अपनी बोल्डनेस की वजह से जानी जाती हैं निया
कविता गर्ग मुबंई। निया शर्मा टीवी की टॉप अभिनेत्रियों में से एक हैं। इसके साथ वह सोशल मीडिया पर अपनी बोल्डनेस की वजह से जानी जाती हैं। उन्होंने कई हिट सीरियल्स दिए हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि इस वक्त निया के पास कोई काम नहीं है। यह उन्होंने खुद बताया है। वह आखिरी बार 2020 में टीवी पर नजर आई थीं तब से उनका कोई प्रोजेक्ट नहीं आया है। हालांकि बीच-बीच में उनके म्यूजिक वीडियोज आते रहे हैं। लेकिन लंबे समय तक चलने वाले सीरियल अभी निया के पास नहीं हैं। उनका कहना है कि उन्हें किसी ने अप्रोच ही नहीं किया ऐसे में टीवी से दूर रहने का फैसला उनका खुद का नहीं है। बल्कि उनकी मजबूरी भी है।
उर्फी को शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया: मुंबई
कविता गर्ग मुबंई। उर्फी जावेद का कहना है कि जब उनकी तस्वीरें एक अडल्ट साइट पर अपलोड कर दी गईं थी, उस वक्त उनको परिवार का भी साथ नहीं मिला था। उन्होंने कहा, मुझे उस वक्त दोषी माना जा रहा था और लोगों को लग रहा था मैं गुप्त रूप से एक पोर्न स्टार हूं। उर्फी ने ये बातें एक इंटरव्यू के दौरान कही हैं। उन्होंने कहा कि इस घटना के बाद मेरे पिता ने भी मुझे मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया। रिश्तेदार मेरे बैंक खाते की जांच करना चाहते थे, ताकि छिपे हुए पैसों का पता लगाया जा सके। हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में उर्फी जावेद ने अपने पिता और रिश्तेदारों पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। एक्ट्रेस ने बताया कि उनके रिश्तेदार उर्फी को ‘पोर्न स्टार’ कहकर बुलाते थे।
टीवी इंडस्ट्री की फेमस एक्ट्रेस उर्फी जावेद रिएलिटी शो बिग बॉस ओटीटी हाउस से बाहर होने वाली पहली कंटेस्टेंट थीं। उन्होंने घर से बेघर होने के लिए कंटेस्टेंट जीशान खान को जिम्मेदार ठहराया। बिग बॉस ओटीटी के बाद उर्फी जावेद कई कारणों से सुर्खियां बटोर रही हैं। हाल ही में एक इंटरव्यू में उर्फी ने अपने बचपन के बारे में खुलकर बात की। एक्ट्रेस ने कहा कि उनके रिश्तेदार उर्फी को ‘पोर्न स्टार’ कहते थे। यही नहीं उर्फी ने अपने पिता पर भी कई गंभीर आरोप लगाए हैं। उर्फी जावेद हाल ही में बिग बॉस ओटीटी से बाहर हुई हैं। उन्होंने कहा कि इस घटना के बाद दो साल तक मुझे मानसिक रूप से प्र’ता’ड़ित होना पड़ा। रिश्तेदार मुझे पो’र्ट स्टार समझने लगे थे।
उन्होंने कहा कि लोग मेरे बारे में ऐसी-ऐसी गंदी बातें करते थे कि मुझे अपना नाम भी याद नहीं आता था। किसी लड़की को मेरे साथ नहीं जाने दिया जाता था। इस अनुभव के बाद मैंने खुद पर भरोसा किया। मेरे पिता जब मुझे पी’ड़ित-दोषी ठहराते थे, मैं कुछ नहीं कहती थी। इस यातना को झेलना के अलावा, मैं कुछ नहीं कर सकती थी। आरजे सिद्धार्थ कन्नन के साथ एक इंटरव्यू में उर्फी जावेद ने बताया कि जब वह स्कूल में थी, तब उनकी फोटो एक एडल्ट वेबसाइट पर पोस्ट की गई थीं। उर्फी की फैमिली ने भी उनका सपोर्ट नहीं किया था। उर्फी ने साझा किया, ‘मैं कॉलेज में भी नहीं थी, मैं ग्यारहवीं क्लास में थी। यह मेरे लिए काफी मुश्किल समय था क्योंकि मेरे पास फैमिली सपोर्ट नहीं था। मेरे परिवार ने मुझे दोषी ठहराया, मुझे पीड़ित किया गया। मेरे रिश्तेदारों ने फोन किया। मैं एक पोर्न स्टार हूं। उन सभी ने मेरे बैंक अकाउंट इस उम्मीद में चेक किए कि कहीं उसमें करोड़ो रुपये तो नहीं है।
उर्फी जावेद ने आगे कहा कि उनके पिता ने उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया और लगभग 2 साल तक टा’र्च’र किया। उर्फी जावेद ने कहा, ‘मुझे अपना नाम याद नहीं आ रहा था, लोगों ने मेरे बारे में ऐसी गंदी बातें कही थीं। किसी भी लड़की को उस दौर से गुजरना नहीं चाहिए, जिससे मैं गुजरी हूं।’ एक्ट्रेस ने आगे कहा, ‘यहां तक कि मेरे पिता ने भी मुझे दोषी ठहराया, मुझे कुछ भी कहने की अनुमति नहीं थी, मैं केवल उनका टार्च’र सह सकती थी, मुझे हमेशा कहा जाता था कि लड़कियों की आवाज नहीं होती है, केवल पुरुष को निर्णय लेने की अनुमति होती है। मुझे नहीं पता था कि मेरे पास आवाज है। लेकिन जब मैंने अपना घर छोड़ा, तो मुझे खुद को संभालने में काफी समय लगा।
उन्होंने कहा कि मुझे हमेशा कहा जाता था कि लड़कियों की आवाज नहीं होती है, केवल पुरुषों को ही निर्णय लेने की अनुमति होती है। उन्होंने कहा, मुझे नहीं पता था कि मेरे पास आवाज है, लेकिन जब मैंने अपना घर छोड़ा, तो मुझे सर्वाइव करने में काफी वक्त लगा। अब मेरा व्यक्तित्व सामने आ रहा है और मैं रुकने वाला नहीं हूं।इससे पहले के अपने एक इंटरव्यू में उर्फी का कहना था कि घर से भागने के बाद उनको कुछ दिन पार्क में रहना पड़ा था। उनका कहना था, मैं अपनी मां और दो अन्य भाई-बहनों को छोड़कर अपनी दो बहनों के साथ घर से भाग गई थीं और दिल्ली में एक हफ्ते तक एक पार्क में रही थी। फिर हम तीनों ने नौकरी की तलाश शुरू की और एक कॉ’ल सेंटर में मुझे नौकरी मिली। मेरे पिता ने उस वक्त दूसरी शादी कर ली थी और परिवार की सारी जिम्मेदारी मेरे कंधों पर आ गई थी।
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