पुलिस के अनुसार शव एक दो दिन पुराना लग रहा है। हालांकि शव की शिनाख्त नहीं हो पाई है। ग्रामीणों से पूछताछ की जा रही है। पुलिस का कहना है कि शव की शिनाख्त के प्रयास किए जा रहे हैं। हत्या की पुष्टि शव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से हो पाएगी। शिनाख्त होने के साथ ही जल्द वारदात का खुलासा कर दिया जाएगा। फिलहाल पुलिस की जांच पड़ताल जारी है। पुलिस के मुताबिक प्रथम दृष्टिया लड़की की हत्या करके शव को ठिकाने लगाने की कोशिश की गई है।
दुष्यंत टीकम अमलीपदर। मानसिक रोगी पिता ने पहले अपने चार साल के बच्चे को बेरहमी से मौत के घाट उतारा।उसके बाद खुद फांसी के फंदे पर झूल गया। इस हृदयविदारक घटना की जांच में जुटी पुलिस कारणों की तलाश कर रही है। घटना दो दिन पहले की है। अमलीपदर थाना के भेजीपदर पंचायत के नदीपारा में रहने वाला 26 वर्षीय चन्द्रशेखर ध्रुवा साल भर से मानसिक बीमारी से ग्रसित है। 1 दिसम्बर को सुबह से ही चन्द्रशेखर पर पागलपन सवार था। वह कुल्हाड़ी-तलवार लेकर पूरे परिवार को मारने पर तुला था। पत्नी चंम्पा ध्रुवा बेटे प्रेमलाल, बेटी रायमनी व टिकेश्वरी को लेकर बगल में जेठ के घर शरण ले ली।
उस वक्त घर के अन्य बड़े सदस्य मजदूरी करने बाहर गए थे। लगभग 2 बजे चंद्रशेखर हथियार लेकर बाजू के घर में भी घुस गया, और अपने 4 साल के बेटे प्रेम को झपटते हुए अपने घर लेकर कमरे में बन्द कर दिया। पीछे-पीछे परिवार के अन्य सदस्य छुड़ाने की नाकाम कोशिश करते रहे। हथियार के डर से कोई भी सामने जाने का साहस नहीं जुटा पाया। इस दौरान उसने अपने बेटे पहले जमीन पर पटका, फिर कुल्हाड़ी व छुरे से दो तीन वार कर मासूम को मौत के घाट उतार दिया।
अश्वनी उपाध्याय गाजियाबाद। धौलाना विधायक असलम चौधरी की रासुका के तहत गिरफ्तारी को लेकर लोनी में आयोजित हुई महापंचायत। हजारों लोगों ने एसपी देहात पर लगाये गंभीर आरोप। कहा, कि धौलाना विधायक, आईएसआई, गौतस्कर और आतंकी संगठन लोनी में बलवा करवाकर कराना चाहते है। लोनी विधायक की हत्या, सीएम के नाम एसडीएम को दिया ज्ञापन। मांग पूरी नहीं होने पर लाखों लोगों के साथ 22 दिसंबर को किया जाएगा अल्टीमेटम। एसएसपी कार्यालय का घेराव और अनिश्चितकालीन धरना, रोड़ जाम करने और महापंचायत खत्म नहीं करने की जिद्द पर अड़े लोगों को एसडीएम की उपस्थिति में विधायक नंदकिशोर गुर्जर द्वारा फ़ोन पर कड़ी कार्यवाही के लिए आश्वस्त करने पर खत्म हुई महापंचायत।
लोनी में पिछले दिनों हुई गौतस्करी की घटना और लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर और उनके परिवार को धौलाना विधायक द्वारा दी गई जान से मारने की धमकी पर रविवार को लोनी की जनता का गुस्सा फूट पड़ा। लोनी के शिव मंदिर में प्रशासन की चौकसी के बावजूद 36 बिरादरी के लोगों ने हजारों की संख्या में पहुंचकर महापंचायत में क्षेत्र में घटित हो रही गौकशी की घटनाओं पर आक्रोश जताया।
