पीएम-किसान योजना: 20,900 करोड़ की किस्त
अकांशु उपाध्याय नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को 10.09 करोड़ किसानों को पीएम-किसान योजना के तहत 20,900 करोड़ रुपये की 10वीं किस्त जारी की। प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये आयोजित कार्यक्रम में लाभार्थियों को यह राशि जारी की। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) योजना के तहत पात्र किसानों को एक साल में 6,000 रुपये की वित्तीय सहायता उपलब्ध कराई जाती है।किसानों को यह राशि 2,000 रुपये की तीन समान किस्तों में उनके बैंक खाते में स्थानांतरित की जाती है। वर्चुअल कार्यक्रम में मोदी ने 351 कृषक उत्पादक संगठनों (एफपीओ) को 14 करोड़ रुपये से अधिक का इक्विटी अनुदान भी जारी किया। इससे 1.24 लाख किसानों को फायदा होगा। इस कार्यक्रम में नौ राज्यों के मुख्यमंत्री, विभिन्न राज्यों के मंत्री और कृषि संस्थानों के प्रतिनिधि भी वर्चुअल तरीके से शामिल हुए।
इस मौके पर कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि नए साल 2022 के पहले दिन 10.09 करोड़ लाभार्थियों के खातों में 20,900 करोड़ रुपये की राशि स्थानांतरित की गई है। उन्होंने कहा कि पीएम-किसान कार्यक्रम सरकार के किसानों की आमदनी को दोगुना करने के प्रयासों में मदद करने के लिए शुरू किया गया है। इससे पहले पीएम-किसान की नौवीं किस्त अगस्त, 2021 में जारी की गई थी। आज जारी राशि के बाद अबतक इस योजना के तहत किसानों को 1.8 लाख करोड़ रुपये उपलब्ध कराए जा चुके हैं। पीएम-किसान योजना की घोषणा फरवरी, 2019 के बजट में की गई थी। इसके तहत पहली किस्त दिसंबर, 2018 से मार्च, 2019 की अवधि के लिए जारी की गई थी।
देश के संघीय ढांचे को मजबूत करने का संकल्प
मिनाक्षी लोढी कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तृणमूल कांग्रेस के स्थापना दिवस के अवसर पर पार्टी कार्यकर्ताओं को शनिवार को बधाई दी और देश के संघीय ढांचे को मजबूत करने का संकल्प लिया। बनर्जी ने कांग्रेस छोड़कर एक जनवरी, 1998 को तृणमूल कांग्रेस का गठन किया था। उन्होंने ट्वीट किया कि तृणमूल कांग्रेस के स्थापना दिवस पर मैं हमारे सभी कार्यकर्ताओं, समर्थकों और मां-माटी-मानुष परिवार के सदस्यों को शुभकामनाएं देती हूं। हमारी यात्रा एक जनवरी, 1998 को आरंभ हुई थी और हम तभी से लोगों की सेवा करने एवं उनका कल्याण सुनिश्चित के अपने प्रयासों के प्रति प्रतिबद्ध रहे हैं।
बनर्जी के नेतृत्व में तृणमूल ने 2021 विधानसभा चुनाव में शानदार जीत हासिल की थी और वह लगातार तीसरी बार मुख्यमंत्री बनीं। उन्होंने ट्वीट किया कि हम नव वर्ष में प्रवेश कर रहे हैं, तो आइए, ऐसे में हर प्रकार के अन्याय के खिलाफ एकजुट होने का संकल्प लें। एक दूसरे के साथ दयालुता और सम्मान के साथ व्यवहार करें। मैं आपके आशीर्वाद के लिए आपको धन्यवाद देती हूं। तृणमूल ने 2001 और 2006 में दो बार विधानसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन वह सफल नहीं हुई। इसके बाद उसने 2011 में शक्तिशाली वाम मोर्चा को हराकर जीत हासिल की।
महाराष्ट्र में 20 विधायक कोरोना संक्रमित, प्रतिबंध
कविता गर्ग पुणे। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पंवार ने शनिवार को कहा कि राज्य में अब तक 10 से अधिक मंत्री और कम से कम 20 विधायक कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जा चुके हैं और यदि कोविड-19 के नए मामले बढ़ते रहे तो कड़े प्रतिबंध लागू किए जा सकते हैं। राज्य में शुक्रवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 8,067 नए मामले सामने आने के एक दिन बाद पवार ने यह बयान दिया है। शुक्रवार को सामने आए नए मामले बृहस्पतिवार को सामने आए नए मामलों से 50 प्रतिशत अधिक रहे। उन्होंने कोरेगांव-भीमा युद्ध की 204वीं वर्षगांठ के अवसर पर पेरने गांव में जयस्तंभ स्मारक का दौरा करने के बाद संवाददाताओं से कहा, ”हमने विधानसभा सत्र को हाल में छोटा कर दिया। अभी तक 10 मंत्री और 20 से अधिक विधायक कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं।
