दीक्षान्त समारोह का आयोजन, शपथ दिलाईं
हरिशंकर त्रिपाठी देवरिया। रिजर्व पुलिस लाइन्स देवरिया मे विगत 6 माह से आधारभूत प्रशिक्षण प्राप्त कर रही महिला रिक्रूट आरक्षियो के दीक्षान्त परेड समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि माननीय कृषि मंत्री उ.प्र श्री सूर्य प्रताप शाही एवं पुलिस उप महानिरीक्षक/पुलिस अधीक्षक देवरिया डॉ. श्रीपति मिश्र द्वारा परेड के निरीक्षण के उपरान्त सलामी लिया गया। मुख्य अतिथि महोदय द्वारा महिला रिकू्रट आरक्षियो का दीक्षान्त परेड समारोह मे उत्कृष्ट प्रर्दशन करने हेतु प्रशंसा किया गया। तत्पश्चात मुख्य अतिथि महोदय द्वारा समस्त महिला रिकू्रट आरक्षियो को निष्पक्ष, पूर्ण निष्ठा, पारदर्शिता एवं मनोयोग के साथ अपने दायित्वो के निर्वहन हेतु शपथ दिलाई गई।
मुख्य अतिथि माननीय कृषि मंत्री उ.प्र श्री सूर्य प्रताप शाही द्वारा कहा गया कि आज दीक्षान्त परेड समारोह में महिला रिक्रूट आरक्षियों के शानदार प्रदर्शन से प्रसन्न तथा उत्साहित हूँ कि उनके द्वारा परेड के माध्यम से अनुशासन का परिचय दिया है तथा इसी प्रकार अपने आगे की नियुक्तियों पर भी अपने कर्तव्यों का ईमानदारी एवं जनता से मधुर व्यवहार स्थापित करते हुए अपने 06 माह के सिखलाई का अनुशासनात्मक परिचय देती रहेंगी। इन्हें भविष्य में कई चुनौतिया मिलेंगी जिन्हें इनके द्वारा स्वीकार करते करते हुए उन्हें निभाया जायेगा। समस्त रिक्रूट महिला आरक्षियों को अपने सम्बोधन में उनके द्वारा यह भी बताया गया कि अनुशासन किसी के डर से नहीं अपितु अपनी अन्तरआत्मा से अपने जीवन में लाना चाहिए तथा महिला रिक्रूट आरक्षियो के उज्जवल भविष्य की कामना किया गया एवं उन्हे अच्छे टर्न आउट मे रहकर एक अनुशासित एवं प्रशिक्षित बल का आदर्श प्रस्तुत करने तथा आम जनता के साथ सम्मानजनक, मृदुल, मर्योदोचित व्यवहार करने तथा पीङित की बात धैर्यपूर्वक सुनकर, उनकी मदद करने एवं अपराधियो के प्रति काठोर कार्यवाही कर अपने दायित्यो के निर्वहन हेतु कहा गया।
दीक्षान्त परेड समारोह मे जिलाधिकारी देवरिया श्री आशुतोष निरंजन एवं पुलिस उप महानिरीक्षक/अधीक्षक देवरिया डॉ. श्रीपति मिश्र द्वारा मुख्य अतिथि माननीय कृषि मंत्री उ.प्र श्री सूर्य प्रताप शाही को स्मृती चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि महोदय द्वारा इस अवसर पर इनडोर एवं आउटडोर दोनो मे उत्कृष्ट प्रदर्शन करने पर सर्वांग सर्वोत्तम महिला रि.आ प्रिती चौरसिया, इसके अतिरिक्त वाह्य कक्षीय प्रशिक्षण में प्रथम स्थान प्राप्त किया गया एवं इन्डोर में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली म.रि.आ अंजली यादव, तथा परेड कमाण्डर प्रथम म.रि.आ सुषमिता राय, द्वितीय कमाण्डर म.रि.आ श्रेया सिंह, तृतीय कमाण्डर म.रि.आ नेहा मार्य को प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर अपर पुलिस अधीक्षक श्री राजेश कुमार सोनकर, क्षेत्राधिकारी भाटपार रानी श्री पंचमलाल, क्षेत्राधिकारी नगर श्री श्रीयश श्रिपाठी, क्षेत्राधिकारी रूद्रपुर श्री जिलाजीत, क्षेत्राधिकारी बरहज श्री देवानन्द, क्षेत्राधिकारी सलेमपुर श्री कपिलमुनि सिह एवं क्षेत्राधिकारी कार्यालय श्री विनय कुमार यादव, प्रतिसार निरीक्षक श्री पंकज सिंह, आरटीसी प्रभारी उ.नि श्री पतिराम, महिला रिकू्रट आरक्षियो के परिजन आदि उपस्थित थे।
