प्रस्तावित विजय संकल्प रैली आगे खिसकी गई
पंकज कपूर देहरादून। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की 24 दिसंबर को हल्द्वानी में प्रस्तावित विजय संकल्प रैली आगे खिसक गई है। अब यह 30 दिसंबर को हल्द्वानी में हो सकती है। हालांकि तिथि अभी तक फाइनल नहीं हुई है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने भी बताया कि पीएम नरेंद्र मोदी के हल्द्वानी में होने वाली रैली की तिथि अभी तय नहीं हुई है, लेकिन इतना तय है कि यह इस माह के आखिर में होगी।
गढ़वाल मंडल के अंतर्गत देहरादून में चार दिसंबर को आयोजित विजय संकल्प रैली के बाद प्रदेश भाजपा नेतृत्व ने कुमाऊं मंडल में भी प्रधानमंत्री की इसी तरह की रैली के आयोजन का आग्रह राष्ट्रीय नेतृत्व से किया था। इसके बाद रैली के लिए 24 दिसंबर की तिथि तय की गई। विजय संकल्प रैली के लिए हल्द्वानी और रुद्रपुर में पांच स्थान चिह्नित किए गए। रैली के सिलसिले में केंद्र सरकार के अधिकारियों ने सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए देहरादून आकर चर्चा की थी। बाद में ये तय हुआ कि रैली हल्द्वानी में होगी। अब प्रधानमंत्री की 24 दिसंबर की हल्द्वानी में होने वाली रैली की तिथि अपरिहार्य कारणों से आगे खिसक गई।
कांग्रेस पार्टी के शोषण आरोपों की जांच: सरकार
पणजी। गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा है कि राज्य सरकार यौन शोषण मामले में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक मिलिंद नाइक के कथित तौर पर शामिल होने के कांग्रेस पार्टी के आरोपों की जांच करेगी। इस बीच, गोवा के शहरी विकास मंत्री के रूप में कार्यरत नाइक ने बुधवार को पणजी में मुख्यमंत्री से मुलाकात करने के बाद राज्य मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया।
कांग्रेस इकाई के अध्यक्ष गिरीश चोडांकर ने नाइक पर अपने मंत्री पद का दुरुपयोग कर एक महिला का यौन शोषण करने का आरोप लगाया है। प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष संकल्प अमोनकर ने नाइक के खिलाफ पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई थी और पीड़ित महिला तथा विधायक के बीच कथित बातचीत का ऑडियो भी जारी किया था।
भाजपा विधायक से बुधवार देर रात मुलाकात करने के बाद मुख्यमंत्री सावंत ने संवाददाताओं से कहा कि नाइक ने मामले की स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच के लिए इस्तीफा दे दिया है। सावंत ने कहा, ”मैंने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है और इसे राज्यपाल को भी भेज दिया है। कांग्रेस ने जो भी सबूत पेश किए हैं उसकी हम जांच करेंगे।” गौरतलब है कि गोवा में फरवरी 2022 में विधानसभा चुनाव होने हैं, जिसके मद्देनजर भाजपा के लिए इस मामले को राजनीतिक रूप से एक बड़ा झटका माना जा रहा है।
केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री का आभार जताया
पंकज कपूर देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य के सीमान्त क्षेत्र खटीमा से सटे झनकईयां स्थान पर 3.62 करोड़ के दो स्नान घाटों के निर्माण तथा ऋषिकेश में 2.50 करोड़ लागत वाली घाट क्लीनिंग परियोजना की स्वीकृति प्रदान किये जाने पर केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री का आभार जताया है।
