विजयी दिब्यांग बच्चों को प्रमाण-पत्र दिया: कौशाम्बी
सुशील केसरवानी
कौशाम्बी। जिलाधिकारी सुजीत कुमार ने अन्तर्राष्ट्रीय दिब्यांगजन दिवस के अवसर डायट मैदान में आयोजित दिब्यांग बच्चों हेतु समेकित खेल कूद एंव सांस्कृतिक प्रतियोगिता में विजयी दिब्यांग बच्चों को प्रमाण-पत्र देकर उत्साहवर्धन किया। कार्यक्रम में दृष्टि दिब्यांगता के तहत धागा-मोती, छूकर पहचानों, 100 मीटर दौड़, कुर्सी दौड़ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
इसी प्रकार मूक बधिर के तहत चित्रकला, चम्मच गोली रेस, र्थी लेग रेस, 100 मीटर दौड़ एवं शारीरिक दिब्यांगता के तहत 100 मीटर दौड़ (वैशाखी/ट्राई साइकिल), 50 मीटर दौड़ (कैलिपर/स्क्रॉलिंग), रस्साकसी व रंगोली तथा मानसिक दिब्यांगता के तहत फैंसी ड्रेस, जलेबी दौड़, कुर्सी दौड़ व 100 मीटर दौड़ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस अवसर पर उप जिलाधिकारी प्रखर उत्तम प्राचार्य डायट स्वराज भूषण त्रिपाठी जिला विद्यालय निरीक्षक जिला बेसिक शिक्षाधिकारी प्रकाश सिंह, जिला समन्वयक स्पेशल एजूकेटरी एवं फीजियो विकास पाण्डेय उपस्थित थे।
गाजियाबाद: एसएसपी ने इंस्पेक्टर को निलंबित किया
अश्वनी उपाध्याय
गाजियाबाद। शहर में एक चौकी में तैनात खाकी वर्दी वाले को मुफ्त का खाना खाने का चस्का लगा था। उसने रेस्त्रां में करीब 2000 रुपए का खाने का ऑर्डर किया। रेस्त्रां वाले ने पेमेंट मांगा तो कहा, यह खाना मेरे घर जा रहा है। भुगतान के बदले होटल में आकर तीन-चार दिन बैठ जाऊंगा। इसके बाद भुगतान ले लेना। उसका यह आडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया। गाजियाबाद पुलिस के एसएसपी ने आडियो की जांच कराई और तत्काल एक्शन लेते हुए सब इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया।
दिल्ली बॉर्डर के कौशांबी चौकी पर विनोद कुमार तैनात है।उसने मंगलवार रात एक रेस्त्रां पर खाने का आर्डर दिया। दाल मखनी, दाल तड़का, सात मिस्सी रोटी, मिक्स वेजिटेबल रोटी, दो पालक पनीर की सब्जी, चार रायता और दो शाही पनीर सब्जी व नौ तंदूरी रोटी घर पर भेजने को कहा। चौकी इंचार्ज ने कहा कि कल रात पत्नी की तबीयत खराब हो गई थी।
उन्हें देखने के लिए कुछ रिश्तेदार आ गए हैं, इसलिए ऑर्डर बड़ा है। रेस्त्रां मालिक द्वारा भुगतान मांगने पर उसने धमकी दी, मैं यहां का चौकी इंचार्ज हूं, दो-तीन दिन आकर रेस्तां पर बैठ जाऊंगा, फिर लेना भुगतान। इस तरह धमकी देकर भुगतान नहीं दिया और कहा कि ऑर्डर को एडजेस्ट कर लेना। यह उनके घर जा रहा है। किसी दूसरे के लिए नहीं कहते हैं, अगर पैसे देने पड़े तो उन्हें अच्छा नहीं होगा।
इसका आडियो वायरल हो गया। मामला एसएसपी पवन कुमार के पास पहुंचा। एसएसपी ने जांच कराई तो पता चला कि 2030 रुपये का खाना ऑर्डर किया गया था और चौकी इंचार्ज ने भुगतान से साफ इनकार कर दिया। एसएसपी का कहना है विनोद कुमार ने पद का दुरुपयोग किया है। इसी के चलते निलंबन की कार्रवाई करते हुए विभागीय जांच के आदेश दिए हैं।
भ्रष्टाचार: 30 अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज
विजय भाटी गौतमबुद्ध नगर। सुपरटेक बिल्डर के ट्विन टॉवर गिराने की मियाद पूरी हो गई। लेकिन टॉवर जस का तस खड़ा है। सुपरटेक बिल्डर ने बड़ी चतुराई के साथ 30 नवंबर यानी मंगलवार को दो एजेंसियों के नाम देर शाम नोएडा प्राधिकरण को भेजे हैं और पत्र के माध्यम से नोएडा प्राधिकरण से अतिरिक्त साढ़े 6 महीने का वक्त मांगा है।
सुपरटेक ट्विन टॉवर जांच के बाद शासन के आदेश पर दर्ज हुई एफआईआर। एसआईटी की जांच के आधार पर 30 अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।
सुपरटेक बिल्डर ने अतिरिक्त वक्त टॉवर गिराने के लिए मांगा है। बता दें सुपरटेक ट्विन टॉवर मामले में सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने 4 सदस्य समिति का गठन किया। इस दौरान एसआईटी के चारों सदस्यों ने नोएडा अथॉरिटी में डेरा डाला और कई दिनों तक दस्तावेज खंगाले। दस्तावेज के आधार पर मुकदमा दर्ज कराया गया।
इस दौरान ट्विन टॉवर का ड्रोन सर्वे भी कराया गया। जिसकी रिपोर्ट शासन को भेजी गई। ट्विन टॉवर का स्थलीय निरीक्षण भी एसआईटी की टीम ने किया। शुरुआती जांच में दो अधिकारियों को निलंबित किया गया। एसआईटी ने नोएडा प्राधिकरण में साल 2004 से 14 के दौरान तैनात रहे अधिकारियों की कुंडली खंगाली और उसके आधार पर कार्रवाई के लिए शासन को रिपोर्ट भेजी है। उत्तर प्रदेश सरकार की 4 सदस्य समिति ने जांच की। जांच में यह सामने आया कि सुपरटेक बिल्डर के द्वारा नियमों की अनदेखी की गई। इसके अलावा नोएडा अथॉरिटी के अधिकारियों ने भी अनुचित आर्थिक लाभ दिया और बिल्डर सुपरटेक के कृत्यों को नजरअंदाज करते हुए बिल्डर को अवैधानिक निर्माण कार्य को जारी रखने में सहयोग किया है।
बता दें भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम और 120-बी धारा और धारा 166 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। जिसमें एफआईआर में 4 सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारियों के नाम, सुपरटेक के निदेशक के भी शामिल है।
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