शनिवार, 22 जनवरी 2022

कोरोना 'टीकाकरण' के लिए नई गाइडलाइन जारी

कोरोना 'टीकाकरण' के लिए नई गाइडलाइन जारी     

अकांशु उपाध्याय            नई दिल्ली। कोरोना संक्रमितों के टीकाकरण के लिए केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने नई गाइडलाइन जारी की है। भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार कोविड-19 पीड़ित व्यक्तियों को उनके स्वस्थ होने के तीन माह बाद कोरोना से बचाव का टीका लगाया जाना है। 

यह गाइडलाइन स्वास्थ्य कर्मियों, फ्रंटलाइन वर्कर्स और 60 वर्ष से अधिक के लोगों को लगाए जा रहे प्रिकॉशन डोज के साथ ही सभी आयु वर्ग के टीकाकरण के लिए प्रभावी होगा।

कई पदों पर भर्ती, 31 तक कर सकेंगे आवेदन
अकांशु उपाध्याय        
नई दिल्ली। नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड ने ड्रैगलाइन ऑपरेटर, डंपर ऑपरेटर और ग्रेडर ऑपरेटर सहित अन्य कई पदों पर भर्ती के लिए योग्य उम्मीदवारों से आवेदन मांगे हैं। सभी इच्छुक और योग्य उम्मीदवार एनसीएल  2022 के लिए 31 जनवरी 2022 तक या उससे पहले आवेदन कर सकते हैं।
आधिकारिक नोटिफिकेशन के अनुसार, इस प्रक्रिया के माध्यम से ड्रैगलाइन ऑपरेटर के 19 पद, डोजर ऑपरेटर के 16 पद, ग्रेडर ऑपरेटर के 7 पद, सरफेस माइनर ऑपरेटर के 27 पद, डंपर ऑपरेटर के 184 पद, शोवेल ऑपरेटर के 19 पद, पे लोडर ऑपरेटर के 9 पद और क्रेन ऑपरेटर के 26 पदों पर भर्ती की जाएगी।इन पदों पर भर्ती के लिए उम्मीदवार किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से कक्षा 10वीं या समकक्ष परीक्षा पास होना चाहिए। साथ ही उम्मीदवार के पास एचएमवी लाइसेंस होना चाहिए।
ड्रैगलाइन ऑपरेटर पदों पर भर्ती के लिए उम्मीदवार के पास डीजल मैकेनिक / मोटर मैकेनिक / फिटर ट्रेड में आईटीआई और एनसीवीटी / एससीवीटी द्वारा जारी ट्रेड सर्टिफिकेट भी होना चाहिए। विस्तृत जानकारी के लिए उम्मीदवार आधिकारिक नोटिफिकेशन चेक कर सकते हैं। सभी योग्य उम्मीदवार ड्रैगलाइन ऑपरेटर सहित अन्य पदों पर भर्ती के लिए संबंधित एरिया या यूनिट के स्टाफ ऑफिसर को रजिस्टर्ड या स्पीड पोस्ट के माध्यम से अपना आवेदन भेज सकते हैं। इसके अलावा उम्मीदवार मेल आईडी के माध्यम से अपना आवेदन और अन्य आवश्यक दस्तावेज मेल कर सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट पर चेक करें।

सोने की कीमतों में 10 ग्राम की तेजी, चांदी में उछाल

अकांशु उपाध्याय          नई दिल्ली। भारतीय सर्राफा बाजार में साप्ताहिक कीमतों में तेजी आई है। वहीं, चांदी की चमक भी बढ़ गई है। इस कारोबारी हफ्ते में सोने के भाव में 466 रुपये प्रति 10 ग्राम की तेजी दर्ज की गई है। जबकि, चांदी के भाव में 3,182 रुपये प्रति किलोग्राम का उछाल आया है। इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन यानी आईबीजीए की वेबसाइट के मुताबिक, (17-21 जनवरी के बीच) की शुरुआत में 999 शुद्धता वाला 24 कैरेट गोल्ड का रेट 48,112 था, जो शुक्रवार तक बढ़कर 48,608 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया है। वहीं, 999 शुद्धता वाली चांदी की कीमत 61,759 से बढ़कर 64,941 रुपये रुपये प्रति किलोग्राम हो गया है।

बता दें कि आईबीजीए की ओर से जारी कीमतों से अलग-अलग शुध्दता के सोने के स्टैंडर्ड भाव की जानकारी मिलती है। ये सभी दाम टैक्स और मेकिंग चार्ज के पहले के हैं। आईबीजीए द्वारा जारी किए गए दरें देशभर में सर्वमान्य हैं लेकिन इसकी कीमतों में जीएसटी शामिल नहीं होती है।

26 जनवरी को मनाया जाएगा 72वां 'गणतंत्र दिवस'    