ज्ञातव्य है कि राजीव रंजन मिश्रा, महानिदेशक, राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन की अध्यक्षता में नई दिल्ली में सम्पन्न बैठक में उत्तराखण्ड राज्य के सीमान्त क्षेत्र खटीमा से सटे झनकईयां स्थान पर 3 करोड़ 62 लाख की लागत से स्नान घाट परियोजना की स्वीकृति प्रदान की गयी है, इस परियोजना के अन्तर्गत 40-40 मीटर के दो स्नान घाटों का निर्माण किया जायेगा। गौरतलब है कि भारत-नेपाल सीमा से लगे होने के चलते यह घाट का सामरिक दृष्टि से अत्यन्त महत्वपूर्ण है। इसके साथ ही योग नगरी ऋषिकेश में घाटों की सफाई हेतु घाट क्लीनिंग परियोजना को भी स्वीकृति प्रदान हुई है। लगभग 2.5 करोड़ की लागत से ऋषिकेश में 02 वर्षों हेतु घाट क्लीनिंग परियोजना क्रियान्वित की जायेगी, जिसमें केन्द्र से 70 प्रतिशत एवं राज्यांश 30 प्रतिशत रहेगा।
पीएम का देश को 'जन आंदोलन' के लिए आह्वान
अकांशु उपाध्याय नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों पर कृषि की अत्यधिक निर्भरता को समाप्त कर मामूली खर्च वाली प्राकृतिक खेती को देश को जन आन्दोलन बनाने का आह्वान किया है। मोदी ने गुजरात के आणंद में तीन दिन के प्राकृतिक कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण राष्ट्रीय सम्मेलन के तीसरे दिन किसानों के सम्मेलन को आनलाइन सम्बोधित करते हुए गुरुवार को कहा कि राज्य सरकार प्राकृतिक खेती को जन आन्दोलन बनायें तथा जिले में कम से कम एक गांव को प्राकृतिक खेती से जोड़ें।
गुजरात में यह जन आन्दोलन बन गया है और हिमाचल प्रदेश में भी इसका आकर्षण बढ रहा है 1 उन्होंने कहा कि विश्व में खाद्य सुरक्षा के लिए प्राकृतिक खेती का आज बेहतर समन्वय करने तथा रासायनिक खाद और कीटनाशक मुक्त कृषि का संकल्प लेने की जरुरत है। उन्होंने कहा कि भारत में जैविक और प्राकृतिक खेती के उत्पादों के प्रसंस्करण में निवेश की अपार संभावना हैं तथा विश्व बाजार ऐसे उत्पादों का इंतजार कर रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हाल के वर्षाे में हजारों किसानों ने प्राकृतिक खेती को अपनाया है और अनेक र्स्टट अप भी इस क्षेत्र में आ गये हैं। किसानों को बड़े पैमाने पर प्रशिक्षण और मदद दी जा रही है। उन्होंने कहा कि आज खेती को केमिकल लैब से प्रकृति की प्रयोगशाला से जोड़ने की जरुरत है। प्राकृतिक खेती विज्ञान आधारित है और इससे जमीन की उर्वराशक्ति बढती है। मोदी ने खेती के संबंध में प्राचीन ज्ञान को आधुनिक विज्ञान के फ्रेम में डालने की जरुरत पर बल देते हुए कहा कि इससे जुड़े ज्ञान को शोध या सिद्धांत तक सीमित रखने की जरुरत नहीं है। ऐसी जानकारी को प्रयोग में लाने की आवश्यकता है।
7वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों का स्कूल खुला
कविता गर्ग पुणे। महाराष्ट्र के पुणे और इससे सटे पिंपरी चिंचवाड़ शहर के अधिकतर स्कूल बृहस्पतिवार को पहली से सातवीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए फिर से खुल गए। अधिकारियों के मुताबिक, लंबे समय के बाद स्कूलों के दोबारा खुलने से विद्यार्थियों में उत्साह और खुशी देखी गयी। कोविड-19 महामारी के कारण मार्च 2020 में देश के अन्य हिस्सों समेत महाराष्ट्र में भी स्कूलों और अन्य शिक्षण संस्थानों को विद्यार्थियों के लिए अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया गया था।
इससे पहले कोरोना वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप के मद्देनजर दिसंबर के पहले सप्ताह से स्कूलों को पहली से सातवीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए खोलने का फैसला टाल दिया गया था। पुणे में नगर निगम आयुक्त विक्रम कुमार की ओर से स्कूलों को फिर से खोलने का आदेश जारी किया गया था। पुणे जिला प्रधानाध्यापक संघ के अध्यक्ष हरिश्चंद्र गायकवाड़ ने पीटीआई-भाषा को बताया, ”जिले में आज अधिकतर स्कूल फिर से खुल गए हैं। पहले दिन काफी संख्या में छात्र स्कूल पहुंचे और वे बेहद खुश तथा प्रफुल्लित नजर आए।”
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