शुक्रवार, 14 जनवरी 2022

विधानसभा सीट से चुनाव लड़ाने की तैयारी प्रारंभ

विधानसभा सीट से चुनाव लड़ाने की तैयारी प्रारंभ     
संदीप मिश्र     
लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अयोध्या विधानसभा सीट से चुनाव लड़ाने की तैयारी कर चुकी भारतीय जनता पार्टी अब दोनों डिप्टी सीएम को भी चुनाव मैदान में उतारने के लिए जा रही है। पार्टी के भीतर बन रही सहमति के बाद दोनों डिप्टी सीएम के लिए सीटों का निर्धारण भी कर दिया गया है।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में मजबूती के साथ एक बार फिर से उतरने के लिए जा रही भारतीय जनता पार्टी की ओर से मौजूदा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अयोध्या विधानसभा सीट से चुनाव लड़ाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। अब राज्य के भीतर दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य एवं दिनेश शर्मा को भी विधानसभा चुनाव में उतारने पर सहमति बनती दिख रही है। बताया जा रहा है कि डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को कौशांबी जनपद की सिराथू विधानसभा सीट से टिकट देते हुए मैदान में उतारा जा सकता है। यह उनकी पारंपरिक सीट भी रही है। केशव प्रसाद मौर्य भारतीय जनता पार्टी के भीतर बड़े पिछड़ा वर्ग के नेताओं के तौर पर जाने जाते हैं। उधर कैबिनेट मंत्री रहे स्वामी प्रसाद मौर्य एवं धर्म सिंह सैनी समेत कई अन्य ओबीसी नेताओं के भाजपा छोड़कर चले जाने के बाद डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की अहमियत भाजपा के भीतर और भी अधिक बढ़ गई है। 
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को चुनाव मैदान में उतारकर भारतीय जनता पार्टी ओबीसी वोट बैंक को साधने की कोशिशों में जुट गई है। उल्लेखनीय है कि सिराथू विधानसभा सीट पर पांचवें चरण के अंतर्गत चुनाव होना है। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के अलावा दूसरे डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा को लखनऊ की 3 में से किसी एक विधानसभा सीट से उतारने की भाजपा की ओर से तैयारियां की जा रही है। मिल रही जानकारी के मुताबिक एक तरफ भाजपा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अयोध्या सीट से उतारकर हिंदुत्व के एजेंडे को धार देना चाहती है। इसके अलावा दिनेश शर्मा को ब्राह्मण चेहरे एवं केशव प्रसाद मौर्य को ओबीसी चेहरे के तौर पर चुनाव मैदान में प्रस्तुत करने की तैयारी है। पूरी आक्रामकता के साथ डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य एवं दिनेश शर्मा को चुनाव मैदान में उतारा जा सकता है।