कई बार स्पर्श की जाने वाली सतहों जैसे, स्टियरिंग, दरवाजों के हैंडल, चाभी आदि को नियमित रूप से सेनेटाइज़ किया जाए। पंक्तियों को व्यवस्थित करने के लिए पर्याप्त दूरी के साथ निश्चित मार्किंग की जाए। यदि विद्यार्थी स्कूल बसों से विद्यालय आते हैं तो स्कूली वाहनों को आंतरिक तथा बाह्य दोनों ओर से दिन भर में नियमित रूप से सोडियम हाईपोक्लोराइट विलयन/स्प्रे का उपयोग करते हुए कम से कम दो बार सेनेटाइज़ किया जाए।स्कूल बस के ड्राइवर एवं कंडक्टर द्वारा हर समय विशेषक उनके लिए निर्धारित स्थानों पर शारीरिक दूरी का अनुपालन किया जाए। उनके द्वारा बस में विद्यार्थियों के मध्य शारीरिक। सामाजिक दूरी सुनिश्चित की जाए तथा कोविड19 प्रोटोकॉल का अक्षरशः पालन किया जाए। सभी शिक्षकों, विद्यार्थियों तथा विद्यालय के अन्य कर्मचारियों को अनिवार्य रूप से मास्क पहनने हेतु दिशा निर्देश निर्गत के जाएँ। विद्यार्थियों को कक्षा में 6 फीट की दूरी पर बैठने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। विद्यालयों में प्रार्थना सभा, सांस्कृतिक आयोजन, खेल आधारित गतिविधियां, वार्षिक उत्सव, प्रदर्शनी का आयोजन कोविड19 का पालन करते हुए किया जाए। विद्यार्थियों को उनके माता-पिता/अभिभावकों की लिखित सहमति के उपरांत ही पठन-पाठन हेतु विद्यालय बुलाया जाए।
विद्यालय में उपस्थित हेतु लचीला रुख अपनाया जाए तथा किसी विद्यार्थी को विद्यालय आने के लिए बाध्य न किया जाए।घर से अध्ययन करने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए ऑनलाइन क्लास की सुविधा उपलब्ध कराई जाए। कोविड19 के फैलाव तथा उससे बचाव के उपायों के लिए समस्त विद्यार्थियों को जागरूक किया जाए। ऐसे सभी कर्मचारी जो उच्च जोखिम वाले हैं। जैसे वृद्ध कर्मचारी, गर्भवती कर्मचारी तथा वे कर्मचारी जिन्हें स्वास्थ्य कारणों से अतिरिक्त सतर्कता की आवश्यकता है, उन्हें ऐसे कार्यों में न संलग्न किया जाए। जिनमें विद्यार्थियों का सीधा संपर्क होता हो। विद्यालयों में खेल, संगीत, नृत्य तथा अन्य प्रदर्शन कलाओं की कक्षाओं में सामूहिक गतिविधियों का आयोजन तभी किया जाए, जबकि शारीरिक दूरी तथा स्वास्थ्य सुरक्षा मानकों का पालन करना संभव हो। विद्यालय में किसी छात्र, शिक्षक, एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारी को बुखार, खांसी, जुखाम इत्यादि से संबन्धित लक्षण दिखाई देते हैं तो उनको चिकित्सीय परामर्श के साथ घर सुरक्षित पहुँचने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
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