हर कोई नववर्ष, जन्मदिन और अन्य समारोहों में भाग लेना चाहता है। यह बात ध्यान रखिए कि नया स्वरूप (ओमीक्रोन) तेजी से फैलता है और इसलिए, सावधानी बरतने की आवश्यकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आग्रह किया है और कुछ राज्यों ने रात्रिकालीन कर्फ्यू लागू कर दिया है। महाराष्ट्र के मुंबई और पुणे में मामले बढ़ रहे हैं।” पंवार ने और प्रतिबंध लगाए जाने की संभावना के बारे में सवाल किए जाने पर जवाब दिया कि राज्य सरकार मरीजों की बढ़ती संख्या पर नजर रख रही है। उन्होंने कहा, ”यदि मरीजों की संख्या बढ़ती रही, तो कड़े प्रतिबंध लागू किए जाएंगे। कड़े प्रतिबंधों से बचने के लिए हर व्यक्ति को नियमों का पालन करना चाहिए।” पवार ने कहा कि सरकार ने हाल में कहा था कि कोरेगांव-भीमा युद्ध की वर्षगांठ पर श्रद्धांजलि देने के लिए हर साल आने वाले लाखों लोगों की सुविधा के लिए स्मारक (जयस्तंभ) के पुनर्विकास के वास्ते भूमि अधिग्रहित की जा सकती है। उन्होंने कहा कि इस मामले में आगे कदम उठाने के लिए एक समिति का गठन किया गया है।
महाराष्ट्र सरकार द्वारा बैलगाड़ी दौड़ कार्यक्रम की अनुमति देने से इनकार किए जाने और पूर्व सांसद शिवाजी अधलराव पाटिल द्वारा इसका आयोजन किए जाने की घोषणा करने के बारे में पूछे जाने पर पवार ने कहा, ”(कोविड-19 कार्य बल की) बैठक के बाद, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य के मुख्य सचिव को सभी जिलाधिकारियों को यह आदेश जारी करने का निर्देश दिया कि वैश्विक महामारी की एक अन्य लहर को रोकने के लिए जनसभाओं से बचा जाए। इसी के आधार पर व्यापक हित को ध्यान में रखते हुए अनुमति देने से इनकार किया गया होगा, न केवल शिवाजी अधलराव पाटिल, बल्कि बैलगाड़ी दौड़ आयोजित करने के हर समर्थक को (कोविड-19 की तीसरी लहर के) बढ़ते खतरे को भी ध्यान में रखना चाहिए।”
आरटी-पीसीआर जांच केंद्र का जायजा लिया: मनसुख
नरेश राघानी अहमदाबाद। कोरोना वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप के बढ़ते मामलों के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने गुजरात के अहमदाबाद अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आरटी-पीसीआर जांच केंद्र का जायजा लिया और यात्रियों और अधिकारियों से बातचीत की। भारत ने ‘जोखिम’ वाले देशों से हवाई अड्डों पर आने वाले यात्रियों के लिए जांच सहित अतिरिक्त उपाय अनिवार्य कर दिए हैं। सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर यात्रियों के लिए विभिन्न सुविधाएं भी शुरू की गई हैं। हवाई अड्डे के अधिकारियों के अनुसार, प्रतीक्षा क्षेत्र में 220 यात्रियों के रूकने, 17 पंजीकरण काउंटर, 120 आरटी-पीसीआर मशीन सहित नमूने लेने के लिए आठ बूथ की सुविधा शुरू की गई है।
ट्विटर पर साझा किए गए एक वीडियो क्लिप में मांडविया प्रतीक्षारत यात्रियों और हवाई अड्डे के अधिकारियों के साथ बातचीत करते नजर आए। केंद्रीय मंत्री ने शुक्रवार रात ट्वीट किया, ”गुजरात प्रवास के दौरान मैंने अहमदाबाद के सरदार वल्लभ भाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आरटी-पीसीआर जांच केंद्र का जायजा लिया व यात्रियों से बातचीत की। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, ‘जोखिम वाले’ देशों में ब्रिटेन के साथ यूरोप के देश और दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बोत्सवाना, जिम्बाब्वे, तंजानिया, हांगकांग, चीन, घाना, मॉरीशस, न्यूजीलैंड और इजराइल शामिल हैं। गुजरात में शुक्रवार तक ओमीक्रोन के मामलों की संख्या 113 थी।