'भाजपा' रटाने वाला अध्यापक लगा लें: अखिलेश  
संदीप मिश्र        
लखनऊ। सपा मुखिया अखिलेश यादव व उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने हमला बोलते हुए कहा कि मुख्यमंत्री आप कोई रटने वाला अध्यापक लगा लो, जो आपको रटाये। क्योंकि साढे़ चार में आप बिजली के कारखाने का नाम नहीं रट पाये। उन्होंने कहा कि यह गरीबों की जेब काटकर के अमीरों की तिजोरी भरने का जो काम कर रहा है वह भाजपा के लोग हैं। उन्होंने कहा, कि यह सेमीफाइनल चुनाव नहीं है, यह फाइनल चुनाव है। इस बार बीजेपी वाले तो ऐसा हिट विकेट हुए कि हमारे तमाम नेताओं की स्ट्रेटजी नहीं समझ पाये। उन्होंने कहा कि अब साईकिल का हैंडल भी ठीक है और दोनों पहिएं भी ठीक हैं।
अखिलेश यादव ने सम्बोधित करते हुए कहा कि जो खबर को देख रहे होंगे कि लगातार उधर विकेट गिर रहे थे। उन्होंने कहा कि हमारे बाबा मुख्यमंत्री क्रिकेट खेलना नहीं जानते। अगर वह क्रिकेट भी खेलना जानते होंगे तो अब तो उनसे कैच छूट गया। उन्होंने स्वामी प्रसाद मौर्या का धन्यवाद अदा करते हुए कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्या ने कहा कि जिधर वह चले जाते हैं सरकार उनकी आ जाती है। उन्होंने कहा कि वह अकेले नहीं चले हैं वह पहले की तरह काफी संख्या में आये हैं। वह लोग गिनते गिन रहे थे कि 80 कभी 20, कहते थे कि तीन-चौथाई सीटें जीतकर आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने कुछ दिन पहले कहा था कि मुख्यमंत्री आप कोई रटने वाला अध्यापक लगा लो, जो आपको रटाये क्योंकि साढे़ चार में आप बिजली के कारखाने का नाम नहीं रट पाये। उन्होंने कहा कि अब मुझे लगता है कि रटने के साथ-साथ उन्हें गणित का भी अध्यापक रखना पडेगा।
अखिलेश यादव ने कहा कि यह जो 80 और 20 की बात कर रहे हैं, 80 लोग प्रतिशत समाजवादी पार्टी यानि गठबंधन के साथ खडे हो गये थे। उन्होंने कहा कि जिसने मंच को देखा होगा और स्वामी प्रसाद मौर्या जी बात सुनी होगी तो वह 20 प्रतिशत भी उनके खिलाफ हो गये होंगे। उन्होंने कहा कि अब भाजपा का सफाया होना तय है। अब कोई रोक नहीं सकता और जो लोग तीन-चौथाई की बात कर रहे थे। सच्चाई यह है कि तीन या चार सीट की बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज बहुत ही शुभ दिन है नये साल के बाद यह त्यौहार ऐसा है बडे ही हर्ष उल्लास के साथ मनाया जाता है और हमें लगता है कि सरकर के लोगों को पहले ही पता चल गया था कि स्वामी प्रसाद मौर्या, धर्म सिंह सैनी के साथ भारी संख्या में लोग आ रहे होंगे। पहले ही हमारे मुख्यमंत्री गोरखपुर चले गये हालांकि पहले ही उनकी टिकट बुक कर रखी है। वो 11 तारीख की टिकट थी लेकिन वह आप लोगों के आ जाने से आज ही वह गोरखपुर चले गये और जरूरी है इन्हें वापस भेजना। इसलिये जरूरी है इन्हें वापस भेजना कि अगर पीछे मुडकर देखें तो उन्होंने यूपी का बर्बाद कर दिया।
अखिलेश यादव ने कहा कि आज भाजपा के पास कोई ठोस उपलब्धि नहीं है यह वही भाजपा के लोग है कि जिन्होंने किसानों को भरोसा दिलाया था कि सरकार आ जायेगी तो किसानों की आय दोगुना हो जायेगी और किसी फसल को सरकार ने खरीदा नहीं, जिस समय किसान को खाद्य की जरूरत थी तो सरकार उन्हें खाद्य नहीं दे पाई। अगर हमारे किसान को खाद्य मिल भी गई तो उसमे जब उन्होंने देखा होगा तो उसमें से 5 किलो खाद्य चोरी हो गई।
अखिलेश यादव ने कहा कि कहा कि यह भाजपा के वो लोग है, जिन्होंने पेट्रोल और डीजल महंगा कर दिया। आज पेट्रोल सौ के पार हैं और जिस कम्पनी का पेट्रोल-डीजल है, इनके गलत फैसलों की वजह से कम्पनी 600 प्रतिशत मुनाफा कमा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह गरीबों की जेब काटकर के अमीरों की तिजोरी भरने का जो काम कर रहा है वह भाजपा के लोग हैं। उन्होंने कहा कि जहां कई मौके हम लोगों ने देखें हैं बहुत-सी बातें अभी कही जा चुकी है लेकिन यह हम कह सकते हैं जो गिनती हम लोगों बताई थी। मंच पर बैठें हुए लोग और यहां पर आये हुए हमारे साथी, जो लोग समाजवादी रास्ते और अंबेडकरवादी लोग हैं। यह दोनों लोग मिलकर के आक्रोश का साथ ले लेंगे तो हो सकता है कि 400 सीटें भी गठबंधन जीत जाये। उन्होंने कहा कि जनता बदलाव के लिये बैठी हुई है, जनता परिवर्तन चाहती है। 
अखिलेश यादव ने कहा कि नौजवान यहां पर अपना हक और सम्मान मांगने आये थे लेकिन उन्हें लाठी मारकर अपमानित किया गया और जाने कितने लोगों को डराया गया। उन्होंने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्या जी हमारे साथ आये तो पता चला कि पता नहीं किस जमाने का वारंट इशु कर दिया और दूसरे हमारे गठबंधन के अपना दल का जब से उनका साथ मिला है लगातार उनकी जांच कर उन्हें परेशान किया जा रहा है और कौंन भूल जायेगा डिजिटल इंडिया की गडबडी। छापा मारना था कहीं और छापा मार लिया आपने यहां। उन्होंने कहा कि चुनाव आ गया है, इसी दिन का हम लोग चुनाव का इंतेजार कर रहे थे। अब साईकिल का हैंडल भी ठीक है और दोनों पहिए भी ठीक है और इसको पैदल चलाने के लिये कितने नौजवान साथी दिखाई दे रहे हैं। अब कोई नहीं रोक सकता, इस रफ्तार को। जब समाजवादी और अंबेडकरवादी साथ आ गये। 
अखिलेश यादव ने कहा कि कई मौका पर गुमराह किया गया, कई मौकों पर नफरत फैलाई गई। उन्होंने कि यह सेमीफाइनल चुनाव नहीं है यह फाइनल चुनाव है। अगर बच्चा कमजोर हो पढ़ाई में तो पूरे परिवार के लोग लग जाते हैं उसे पढ़ाने और रटाने में और कभी-कभी परिवार के लोग परीक्षा में भी सहयोग के लिये जाते हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के जो बाबा मुख्यमंत्री हैं वह फैल हो चुके हैं, कितने भी दिल्ली वाले आये। अब यह पास होने वाले नहीं हैं क्योंकि जनता ने मन बना लिया है कि इनका सूपडा साफ होगा। अखिलेश यादव ने कहा कि इस बार बीजेपी वाले तो ऐसा हिट विकेट हुए कि हमारे तमाम नेताओं की स्ट्रेटजी नहीं समझ पाये। अगर स्ट्रेटजी समझ जाते तो पता नहीं किस डैमेज कंट्रोल में लग जाते। उन्होंने कहा कि हमें खुशी इस बात की है कि इस बार पत्रकार साथियों को भी नहीं पता चला लेकिन यह पत्रकार साथी हमारे साथ आ चुके हैं। अब कोई खिलाफ नहीं है अब सब अपने साथ हैं और ना हम लोग हटाना चाहते हैं यह लोग भी हटाना चाहते हैं।
अखिलेश यादव ने सभी नेताओं व कार्यकर्ताओं का धन्यवाद अदा करते हुए कहा कि यह लोग जब अपने गांव व घर जायेंगे तो साईकिल को नहीं भूलेंगे और साईकिल को बढ़ाने का काम करेंगे। उन्होंने कहा कि किसी ने सोचा नहीं था कि चुनाव ऐसा भी होगा, जो वर्चुअल नाम आ गया। डिजिटल प्लेटफॉर्म से हम अपनी बात कहेंगे। यह सही है कि वर्चुअल और डिजिटल में भी जानते हैं लेकिन जो ताकत हमारे कार्यकर्ताओं में फिजिकल है, उसका कोई मुकाबला नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि यह वर्चुअल और डिजिटल चलेंगे तो हम समाजवादी लोग वर्चुअल और डिजिटल के साथ-साथ फिजिकल भी चलेंगे और घर-घर गांव-गांव जायेंगे।

