केशव ने 542 परियोजनाओं का शिलान्यास किया
गणेश साहू
कौशाम्बी। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने शुक्रवार को कौशाम्बी जिले के मीठे पुर सायरा में आयोजित कार्यक्रम के माध्यम से 1346 करोड़ 66 लाख रुपए कीमत की 542 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया है। इस मौके पर उन्होंने केंद्र प्रदेश सरकार की विभिन्न योजनाओं का बखूबी बखान किया है। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि केंद्र की मोदी और उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में ही गांव गरीब का विकास हुआ है। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में सड़कों का जाल बिछाया गया है। इससे आम जनता की दिक्कतें दूर हुई है।
कार्यक्रम के शुरुआत में जोरदार माल्यार्पण कर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का स्वागत किया गया है। जिन परियोजनाओं का डिप्टी सीएम द्वारा आज लोकार्पण शिलान्यास किया गया है। उनमें लोक निर्माण विभाग के 498 परियोजनाओं का शिलान्यास किया गया है। जिसकी कीमत 1266 करोड़ 90 लाख रुपए है।
डिप्टी सीएम द्वारा लोक निर्माण विभाग की 74 करोड़ 88 लाख की 41 परियोजनाओं का लोकार्पण किया गया है। इसके अलावा राज्य सेतु निगम की दो परियोजनाओं का डिप्टी सीएम द्वारा लोकार्पण किया गया। जिसकी लागत 3 करोड़ 98 लाख रुपए है। राजकीय निर्माण निगम द्वारा एक परियोजना का भी लोकार्पण डिप्टी सीएम द्वारा किया गया। जिसकी लागत 2 करोड़ 11 लाख रुपए है। कार्यक्रम के दौरान चायल विधायक संजय गुप्ता सिराथू विधायक शीतला प्रसाद पटेल, जिला अध्यक्ष अनीता त्रिपाठी सहित तमाम पार्टी पदाधिकारी कार्यकर्ता विभागीय अधिकारी कर्मचारी और आम जनमानस मौजूद रहें।
डीएम ने पशुपालन विभाग के कार्यों की समीक्षा की
हरिशंकर त्रिपाठी
देवरिया। जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन ने विकास भवन स्थित गांधी सभागार में पशुपालन विभाग के कार्यों की मासिक समीक्षा की। समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी ने मुख्य सचिव के निर्देश पर जनपद में चल रहे निराश्रित गोवंशों को गो-आश्रय स्थलों में संरक्षित करने के विशेष अभियान की प्रभाविता बढ़ाने तथा गो-आश्रय स्थलों में संरक्षित गोवंशों के ठंड से बचाव के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने कहा कि अभी तक इस अभियान के तहत जनपद में कुल 75 निराश्रित गोवंशों को गो-आश्रय स्थल पहुंचाया जा चुका है। आगामी 3 दिनों में अभियान को और तेज करने की आवश्यकता है। जिससे सभी निराश्रित गोवंशों को गो-आश्रय स्थलों में संरक्षित किया जा सके। जिलाधिकारी ने नगर निकायों के अधिशासी अधिकारी, खंड विकास अधिकारी और पशुपालन विभाग आपसी समन्वय से समेकित प्रयास कर अभियान को सफल बनाने का निर्देश दिया।
समीक्षा बैठक में पशुचिकित्सा अधिकारी पीएन सिंह ने जिलाधिकारी को अवगत कराया कि जनपद के समस्त गो-आश्रय स्थलों में वर्तमान में 1266 गोवंश संरक्षित हैं। जिन्हें ठंड से बचाव हेतु पशुपालन विभाग द्वारा काऊ कोट उपलब्ध करा दिया गया है। साथ ही ठंडी हवा और शीत से बचाव के लिए तिरपाल की व्यवस्था भी सभी गो-आश्रय स्थलों पर कर ली गई है। जिलाधिकारी ने सभी 11 नगर निकायों के अधिशासी अधिकारियों और सभी 16 ब्लॉकों के खंड विकास अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में स्थापित गो-आश्रय स्थलों का औचक निरीक्षण कर ठंड से बचाव के लिए की गई व्यवस्था का जायज़ा लेते रहने का निर्देश दिया।
जिलाधिकारी ने कहा कि सभी गो आश्रय स्थलों पर हरे चारे-भूसे और पानी की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाये। सभी गो-आश्रय स्थलों पर चौकीदारों की तैनाती तथा पशु-चिकित्सकों द्वारा नियमित अंतराल पर गोवंशों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जाये। समीक्षा बैठक में मुख्य विकास अधिकारी रवींद्र कुमार, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट/एसडीएम गुंजन द्विवेदी, एसडीएम सौरभ सिंह, एसडीएम ध्रुव कुमार शुक्ला, एसडीएम संजीव उपाध्याय सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
