शनिवार, 8 जनवरी 2022

मुंबई: 10 जनवरी से रात्रि कर्फ्यू लगाने का फैसला

मुंबई: 10 जनवरी से रात्रि कर्फ्यू लगाने का फैसला        

कविता गर्ग           मुंबई। महाराष्ट्र सरकार ने राज्य में कोविड के बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य में 10 जनवरी से रात का कर्फ्यू लगाने का फैसला किया है। पहले से बंद स्कूल और कॉलेज को 15 फरवरी तक बंद रखने का आदेश जारी किया गया है। इसके अलावा, सरकार ने अब निजी कार्यालयों को 50% क्षमता पर संचालित करने के लिए कहा है। रेस्टोरेंट, शॉपिंग मॉल और ऑडिटोरियम को आधी क्षमता से काम करने को कहा गया है। वहीं जिम, ब्यूटी सैलून भी बंद रहेंगे।

माहाराष्ट्र में प्रतिबंध लगाने का फैसला ऐसे समय में किया गया है जब राज्य में कोरोना के दैनिक मामले लगातार बढ़ रहे हैं। 41,434 ताजा मामलों के साथ, राज्य ने शनिवार को एक दिन में 40,000 का आंकड़ा पार कर लिया है। वहीं 133 नए मामलों के साथ राज्य में ओमिक्रॉन मामलों की संख्या 1,000 को पार कर गई है। राज्य में अब ओमिक्रॉन के 1,009 मामले हैं। आदेश में राज्य सरकार ने कहा कि मनोरंजन पार्क, चिड़ियाघर, संग्रहालय और अन्य सभी पर्यटक स्थल बंद रहेंगे। रात के कर्फ्यू के हिस्से के रूप में, रात 11 बजे के बाद किसी भी आवाजाही की अनुमति नहीं है। दिन में भी राज्य में कहीं भी पांच या अधिक लोगों के एकत्रित होने की अनुमति नहीं होगी।

चुनाव की तारीखों का ऐलान, आचार संहिता लागू 

पणजी। भारत निर्वाचन आयोग ने गोवा में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। इसी के साथ राज्य में आचार संहिता भी लागू हो गई है। गोवा की 40 विधानसभा सीटों पर एक चरण में 14 फरवरी को वोट डाले जाएंगे। आपको बता दें कि 4 फरवरी 2022 को वर्तमान विधानसभा का कार्यकाल खत्म हो रहा है। चुनाव आयोग ने बताया कि 21 जनवरी को नोटिफिकेशन जारी होगा। 28 जनवरी तक प्रत्याशी नामांकन कर पाएंगे और 29 जनवरी तक नामांकनों की स्क्रूटनी हो जाएगी। इसके साथ ही 31 जनवरी तक प्रत्याशी अपना नामांकन वापस ले सकेंगे। राज्य में 14 फरवरी को वोट डाले जाएंगे। वहीं 10 मार्च को वोटों की गिनती की जाएगी। आपको बता दें कि बीते विधानसभा चुनाव यानी 2017 में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। हालांकि राज्य में सरकार भाजपा ने बनाई थी। पिछली बार गोवा में 4 फरवरी 2017 को चुनाव हुए थे और 11 मार्च 2017 को चुनावी नतीजे सामने आए थे। 2017 विधानसभा चुनाव में राज्य में 83% वोटिंग हुई थी। 

2017 में हुए विधानसभा चुनाव में गोवा की 40 सीटों में से कांग्रेस और भाजपा ने 36-36 सीटों पर चुनाव लड़ा था। इनमें से कांग्रेस को 17 तो बीजेपी को 13 सीटों पर जीत मिली थीं। वहीं गोवा फॉरवर्ड पार्टी (जीएफपी) ने चार सीटों पर चुनाव लड़कर तीन सीटों पर जीत का परचम फहराया था। इसके अलावा महाराष्ट्रवादी गोमान्तक पार्टी (एमजीपी) ने 34 सीटों पर चुनाव लड़ा था, हालांकि उसे सिर्फ तीन सीटों पर ही जीत मिली थी। इसके अलावा 3 सीटें निर्दलीय प्रत्याशियों के खाते में और एक सीट राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के खाते में गई थी। अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी को उस चुनाव में एक भी सीट नहीं मिली थी।

चुनावी नतीजे सामने आने के बाद गोवा में जमकर राजनीतिक उठापटक हुई थी। भाजपा ने जीएफपी और एमजीपी के साथ दो निर्दलीय विधायकों की मदद से गोवा में बहुमत के जादुई आकड़े को छूते हुए सरकार बनाने में कामयाबी पाई थी। जिसके बाद मनोहर पार्रिकर को राज्य का मुख्यमंत्री बनाया गया था। हालांकि 17 मार्च 2019 को पर्रिकर के निधन के बाद प्रमोद सावंत को राज्य के मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी संभाली थी।

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