मकर राशि में सूर्य का प्रवेश, 'संक्रांति' पर्व मनाया        

पंकज कपूर       हरिद्वार। उत्तराखंड मकर संक्रांति पर्व सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने पर शुुुक्रवार को मकर संक्रांति पर्व मनाया जा रहा है। इसी के साथ शुभ कार्य भी शुरू हो जाएंगे। इस दिन गंगा में स्नान और दान पुण्य करना उत्तम माना जाता है। मकर संक्रांति पर इस बार रोहणी नक्षत्र, ब्रह्म योग और आनंदादि योग का निर्माण हो रहा है। इस वजह से यह मकर संक्रांति खास होगी। मकर संक्रांति के अवसर पर गंगा में पवित्र डुबकी लगाने वाले भक्तों पर लगा प्रतिबंध

वहीं, मकर संक्रांति पर्व पर धर्मनगरी हरिद्वार में होने वाले पवित्र स्नान पर रोक लगने के कारण हर की पौड़ी क्षेत्र को सील कर दिया गया है। इसलिए इस बार मकर संक्रांति स्नान पर्व पर यहां सन्नाटा छाया हुआ है। कोरोना वायरस संक्रमण के चलते पुलिस प्रशासन ने रोक लगा दी है। हर की पौड़ी क्षेत्र में भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात की गई है। पूरे हर की पौड़ी क्षेत्र को सील कर दिया गया है। एक भी श्रद्धालु हर की पौड़ी क्षेत्र पर दिखाई नहीं दे रहा है। ऐसा नजारा आपने भी पहले कभी नहीं देखा होगा। 