जिलाधिकारी ने कहा कि अभी तक इस अभियान के तहत जनपद में कुल 75 निराश्रित गोवंशों को गो-आश्रय स्थल पहुंचाया जा चुका है। आगामी 3 दिनों में अभियान को और तेज करने की आवश्यकता है। जिससे सभी निराश्रित गोवंशों को गो-आश्रय स्थलों में संरक्षित किया जा सके। जिलाधिकारी ने नगर निकायों के अधिशासी अधिकारी, खंड विकास अधिकारी और पशुपालन विभाग आपसी समन्वय से समेकित प्रयास कर अभियान को सफल बनाने का निर्देश दिया।
समीक्षा बैठक में पशुचिकित्सा अधिकारी पीएन सिंह ने जिलाधिकारी को अवगत कराया कि जनपद के समस्त गो-आश्रय स्थलों में वर्तमान में 1266 गोवंश संरक्षित हैं। जिन्हें ठंड से बचाव हेतु पशुपालन विभाग द्वारा काऊ कोट उपलब्ध करा दिया गया है। साथ ही ठंडी हवा और शीत से बचाव के लिए तिरपाल की व्यवस्था भी सभी गो-आश्रय स्थलों पर कर ली गई है। जिलाधिकारी ने सभी 11 नगर निकायों के अधिशासी अधिकारियों और सभी 16 ब्लॉकों के खंड विकास अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में स्थापित गो-आश्रय स्थलों का औचक निरीक्षण कर ठंड से बचाव के लिए की गई व्यवस्था का जायज़ा लेते रहने का निर्देश दिया।
जिलाधिकारी ने कहा कि सभी गो आश्रय स्थलों पर हरे चारे-भूसे और पानी की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाये। सभी गो-आश्रय स्थलों पर चौकीदारों की तैनाती तथा पशु-चिकित्सकों द्वारा नियमित अंतराल पर गोवंशों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जाये। समीक्षा बैठक में मुख्य विकास अधिकारी रवींद्र कुमार, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट/एसडीएम गुंजन द्विवेदी, एसडीएम सौरभ सिंह, एसडीएम ध्रुव कुमार शुक्ला, एसडीएम संजीव उपाध्याय सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
डीएम की अध्यक्षता में संयुक्त बैठक आयोजित
बृजेश केसरवानी प्रयागराज। विधानसभा सामान्य निर्वाचन 2022 की तैयारियों के सम्बंध में जिलाधिकारी संजय कुमार खत्री एवं वरिष्ठ पुुलिस अधीक्षक अजय कुमार की अध्यक्षता में शुक्रवार को संगम सभागार में संयुक्त बैठक आयोजित की गयी। बैठक में जिलाधिकारी ने निर्वाचन से सम्बंधित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि जिसको जो भी दायित्व दिए गए है। उसको पूरी तन्मयता, निष्ठा एवं ईमानदारी से सम्पादित करें।
उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग के द्वारा दिए जा रहे निर्देशों का बारीकी से अध्ययन करते हुए उसका पालन सुनिश्चित करें। बैठक में जिलाधिकारी ने सभी उपजिलाधिकारियों तथा पुलिस क्षेत्राधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में भ्रमण कर मतदान केन्द्रों पर सभी आवश्यक व्यवस्थायें समय से सुनिश्चित किये जाने का निर्देश दिया है। जिलाधिकारी ने अवैध शराब के विरूद्ध प्रभावी कार्रवाई करने तथा चेक पोस्टों पर कड़ी चेकिंग किये जाने का निर्देश दिया है। उन्होंने गुण्डा एक्ट तथा असामाजिक तत्वों के विरूद्ध प्रभावी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। शस्त्रों को जमा कराने तथा अवैध असलहों के विरूद्ध प्रभावी कार्रवाई करने का निर्देश दिए है।
संवेदनशील तथा अतिसंवेदनशील बूथों के सम्बंध में भी आवश्यक कार्रवाई करने के लिए कहा है। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी शिपू गिरि, एडीएम प्रशासन हर्षदेव पाण्डेय, एस.पी सिटी दिनेश सिंह, एस.पी गंगापार अभिषेक अग्रवाल तथा एसपी यमुनापार सौरभ दिक्षित सहित सभी उपजिलाधिकारी तथा पुलिस क्षेत्राधिकारी सहित अन्य सम्बंधित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे।
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