वैष्णो देवी मंदिर में हुईं भगदड़, दुख व्यक्त किया
अकांशु उपाध्याय नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जम्मू कश्मीर के माता वैष्णो देवी मंदिर में शनिवार को हुई भगदड़ की घटना पर दुख व्यक्त किया। गांधी ने ट्वीट किया कि माता वैष्णो देवी मंदिर में भगदड़ की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। मैं मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं।
कांग्रेस नेता ने घटना में घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। जम्मू कश्मीर में प्रसिद्ध माता वैष्णो देवी मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के कारण मची भगदड़ में कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई और 20 अन्य घायल हो गए। यह घटना मंदिर के गर्भगृह के बाहर गेट नंबर तीन के पास हुई
वर्ष '2022' का स्वागत, एक-दूसरे को बधाईयां दीं
मनोज सिंह ठाकुर भोपाल। कड़ाके की ठंड और कोरोना की तीसरी लहर की आहट के बीच लोगों ने वर्ष 2022 का स्वागत अपने अपने तरीके से करते हुए एक-दूसरे को बधाइयां दीं और अनेक लोगों ने आतिशबाजी भी की। इकतीस दिसंबर और एक जनवरी की दरम्यानी रात्रि में कोरोना संबंधी गाइडलाइन के चलते लोग सड़कों पर नाचते गाते और हुड़दंग मचाते हुए नजर नहीं आए, लेकिन अनेक लोगों ने अपने घरों के बाहर और मोहल्लों में आतिशबाजी कर नए वर्ष का स्वागत इस उम्मीद के साथ किया कि इस बार पिछले वर्ष जैसी तबाही से निजात मिलेगी। इंदौर, भोपाल, जबलपुर और ग्वालियर समेत सभी प्रमुख नगरों में कोरोना के मामले पिछले कुछ दिनों से लगातार बढ़ रहे हैं। इसके चलते रात्रिकालीन कर्फ्यू रात्रि 11 बजे से सुबह 05 बजे तक लागू है। कल रात पुलिस प्रशासन ने भी सभी शहरों और नगरों में गश्त तेज की, जिससे लोग कोराेना संबंधी गाइडलाइन को नहीं तोड़ सकें।
इसके अलावा शीतलहर के बीच कड़ाके की ठंड से भी लोगों का आम जीवन प्रभावित चल रहा है। इन स्थितियों के बावजूद नागरिकों ने अपने घर, मोहल्ले या ग्रामीण इलाकों में फार्म हाउस जैसे स्थानों पर एकत्रित होकर नए वर्ष के आगमन के पल को मनाया। भोपाल, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर में नए वर्ष के आगमन की बेला पर अनेक लोगों ने पटाखे भी फोड़े। इसके अलावा सोशल मीडिया के माध्यम से अपने और परिचितों को बधाई आदान प्रदान करने का क्रम प्रारंभ हुआ, जो आज भी चल रहा है। अनेक लोग नए वर्ष के आगमन पर धार्मिक स्थानों पर पहुंचे और अपने अपने इष्ट देव के दर्शन और पूजा इत्यादि की। मध्यप्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, राज्य मंत्रिमंडल के सदस्यों, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ और अन्य नेताओं ने नए वर्ष के अवसर पर नागरिकों को बधाई और शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए सभी के सुखी और स्वस्थ जीवन की कामना की है।
3 पूर्व मुख्यमंत्रियों सहित नेताओं को नजरबंद किया
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में परिसीमन आयोग की सिफारिशों के खिलाफ गुपकर घोषणापत्र गठबंधन (पीएजीडी) द्वारा मार्च निकाले जाने से पहले तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों सहित कई नेताओं को नजरबंद कर दिया गया है। पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुलला के पुत्र एवं नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने कहा कि सुप्रभात और 2022 का स्वागत। उसी जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ एक नए साल की शुरुआत जो अवैध रूप से लोगों को उनके घरों