उत्तराखंड के टिकट को लेकर मंथन, घोषणा जारी

पंकज कपूर            हल्द्वानी। हल्द्वानी में शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी के टिकट के बंटवारे और आपसी गुटबाजी को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी विश्व की सबसे बड़ी पार्टी है और उत्तराखंड के टिकट को लेकर मंथन चल रहा है। जल्द ही भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवारों की घोषणा हो जाएगी।

वहीं, गुटबाजी को लेकर धामी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के अंदर किसी भी प्रकार की गुटबाजी नहीं है। पार्टी से जो नाराज होता है, वह खुद ही वापस आ जाता है। विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है, वह केवल बातें बनाना जानते हैं और लोगों को गुमराह करने का काम करते हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा एक बार फिर राज्य में अपनी सरकार बनाएगी। क्योंकि भाजपा के कार्यों को जनता भली-भांति जानती है।


'मकर संक्रांति' पर मांं उग्रतारा को 56 व्यंजनों का भोग

अविनाश श्रीवास्तव           महिषी। सूर्य के दक्षिणायन से उत्तरायण होने के दिन मनाया जाने वाला पर्व मकर संक्रांति के अवसर पर मां उग्रतारा को 56 व्यंजनों का भोग लगाया जाएगा। मां के दरबार में यह परंपरा वर्षों से चली आ रही है। मान्यता है कि भगवती को 56 भोग लगाने से क्षेत्र में सुख-समृद्धि आती है। मंदिर में श्रद्धा अर्पण वाले पुजारी और ग्रामीणों के सहयोग से 56 भोग की तैयारी बड़े पैमाने पर की जाती है। अतिप्राचीन परंपरा पर इस वर्ष कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले को देखते हुए बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के की संख्या कम रहने की संभावना है। 

माता के 56 भोग श्रद्धालुओं के सहयोग से प्राप्त अन्न और सब्जियों से तैयार व्यंजन के अतिरिक्त बाजार से मिठाई और फल खरीदकर के की जाती है। गाजर, मूली, गोभी और आंवले से बने स्वादिष्ट पकवान से सजी माता की थाली के बीच माता के अन्नपूर्णा स्वरूप से मंगलकामना की आस लिए पटना, खगड़िया, नवगछिया, मधेपुरा, सुपौल सहित अन्य स्थलों से तंत्र साधक और श्रद्धालु आते हैं। हालांकि इस वर्ष इसपर कोरोना का असर दिखना तय है।

क्या है मान्यता: मिथिला में नव्य अन्न की परंपरा नवान के दिन से ही मानी जाती है। लेकिन महिषी के लोगों का नव्यअन्न मकर संक्रांति को माता को भोग लगाने के बाद शुरू होता है। इस सबंध में पंडित जवाहर पाठक का कहना है कि धार्मिक मान्यता के अनुसार सूर्य पुराण के अनुसार तारा सूर्य की आदि शक्ति है। मकर संक्रांति के बाद सूर्य का ताप बढ़ने लगता है। सूर्य के ताप को नियंत्रित करने की कामना से माता तारा को अन्न का भोग लगाया जाता है। इस संबंध में मंदिर के पुजारी ताराकांत झा, सुंदरकांत झा, प्रेमकांत झा का कहना है कि मां उग्रतारा की तंत्र पूजन विधि से माता का भोग जनकल्याण की कामना के लिए लगाया जाता है।

कोरोना को लेकर सुप्रीमों का बयान, शिरकत की

अविनाश श्रीवास्तव         सहरसा। सहरसा पहुंचे पूर्व सांसद व जाप सुप्रीमो पप्पू यादव, जहां उन्होंने जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने कोरोना को लेकर एक बड़ा बयान दे दिया। सहरसा के कई कार्यक्रम में शिरकत की है। इस दौरान मीडिया से मुखातिब होते हुए जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने कोरोना को लेकर एक बड़ा बयान दे दिया। साथ ही साथ डब्ल्यूएचओ पर भी कई गंभीर आरोप लगाए पूर्व सांसद ने डब्ल्यूएचओ पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि डब्ल्यूएचओ ड्रग्स माफियाओं का दलाल बन चुका है और डब्ल्यूएचओ मेडिसिन माफियाओं के चंगुल में है। इस दौरान पूर्व सांसद पप्पू यादव ने साफ तौर पर कोरोना को मानने से इनकार कर दिया।

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