चौथे एशेज टेस्ट के लिए ख्वाजा का टीम में चुनाव
मोमीन मलिक सिडनी। मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज ट्रेविस हेड के कोरोना संक्रमित होने के बाद ऑस्ट्रेलिया ने ढाई साल से बाहर चल रहे उस्मान ख्वाजा को चौथे एशेज टेस्ट के लिए टीम में चुना। ख्वाजा ने सिडनी टेस्ट की दोनों पारियों में शतक जड़ दिया।उन्होंने सिडनी टेस्ट के दौरान ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी में 137 रन बनाए, जबकि दूसरी पारी में 101 रन बनाकर अविजित रहे।
दूसरी पारी में भी उस्मान ख्वाजा ने शानदार पारी खेली. 35 साल के ख्वाजा के शतक की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड के सामने 388 रनों का एक बड़ा लक्ष्य रखा है। ख्वाजा ने दूसरी पारी में 138 गेंदों में 101 रनों की आक्रामक पारी खेली और कैमरन ग्रीन के साथ 179 रनों की साझेदारी की। इसके साथ ही ऑस्ट्रेलिया के लिए एक ही टेस्ट में दोनों पारियों में शतक जड़ने वाले उस्मान ख्वाजा एशेज टेस्ट में छठे बल्लेबाज बन गए हैं। ओवरआल टेस्ट फॉर्मेट में सिडनी में एक ही टेस्ट की दोनों पारियों में शतक जड़ने के मामले में वह तीसरे बल्लेबाज बने। ख्वाजा के अलावा डग वाल्टर्स और रिकी पोंटिंग ने सिडनी में एक ही टेस्ट की दोनों पारियों में शतक स्कोर किया है।
संक्रमण से बचाव के लिए इम्यूनिटी को रखें मजबूत
सरस्वती उपाध्याय सर्दियों में लोग तमाम तरह के वायरल और संक्रमण का शिकार होते हैं। इस मौसम में होने वाली बीमारियों से बचना है तो हमें अपना इम्युन सिस्टम मजबूत रखना होगा। क्योंकि मौसमी बुखार या एलर्जी हो या फिर आम वायरल हमें इन संक्रमणों से लड़ने के लिए एक मजबूत इम्युन सिस्टम की आवश्यकता होती है। लिहाजा इस सीजन में हमें अपनी डाइट का खास ख्याल रखना जरूरी है। शरीर को गर्म रखने के लिए सर्दियों में हमें अलग-अलग आटे से बनी रोटियां अपनी डाइट में शामिल करनी चाहिए। तो चलिए हम आपको बताते हैं कि आप किन-किन आटे की रोटियां खा सकते हैं।
ज्वार का आटा: ज्वार के आटा प्रोटीन, विटामिन बी, पोटैशियम, फॉस्फोरस, कैल्शियम और आयरन जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होता है। रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के साथ ये शरीर को गर्माहट देने का काम करता है। दमा, डायबिटीज आदि की समस्याओं से जूझ रहे लोगों के लिए ये काफी फायदेमंद है।
बाजरा का आटा: ये आटा प्रोटीन से भरपूर होता है, साथ ही तासीर में काफी गर्म है। मांसपेशियों को स्वस्थ्य और मजबूत बनाए रखने के लिए इसे काफी अच्छा माना जाता है। जिन लोगों को सर्दी बहुत लगती है, जोड़ों या कमर में दर्द की परेशानी है, दमा की समस्या है, उन्हें सर्दियों में बाजरे के आटे का सेवन करना चाहिए। फाइबर से भरपूर होने के कारण इसे पचाना भी आसान होता है।
रागी का आटा: कैल्शियम, प्रोटीन, पोटैशियम, आयरन, फाइबर भरपूर रागी की तासीर काफी गर्म होती है, इसलिए इसका सेवन सर्दियों में किया जाता है। पहाड़ी क्षेत्रों में तमाम लोग सर्दी के असर से बचने के लिए इस आटे से बनी रोटियों को खाते हैं। ये वेट लॉस में मददगार माना जाता है और शरीर को एनीमिया से बचाता है। डायबिटीज के मरीजों के लिए भी इसे काफी फायदेमंद माना जाता है।
मक्का का आटा: सर्दियों में मक्के के आटे की रोटी भी काफी फायदा करती है। मक्के के आटे में फाइबर, विटामिन ए, बी, ई, मिनरल्स और एंटी ऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं। साथ ही ये ग्लूटेन फ्री होता है। वैसे तो मक्के के आटे से रोटी, परांठा, पूड़ी वगैरह कुछ भी बनाकर खाया जा सकता है, लेकिन सर्दियों में ज्यादातर लोग मक्के की रोटी और सरसों का साग खाना पसंद करते हैं।
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