बालिका से रेप, मां की मामला दबाने की कोशिश
नरेश राघानी
जोधपुर। शहर के रातानाडा थाना क्षेत्र में एक नाबालिग बालिका के साथ रेप का पेचीदा मामले सामने आया है। एक नामी ठेकेदार ने अपने घर काम करने वाली एक महिला के सहयोग से उसकी पंद्रह वर्षीय बेटी को अपनी हवस का शिकार बना डाला। ठेकेदार से उधार लिए गए चंद हजार रुपए के अहसान के बोझ तले दबी मां ने रेप के बाद मामले को दबाने का भरसक प्रयास किया। पीड़िता ने आखिरकार सच उगल दिया। अब पुलिस ने ठेकेदार को गिरफ्तार कर लिया है जबकि उसकी मां से पूछताछ की जा रही है।पुलिस ने बताया कि डिफेंस लैब के समीप रहने वाली एक महिला ने जनवरी में अपनी पंद्रह वर्षीय बेटी की गुमशुदगी दर्ज कराई थी। महिला का कहना था कि कोई बहला-फुसला कर उसकी बेटी को भगा ले गया। पुलिस ने इस मामले में जांच की तो पता चला कि बालिका गुजरात में रहने वाली अपनी बहन के पास है। पुलिस टीम गुजरात पहुंची और शुक्रवार शाम को बालिका को वहां से लेकर यहां आई। बालिका से पूछताछ में अलग ही कहानी सामने आई।
लड़की ने बताई अपने साथ हुए रेप की दास्तान-
पंद्रह वर्षीय पीड़िता ने पुलिस को बताया कि सितम्बर या अक्टूबर माह में उसकी मां ने डिफेंस लैब के निकट एक मकान, जहां उसकी मां काम करती थी, में खुद के स्थान पर काम करने भेजा। वहां जीके गुप्ता नाम के शख्स ने उसके साथ रेप किया। घर लौटने पर बालिका ने अपनी मां को इसकी जानकारी दी। इस पर मां ने उसे कहा कि वह स्नान कर ले और किसी के सामने इसका जिक्र नहीं करे। साथ ही बेटी के बोलने की आशंका से मां ने उसे घर में नजरबंद कर दिया। जनवरी माह में एक दिन मौका मिलने पर वह घर से भाग निकली और गुजरात में रहने वाली अपनी बहन के यहां पहुंच गई। बहन के विश्वास दिलाए जाने पर उसने अपने साथ हुए हादसे की जानकारी दी। पुलिस का कहना है कि बालिका की ओर से दी गई जानकारी की बेहद सावधानी से तस्दीक की गई। इसके बाद उसके बयान दर्ज कराए गए। साथ ही उसका मेडिकल कराया गया। रेप की पुष्टि होने के बाद आज पुलिस ने जीके गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अनुसार 58 वर्षीय गुप्ता एमईएस में नामी ठेकेदार है। उसके दो मकान है। एक डिफेंस लैब के पास और दूसरा उम्मेद हेरिटेज में। उसका परिवार उम्मेद हेरिटेज में रहता है। अभी बालिका सही बता नहीं पा रही है कि रेप कब हुआ। ऐसा माना जा रहा है कि यह सितम्बर या अक्टूबर की घटना है।
मां की भूमिका संदिग्ध- पुलिस इस मामले में पीड़िता की मां की भूमिका को संदिग्ध मान रही है। रेप होने के बाद पीड़िता ने अपनी मां को पूरी घटना बता दी, लेकिन उसने जानबूझ कर मामले को दबा दिया। साथ ही पीड़िता को घर में नजरबंद कर दिया। पूछताछ में सामने आया है कि पीड़िता की मां ने ठेकेदार से कुछ हजार रुपए उधार ले रखे है। मां ने ही बालिका को ठेकेदार के घर भेजा। उसे योजनाबद्ध तरीके से भेजा गया या असावधानीवश। इसकी जांच की जा रही है। मां से पूछताछ के बाद स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
Thank you, for a message universal express.