इस दौरान महापंचायत में असलम चौधरी, वृंदा करात की रासुका के तहत और फरार गौतस्करों की तत्काल गिरफ्तारी, लोनी एन्काउंटर की उच्च स्तरीय जांच, थाना प्रभारी राजेन्द्र त्यागी की वापसी समेत एसपी देहात पर गौतस्करों को संरक्षण देने का आरोप लगाया। इस दौरान महापंचायत में पुलिस प्रशासन और महापंचायत में आये लोगों के बीच नोंकझोंक भी हुई। इस दौरान लोनी के व्यापारियों ने असलम की गिरफ्तारी न होने और विधायक नंदकिशोर गुर्जर के समर्थन में बाज़ार भी बंद रखे। एसडीएम लोनी और सीओ को ज्ञापन देने और विधायक नंदकिशोर गुर्जर द्वारा फ़ोन से संबोधन के बाद और आश्वस्त किये जाने पर महापंचायत खत्म हुई। इस दौरान महापंचायत की सूचना पर प्रशासनिक अमला अलर्ट दिखा, सभी थानों के सिपाही, पीएससी, बज्र वाहन और वाटर कैनन की गाड़ी को संभावित गड़बड़ी के मद्देनजर तैनात किया गया था। सख्ती के बावजूद सैकड़ों की संख्या में गौभक्त महापंचायत में पहुंचने में कामयाब रहें। इस दौरान महापंचायत को दर्जनों समाजसेवी, 36 बिरादरी के प्रमुख लोगों ने संबोधित किया।
महापंचायत की सूचना पर सुबह से ही लोनी रोड़ पर बेरिकेडिंग करके सभी वहनों पर नजर रखी जा रही थी। प्रशासनिक अमला पूरी तरह से अलर्ट दिखा। सभी थानों के सिपाही, पीएससी, बज्र वाहन और वाटर कैनन की गाड़ी को संभावित गड़बड़ी के मद्देनजर तैनात किया गया था। प्रशासन की चौकसी के बाद भी हज़ारों की संख्या में लोग कार्यक्रम में पहुंचने में कामयाब हुए। महापंचायत में पहुंचे लोगों ने बताया कि काफी दिनों से यह घटनाक्रम चल रहा था पहले थाना प्रभारी के साथ अन्याय किया गया। एसपी देहात गौतस्करों वे संरक्षक के रूप में कार्य कर रहे है। उसके बाद हमारे स्वाभिमान लोनी विधायक और उनके पिता को मारने की धमकी दी गई। जो अब बर्दाश्त से बाहर था। इसलिए सर्वसमाज ने तय करके महापंचायत बुलाई थी और हमने एसडीएम को ज्ञापन सौंप दिया है और 22 दिसंबर का अल्टीमेटम दिया गया है। अगर प्रशासन द्वारा मांगे और विधायक नंदकिशोर गुर्जर की तरफ उंगली भी उठी तो तो 22 तारीख को लोनी का बच्चा-बच्चा उनके स्वाभिमान में गाजियाबाद होगा। वहीं एक व्यक्ति द्वारा बताया गया कि प्रशासन द्वारा हमारे यहां से आ रही बस को रोक दिया गया। लेकिन गौरक्षा के लिए फिर भी हम आये है।
महापंचायत में पहुंचे गौरक्षा हिन्दू दल के अध्यक्ष वेद नागर ने प्रशासन द्वारा भेजे गए एसडीएम लोनी, सीओ को महापंचायत में पास किये गए पांच बिंदुओं का ज्ञापन देते हुए कहा अगर प्रशासन ने 22 तारीख तक महापंचायत की मांगों पर कार्यवाही नहीं की और गौतस्कर धौलाना विधायक असलम समेत अन्य दोषी गौतस्करों की गिरफ्तारी, दोषी पुलिसकर्मीयों पर कार्यवाही नहीं की गई तो लाखों लोगों के साथ गाजियाबाद एसएसपी का घेराव और धरना प्रदर्शन किया जाएगा। इस दौरान लोगों द्वारा सड़क जाम और पंचायत न खत्म करने की जिद्द पर विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने फ़ोन पर वार्ता कर लोगों को ज्ञापन पर कार्यवाही नहीं होने पर स्वंय मुख्यमंत्री से मिलकर दोषियों पर कार्यवाही कराने की बात कहीं।