अकांशु उपाध्याय          नई दिल्ली। 72वां गणतंत्र दिवस में कुछ दिन बाकी रह गए हैं। ऐसे में इस राष्ट्रीय पर्व की तैयारी शुरू हो गई है। हर साल की तरह इस बार कोरोना महामारी के कारण राजपथ पथ पर इसके आयोजन के लेकर कई सावधानिय बरती जा रही है। हम भारतवासी हर साल पूरे जोश के साथ 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाते हैं और इस साल देश हम देशवासी अपना 72वां गणतंत्र दिवस मनायेंगे। जिसमें बस कुछ ही दिन बाकी हैं। 26 जनवरी के ही दिन भारत एक संप्रभु गणराज्य बन गया था। भारत ने अंग्रेजो से 1947 में आजादी हासिल कर ली, लेकिन 26 जनवरी 1950 तक संविधान लागू नहीं हुआ था। संविधान लागू होने के बाद भारत एक आजाद और संप्रभु गणराज्य बन गया। यह दिन हम भारतवासी बहुत धूमधाम और उत्साह के साथ, धार्मिक भेदभाव से परे होकर एक राष्ट्रीय त्यौहार के रूप में मनाते हैं। पूरे देश में इस दिन स्कूल, कॉलेज, गवर्नमेंट ऑफिस से लेकर आम जगहों पर तिरंगा फहराया जाता है। इस खास मौके पर हर साल इंडिया गेट से लेकर राष्ट्रपति भवन तक राजपथ पर भव्य परेड भी होती है। इस परेड में भारतीय सेना, वायु सेना, नौसेना आदि की विभिन्न रेजिमेंट हिस्सा लेती हैं। दरअसल, 26 जनवरी को इसलिए चुना गया क्योंकि 1930 में इसी दिन भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने भारत की पूरी तरह से आजादी की घोषणा की थी। इसके ऐतिहसिक दृष्टिकोण से देखा जाये तो 1929 को पंडित जवाहरलाल नेहरू की अध्यक्षता में इंडियन नेशनल कांग्रेस के जरिये एक सभा का आयोजन किया गया था। जिसमें आम सहमति से इस बात एलान किया गया अंग्रेजी सरकार, भारत को 26 जनवरी 1930 तक डोमिनियन स्टेटस का दर्जा दे। जिसके बाद भारत ब्रिटिश साम्राज्य के तहत एक स्वायत्त राज्य का दर्जा मिलते ही, देश अपने आपको पूरी तरह स्वतंत्र घोषित कर देगा।

भारत की आजादी के बाद, संविधान सभा की घोषणा की गई और इसने 9 दिसंबर 1947 को अपना काम शुरू कर दिया। भारत के संविधान को संविधान सभा के जरिये 2 साल 11 महीने और 18 दिनों में तैयार किया गया था और भारत का संविधान 26 नवंबर 1949 को संविधान सभा के अध्यक्ष डॉ. राजेन्द्र प्रसाद को सौंप दिया गया था। इसलिए हर साल 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता है। गौरतलब हो कि भारतीय संविधान का मसौदा डॉ. भारत रत्न बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने तैयार किया था। जिन्हें भारतीय संविधान के वास्तुकार के रूप में जाना जाता है। कई सुधारों और बदलावों के बाद कमेटी के 308 सदस्यों ने 24 जनवरी 1950 हाथ से लिखे कानून की दो कापियों पर हस्ताक्षर किये, जिसके दो दिनों बाद 26 जनवरी को यह देश में लागू कर दिया गया। 26 जनवरी के महत्व को बनाए रखने के लिए उसी दिन भारत को एक लोकतांत्रिक पहचान दी गई थी।

भारत को 15 अगस्त 1947 को भारत को आजादी मिली, जबकि 26 जनवरी 1950 संविधान लागू होने के बाद भारत एक लोकतांत्रिक देश बन गया। संविधान के लागू होने के बाद पहले से चले आरहे अंग्रेजों का कानून (1935) को भारतीय संविधान के जरिये भारतीय शासन दस्तावेज के रूप में बदल दिया गया। इसीलिए हर साल हम भारतवासी 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस 'रिपब्लिक डे' के रूप में मनाया जाता है। दा वायर” में छपे एक लेख के मुताबिक भारत 26 जनवरी 1950 को सुबह 10 बज कर 18 मिनट पर एक गणतंत्र राष्ट्र बना. उसके ठीक 6 मिनट बाद 10 बज कर 24 मिनट पर डॉ. राजेन्द्र प्रसाद नें भारत के पहले राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। इस दिन पहली बार डॉ. राजेन्द्र प्रसाद राष्ट्रपति के रूप में बग्गी पर बैठकर राष्ट्रपति भवन से बाहर निकले थे।

इस दिन हम भारतवासी तिरंगा फहराने, राष्ट्रगान का पाठ करने करने के साथ-साथ गली चौराहों, स्कूल, कॉलेज जैसे कई जगहों पर शो और कार्यक्रमों के आयोजन किया जाता है। इसके अलावा, भारतीय सेना, नौसेना, वायु सेना, पुलिस और अर्धसैनिक बलों सहित रक्षा बल अपने कौशल, पराक्रम और शक्ति का प्रदर्शन करती है और राजपथ पर परेड में भारत की रक्षा कौशल का प्रदर्शन करते हैं। जिसका सीधा प्रसारण टेलीविजन पर किया जाता है। स्टंट करने के अलावा, एयर शो, मोटरबाइक पर स्टंट, टैंक और अन्य हथियारों को भी भारतीय जनमानस के सामने दिखाया किया जाता है। इनके साथ ही खूबसूरती से सजाई गई झांकियां हैं जो भारत के विभिन्न राज्यों की विशेषता सुंदरता और सांस्कृतिक परम्पराओं को दर्शाती हैं।

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