'राष्ट्रपति' ने रामानुजाचार्य प्रतिमा का अनावरण किया
तेलांगना। रविवार को राष्ट्रपति कोविंद हैदराबाद का दौरा किया। यहां वह ‘स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी’ परिसर के पास समाज सुधारक और 11वीं सदी के संत रामानुजाचार्य की स्वर्ण प्रतिमा का अनावरण किया। आयोजकों ने जानकारी दी कि कोविंद रविवार को अपराह्न साढ़े तीन बजे ‘जीवा’ आश्रम पहुंचे। इससे पहले यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पांच फरवरी को रामानुजाचार्य की 216 फुट ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया था। जिसे ‘स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी’ कहा जाता है।
राष्ट्रपति के साथ केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर भी हैदराबाद गए। राष्ट्रपति के दौरे को मद्देनजर राज्य सरकार ने अधिकारियों को सभी आवश्यक व्यवस्था करने का निर्देश दिया है। मुख्य सचिव सोमेश कुमार ने गुरुवार को बीआरकेआर भवन में विभिन्न विभागों के प्रमुखों के साथ बैठक की है। उन्होंने अधिकारियों से सड़कों की मरम्मत, उस मार्ग की बैरिकेडिंग करने के लिए कहा, जिससे राष्ट्रपति का काफिला गुजरेगा और यह सुनिश्चित करने को भी कहा कि सभी प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किया जाए। मुख्य सचिव सोमेश कुमार ने कहा, राष्ट्रपति की हैदराबाद यात्रा को तेलंगाना सरकार की प्रतिष्ठा और दुनियाभर में हैदराबाद की पहचान को और बढ़ाने के अवसर के रूप में देखा जाना चाहिए। किसी भी तरह की कमी ना हो इसके लिए अधिकारियों को समन्वय से काम करने के निर्देश दिए गए हैं। राष्ट्रपति मंदिर का दौरा करने के बाद रामानुजाचार्य की प्रतिमा का अनावरण किया। फिर वह ‘स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी’ के दर्शन किया।
राष्ट्रपति ‘स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी’ भी देखने गए। इसे दुनिया की सबसे ऊंची धातु की बैठी हुई मूर्तियों में से एक कहा जाता है। यह प्रतिमा हैदराबाद के बाहरी इलाके में 45 एकड़ के परिसर में स्थित है। इसकी आधारशिला 2014 में रखी गई थी। इस प्रोजेक्ट की लागत 1,000 करोड़ रुपये रही है और यह पैसा दुनियाभर के श्रद्धालुओं से दान के तौर पर आया है। प्रतिमा का निर्माण एक आधार ‘भद्र वेदी’ पर किया गया है, जो 54 फीट लंबा है। स्टैच्यू ऑफ इक्वलिटी का दौरा करने वालों में केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अमित शाह और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत शामिल हैं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
Thank you, for a message universal express.