मंगलवार, 8 फ़रवरी 2022

भाजपा का यूके में मुख्यमंत्री बदलने का काम: कांग्रेस

भाजपा का यूके में मुख्यमंत्री बदलने का काम: कांग्रेस  
पंकज कपूर         
देहरादून। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि उत्तराखंड की तकदीर व तस्वीर बदलने का दावा करने वाली भाजपा सरकार ने सिर्फ प्रदेश में मुख्यमंत्री बदलने का काम किया। उन्होंने प्रदेश व केंद्र की भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए तमाम तथ्य पेश करते हुए कहा कि जनता स्वयं भाजपा के काम का आंकलन कर सकती है।
यहां होटल शिखर के सभागार में आयोजित प्रेस वार्ता में सुरजेवाला ने कहा कि पुण्य और पराक्रम की देवभूमि उत्तराखंड को 5 सालों में भाजपा ने महंगाई और बेरोजगारी के अंधे कुएं में धकेल दिया। उत्तराखंड के भविष्य पर ग्रहण लगाया व मेहनती बहादुर जनता की महंगाई से जेब काटी।
उन्होंने कहा कि बेरोज़गारी से उत्तराखंड के युवा बेज़ार हो चुके हैं। सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (CMIE) ने हाल ही में चौंकाने वाली रिपोर्ट जारी की है, जिसमें उत्तराखंड की बेरोजगारी की भयावह तस्वीर सामने आई हैं। उत्तराखंड में साल 2021 में 20 से 29 वर्ष के आयु वर्ग में बेरोजगारी की दर 56.41 प्रतिशत है। 20 से 24 वर्ष के आयु वर्ग में बेरोजगारी की दर सबसे ज्यादा 81.76 प्रतिशत। 25 से 29 वर्ष में यह दर 24.39 प्रतिशत है। वहीं सबसे चौंकानेवाली बात है कि प्रदेश में 20 से 24 वर्ष के आयु वर्ग की महिलाओं में बेरोजगारी की दर 100 प्रतिशत है।
उन्होंने कहा कि जो हाल मोदी ने देश का किया, वही उत्तराखंड की भाजपा सरकार ने प्रदेश का किया है। उत्तराखंड में बेरोजगारी की यह बिसात नई नहीं। महामारी से पहले भी अक्टूबर से दिसंबर, 2019 में
उत्तराखंड में बेरोजगारी की दर 19 प्रतिशत थी। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार में केंद्रीय विभागों, केंद्रीय सरकारी उपक्रमों व सरकारी संस्थाओं में 30 लाख) खाली पड़े हैं। सुरेजेवाल ने कहा कि दो करोड़ रोजगार हर साल देने का वादा कर सत्ता में भाजपा आई, लेकिन नरेंद्र मोदी सात साल में 14 करोड़ नौकरियां तो दी नहीं, उल्टा पिछले 2 साल में 12.20 करोड़ रोजगार जरूर चले गए।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के 2021-22 के बजट में चौंकाने वाला खुलासा हुआ। राजपत्रित और अराजपत्रित पदों का विवरण देते हुए सरकार ने खुद बताया है कि प्रदेश भर में विभिन्न विभागों में करीब 57,000 पद खाली पड़े हैं, जो प्रदेश के कुल मंजूरशुदा पदों का 23 प्रतिशत हैं। 
शर्मनाक तो यह है कि खुद मुख्यमंत्री, पुष्कर सिंह धामी 30 सितम्बर को अपने ट्विटर अकाउंट से पोस्ट कर जानकारी देते हैं कि राज्य में पिछले साढ़े चार साल में मात्र 15,000 अप्रत्यक्ष और प्रत्यक्ष रोजगारों का सृजन हुआ है। एक ओर सरकारी विभागों में 57 हजार पद खाली हैं, दूसरी ओर सरकार साढ़े चार साल में मात्र 15,000 रोजगार की शेखी बघारती है। जून 2021 में आयी “उत्तराखंड ग्राम्य विकास एवं पलायन आयोग” की रिपोर्ट ने बताया कि लगभग 3.5 लाख से अधिक प्रवासी सितम्बर 2020 तक अपने मूल स्थानों को लौटे, जिनमें अधिकतर पौड़ी, टिहरी, अल्मोड़ा से थे। रोजगार न मिलने के कारण 29 प्रतिशत लोग रोजगार के लिये पुनः पलायन कर गए। 
सुरेजेवाला ने कहा कि हाल ही में मोदी सरकार की श्रम मंत्रालय की रिपोर्ट से यह खुलासा हुआ कि राष्ट्रीय करियर सेवा के तहत प्रौद्योगिकी का लाभ उठाते हुए उत्तराखंड को मिलने वाले रोजगार मेले का बजट खत्म ही कर दिया। मजदूरों से भी विश्वासघात हुआ है। उन्होंने कहा कि चुनाव के मौके पर उत्तराखंड की धोखेबाज भाजपा सरकार ने वादा किया कि मनरेगा में 150 दिन का रोजगार देंगे, पर सच्चाई यह है कि अब तक साल में 38 दिनों का ही रोजगार मिल रहा है।
सुरजेवाला ने कहा कि भाजपा के रोजगार कार्यालय ने ही उत्तराखंड में भयंकर बेरोजगारी की पोल खोल दी है। उत्तराखंड के बेरोजगार कार्यालयों में आज की तारीख में 08 लाख बेरोजगारों ने अपना रजिस्ट्रेशन कर रखा है। शर्मनाक तरीके से इन एम्प्लॉयमेंट एक्सचेंज के माध्यम से 2017-18 में मात्र 0.84 प्रतिशत लोगों को नौकरियों के अवसर उपलब्ध कराए गए। 2018-19 में 0.68 प्रतिशत लोगों को और 2019-20 में मात्र 0.34 प्रतिशत लोगों को।
वहीं, भाजपा सरकार में महंगाई प्रचंड है। पेट्रोल, डीज़ल, दाल, तेल, नमक, सब्जी, सब लोगों की पहुँच के बाहर कर दिए गए हैं। आज अल्मोड़ा-हलद्वानी में घर का खाना बनाने की गैस रूपये 937 पार है, बाज़ार की खाना बनाने की गैस रूपये 2,077 पार है, पेट्रोल रूपये 94 पार, डीज़ल रूपये 87 पार, खाना बनाने का सरसों तेल रूपये 200 पार है। तुअर दाल रूपये 100 पार, मूंग दाल रूपये 125 पार और उड़द दाल रूपये 130 पार हो गई है। चाय अब रूपये 200 किलो तक महंगी हो गई है। प्रेस वार्ता में मिनाक्षी ओला, पीतांबर पांडे, प्रकाश चंद्र जोशी आदि तमाम वरिष्ठ कांग्रेसी नेतागण मौजूद थे।

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