1. गौतस्करों के सरगना और लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर व उनके परिवार को जान से मारने की धमकी देने वाले असलम को तत्काल रासुका के तहत गिरफ्तार किया जाए।
2. लोनी के गौतस्कर सरगना और गोदाम मालिक सलीम पहलवान और उसके पुत्रों पर रासुका के तहत मुकदमा दर्ज कर इसकी संपत्ति को ढहाया जाए, जिसे एसपी देहात द्वारा लोनी एनकाउंटर के बाद बचाने का भरसक प्रयास किया और अभी तक मुकदमा दर्ज नहीं होने दिया।
3. अधिकरियों द्वारा गौतस्करों और कट्टरपंथी ताकतों के इशारे पर साजिश कर किये गए थाना प्रभारी राजेन्द्र त्यागी के निलंबन को रद्द कर ससम्मान बहाली और साजिश में शामिल पुलिसकर्मियों और एसपी देहात की भूमिका की जांच हेतु लोनी एनकाउंटर की उच्चस्तरीय जांच कमेटी बनकर की जाए।
4. लोनी समेत गाजियाबाद के सभी थानों में दर्ज पिछली सभी गौकशी के मामले में फरार गौतस्करों को 1 सफ्ताह में गिरफ्तार कर उनके मकान ढहाकर कठोर कार्यवाही की जाए।
5. आईएसआई, आतंकी संगठनों और धौलाना विधायक से मिलकर लोनी में बलवा कराने का प्रयास करने वाली भाकपा नेता वृंदा करात को तत्काल गिरफ्तार किया जाए।
इस दौरान कार्यक्रम में प्रमुख रूप से पूर्व प्रधान सदुल्लाबाद बच्चू प्रधान, अरविंद गोयल, चौधरी करतार सिंह, आरती मिश्रा, महेश प्रधान, सुशील श्रीवास्तव, अजय खारी, कुलवीर चौहान, अनूप भड़ाना, मामराज प्रधान, कैलाश शर्मा, सुनील फैजी, जितेंद्र काशयप, देवेश दीक्षित, राजकुमार चौधरी, अरुण मिश्रा समेत दर्जनों की संख्या में प्रधान, सभासद, गौरव तंवर, आरडब्ल्यूए, बीडीसी व विभिन्न सामाजिक संगठनों के लोग उपस्थित रहें।
थाना शिकारपुर पर गुमशुदगी दर्ज कराईं, मुकदमा
शिकारपुर। थाना शिकारपुर क्षेत्र के मौहल्ला शिव कालोनी निवासी प्रमोद कुमार शर्मा पुत्र हरिराम शर्मा, द्वारा अपने पुत्र अजय कुमार शर्मा उम्र करीब-25 वर्ष, के घर से बुलन्दशहर जाने की बात कह कर गायब होने के सम्बन्ध में थाना शिकारपुर पर गुमशुदगी दर्ज करायी गयी थी तथा वादी द्वारा दिनांक 01/12/21 को थाना शिकारपुर पर मुअसं-445/21 धारा 365 भादवि बनाम गोल्डी उर्फ दीपांशु ,पुत्र विजय शर्मा निवासी मौहल्ला मूर्ति विहार, लोकेश उर्फ भाटी पुत्र टीटू निवासी ग्राम तैय्यबपुर थाना शिकारपुर, शिवम पुत्र नामालूम निवासी खुर्जा बस स्टैण्ड मौहल्ला मुफ्तीवाडा थाना शिकारपुर, सागर ठाकुर पुत्र नामालूम निवासी हाथरस, सागर ठाकुर पुत्र नामालूम निवासी फरीदाबाद हरियाणा, सुमित पुत्र पप्पू निवासी तैय्यबपुर थाना शिकारपुर, हनी शर्मा, पुत्र नामालूम निवासी नामालूम के विरूद्ध पंजीकृत कराया गया।
एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि उपरोक्त घटना के शीघ्र अनावरण हेतु एसएसपी संतोष कुमार सिंह के निर्देशन अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण निकट पर्यवेक्षण व क्षेत्राधिकारी सुरेश कुमार, के कुशल नेतृत्व में शिकारपुर थाना प्रभारी को निर्देशित किया गया था। थाना प्रभारी मय पुलिस टीम द्वारा घटना का सफल अनावरण करते हुए घटना मे सलिप्त चार अभियुक्तों उनके घरों से प्रातः गिरफ्तार किया गया है।
शिकारपुर कोतवाली पुलिस ने अजय हत्याकांड में संलित्त उर्फ दीपाशुं पुत्र विजय शर्मा निवासी मौहल्ला मूर्ति विहार कस्बा व थाना शिकारपुर, शिवम उर्फ विवेक पुत्र अशोक कुमार निवासी मौहल्ला खुर्जा बस स्टैण्ड मौहल्ला मुफ्तीबाडा कस्बा व थाना शिकारपुर, सुमित पुत्र नरेन्द्र उर्फ पप्पू निवासी ग्राम तैय्यबपुर थाना शिकारपुर, हनी पुत्र सतीश शर्मा निवासी ग्राम सरगाँव थाना शिकारपुर, चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया शिकारपुर पुलिस ने आलाकत्ल ब्लेड, मृतक का अर्धजला आधार कार्ड व अर्ध जले कपड़े के टुकडे बरामद कर लिए है।
गिरफ्तार अभियुक्तों से हुई पूछताछ एवं विवेचना कार्यवाही में ज्ञात हुआ कि दिनाँक 29/11/21 को अपहृत अजय कुमार पुत्र प्रमोद कुमार निवासी मौहल्ला मूर्ति विहार कस्वा व थाना शिकारपुर, को उसके दोस्त गोल्डी उर्फ दीपान्शू शर्मा, द्वारा अपनी शादी की पार्टी देने हेतु घर से बुला कर जंगल ग्राम तैयबपुर स्थित अभियुक्त सुमित की ट्यूबवेल के पास ले जा कर शादी की पार्टी के दौरान पुरानी रंजिश को लेकर कहासुनी होने पर अभियुक्त गोल्डी, शिवम, सुमित, व हनी, द्वारा अन्य साथियों के साथ मिल कर बदला लेने के लिए ब्लेड से गर्दन रेत कर निर्मम हत्या कर सबूत मिटाने के उद्देश्य से अजय शर्मा के शव को कपडे उतार कर नग्न अवस्था मे काली नदी के पुल से नदी मे फैक दिया था।अभियुक्तों की निशांदेही पर मृतक अजय शर्मा, के शव को निरन्तर तलाश किया जा रहा है। पंजीकृत अभियोग में धारा 302, 201, 120 बी, 34 भादवि की वृद्धि की गयी है।अभियुक्तों की गिरफ्तारी एवं बरामदगी के सम्बन्ध में थाना शिकापुर पर अग्रिम वैधानिक कार्यवाही करते हुए अभियुक्तों को न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया जा रहा है। अजय हत्याकांड के चारों आरोपियों को गिरफ्तार करने वाली टीम में कोतवाली प्रभारी निरीक्षक ऋषिपाल शर्मा, एस एस आई सुनील कुमार गौतम, एस आई मनोज कुमार पटेल, एस आई सन्तोष कुमार रावत, एस आई सुखपाल सिंह, मौहम्मद आजाद, राहुल वाशिष्ठ, सुनील मावी, शामिल रहे।
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