में बंद कर रही है और प्रशासन सामान्य लोकतांत्रिक गतिविधि से इतना डरा हुआ है। उन्होंने कहा कि गुपकर गठबंधन के शांतिपूर्ण धरना-प्रदर्शन को रोकने के लिए ट्रक हमारे गेट के बाहर खड़े हैं। कुछ चीजें कभी नहीं बदलतीं। पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि एक अराजक पुलिस राज्य की बात करें, तो पुलिस ने मेरे पिता के घर को मेरी बहन के घर से जोड़ने वाले आंतरिक द्वार को भी बंद कर दिया है। फिर भी हमारे नेताओं के पास दुनिया को यह बताने की हिम्मत है कि भारत सबसे बड़ा लोकतंत्र है।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के वरिष्ठ नेता एवं गठबंधन के प्रवक्ता एम वाई तारिगामी ने कहा कि यह दुखद है कि जम्मू-कश्मीर प्रशासन “इतना डरा हुआ है कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन की अनुमति नहीं दे पा रहा है। उन्होंने कहा कि यही स्थिति तब और भी खराब हो जाती है जब लोगों को जनता के सामने अपनी राय रखने की भी अनुमति नहीं होती है। पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को भी नजरबंद किया गया है। उन्होंने कहा कि मेरे घर के बाहर भी एक ट्रक खड़ा है।पीएजीडी ने जम्मू संभाग में विधानसभा की छह और कश्मीर में एक सीट बढ़ाने के परिसीमन आयोग के प्रस्ताव के खिलाफ शनिवार को श्रीनगर में प्रदर्शन करने की बात कही थी। आयोग की सिफारिशों के बाद जम्मू में सीट संख्या 43 और कश्मीर में 47 हो सकती है।
सीएम ने पत्रकारों को दिया नववर्ष '2022' का तोहफा
दुष्यंत टीकम रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पत्रकार साथियों को दिया नववर्ष का तोहफा। रायपुर विकास प्राधिकरण की कालोनी में पत्रकार साथियों को आवास में राज्य सरकार द्वारा 15% की छूट की घोषणा की।
प्रेस क्लब रायपुर में आयोजित नववर्ष मिलन समारोह के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने "अग्रदूत" समाचार-पत्र में प्रकाशित होने वाले नियमित व्यंग्य स्तम्भ 'झंगलू-मंगलू के गोठ' के संकलन और किताब के रूप में प्रकाशन के लिए 2 लाख रुपये की घोषणा की।
पंकज कपूर हरिद्वार। शनिवार को पुष्कर सिंह धामी मुख्यमंत्री ने जगद्गुरू आश्रम कनखल में निरंजन पीठाधीश्वर आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी कैलाशानन्द महाराज के प्रथम सन्यास दीक्षा समारोह में प्रतिभाग किया।इस अवसर पर समारोह को सम्बोधित करते हुये मा0 मुख्यमंत्री ने कहा कि निरंजन पीठाधीश्वर आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी कैलाशानन्द जी महाराज के दीक्षा समारोह की वजह से आज मुझे सभी पूज्य सन्तों का एक साथ आशीर्वाद मिलने का सुअवसर प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि जीवन में सफलता के लिये पूज्य सन्तों का आशीर्वाद बहुत आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि बिनु हरि कृपा मिलहि न सन्ता। सत्संग का जिक्र करते हुये उन्होंने कहा कि सत्संग का मनुष्य के जीवन में काफी प्रभाव पड़ता है, जिस तरह का सत्संग होगा, उसी तरह का मनुष्य का आचार-व्यवहार होगा। समारोह को जगद्गुरू शंकराचार्य राजराजेश्वराश्रम, जूनापीठाधीश्वर आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी अवधेशानन्द गिरिजी महाराज, स्वामी महामण्डलेश्वर कैलाशानन्द जी महाराज, स्वामी हरिचेतनानन्द जी, स्वामी चिदानन्द मुनि, आचार्य बाल कृष्ण, युग पुरूष परमानन्द जी महाराज, महन्त प्रेम गिरिजी महाराज, पूज्य हरिगिरी महाराज, महन्त विज्ञानानन्द जी महाराज, पदम जी, सतपाल ब्रह्मचारी जी महाराज, देवानन्द सरस्वती जी महाराज, तन्मय वशिष्ठ, महामंत्री श्रीगंगा सभा, राजीव शर्मा नगर पालिका अध्यक्ष आदि ने सम्बोधित किया।
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