनिर्माण सुविधा में निरंतर उत्पादन में थी, और इस कार के बाद कंपनी ने भारतीय लाइनअप में अब केवल तीन कारें क्विड, ट्राइबर और किगर लॉन्च की है। आपको याद होगा कि डस्टर भारत में रेनॉल्ट का पहला मास-मार्केट प्रोडक्ट है, इसके साथ ही डस्टर इस सेगमेंट की सबसे पहली एसयूवी भी थी। जिसमें बाद में हुंडई क्रेटा और किआ सेल्टोस जैसी एसयूवी को जोड़ा गया।
जैसा कि हमनें ऊपर बताया कि डस्टर जुलाई 2012 में पहली बार भारत आया और तुरंत हिट साबित भी हुआ। इस कार में लॉन्च के समय तीन इंजन विकल्प 1.6-लीटर पेट्रोल, एक 1.5-लीटर डीजल और एक 1.5-लीटर डीजल इंजन शामिल है। वहीं, ये सभी पावरट्रेन स्टैंडर्ड रूप में मैन्युअल गियरबॉक्स के साथ बिक्री पर थे। साल 2014 में 1 लाख इकाइयों की बिक्री के आंकडें को पार करने के बाद, रेनॉल्ट डस्टर को उसी वर्ष एक एडब्ल्यूडी वर्जन के साथ उतारा गया। इस प्रकार के फीचर से लैस यह सबसे किफायती मोनोकॉक एसयूवी थी।
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