दिल्ली: 8.4 डिग्री सेेल्सियस तापमान दर्ज किया
अकांशु उपाध्याय नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में बुधवार की सुबह हल्का कोहरा छाया रहा और न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री अधिक 8.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने दिन में आसमान में बादल छाए रहने का अनुमान व्यक्त किया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि शहर में पिछले 24 घंटों में मंगलवार सुबह 8.30 बजे से बुधवार सुबह 8.30 बजे के बीच चार मिलीमीटर बारिश हुई। मौसम विभाग के अधिकारियों ने कहा, “बुधवार को हल्के से मध्यम कोहरे के साथ आमतौर पर बादल छाए रहेंगे।” आईएमडी ने कहा कि सुबह साढ़े आठ बजे हवा में नमी का स्तर 97 प्रतिशत था। अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है। मंगलवार को अधिकतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस था जो सामान्य से तीन डिग्री कम था।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, शहर की वायु गुणवत्ता में बुधवार को सुधार देखा गया और यह ‘खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई। सुबह आठ बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 288 दर्ज किया गया। मंगलवार को वायु गुणवत्ता ‘बेहद खराब’ श्रेणी में थी जब दिल्ली का 24 घंटे का औसत एक्यूआई शाम चार बजे 305 दर्ज किया गया था। दिल्ली के पड़ोसी शहरों – फरीदाबाद में एक्यूआई 284, गाजियाबाद में 286, गुरुग्राम में 264 दर्ज किया गया जो ‘खराब’ की श्रेणी में आता है। शून्य से 50 के बीच का एक्यूआई ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच ‘गंभीर’ माना जाता है।
भारत: नए स्वरूप ‘ओमीक्रोन’ के 781 मामलें मिलें
अकांशु उपाध्याय नई दिल्ली। भारत में अभी तक कोरोना वायरस के नए स्वरूप ‘ओमीक्रोन’ के 781 मामले सामने आ चुके हैं। जिनमें से 241 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं या अन्य स्थानों पर चले गए। ये मामले 21 राज्यों तथा केन्द्र शासित प्रदेशों में सामने आए। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को बताया कि दिल्ली में ‘ओमीक्रोन’ स्वरूप के सबसे अधिक 238 मामले, महाराष्ट्र में 167, गुजरात में 73, केरल में 65 और तेलंगाना में 62 मामले सामने आए हैं।
मंत्रालय की ओर से सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, भारत में एक दिन में कोविड-19 के 9,195 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3,48,08,886 हो गई। वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 77,002 हो गई। 302 और संक्रमितों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 4,80,592 हो गई। आंकड़ों के अनुसार, देश में लगातार 62 दिन से कोविड-19 के दैनिक मामले 15 हजार से कम हैं।उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 77,002 हो गयी है, जो संक्रमण के कुल मामलों का 0.22 प्रतिशत है। यह दर मार्च 2020 के बाद से सबसे कम है। पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 1,546 की वृद्धि दर्ज की गयी है। मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 98.40 प्रतिशत है, जो मार्च 2020 के बाद से सर्वाधिक है।
देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितंबर को 40 लाख से अधिक हो गई थी। वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर को 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे। देश में 19 दिसंबर को ये मामले एक करोड़ के पार, इस साल चार मई को दो करोड़ के पार और 23 जून को तीन करोड़ के पार चले गए थे।
उपभोक्ताओं के बीच भ्रम बढ़ाने का काम किया
अकांशु उपाध्याय नई दिल्ली। खुदरा कारोबारियों के संगठन भारतीय खुदरा संघ (आरएआई) ने बुधवार को कहा कि दिल्ली सरकार द्वारा कोविड-19 महामारी पर काबू पाने के लिए दुकानों, रेस्टोरेंट और मॉल पर लगाए गए प्रतिबंध पक्षपातपूर्ण हैं। आरएआई ने कहा कि इस तरह ‘येलो एलर्ट’ के तहत रातोरात प्रतिबंध लगाने से कारोबार के लिए अनिश्चितता का माहौल बन गया है। सम-विषम पर आधारित प्रतिबंधों ने उपभोक्ताओं के बीच भ्रम को बढ़ाने का काम किया। खुदरा संगठन ने यह भी आरोप लगाया कि भ्रम के कारण भीड़ बढ़ गई, जिससे ऐसे उपायों का मकसद ही असफल हो गया। दिल्ली सरकार ने मंगलवार को शहर में कोविड-19 संक्रमण के मामले बढ़ने पर ‘येलो’ अलर्ट जारी करते हुए ‘ग्रेडेड रेस्पॉन्स एक्शन प्लान’ (जीआरएपी) के तहत कुछ पाबंदियां लगाई थीं।
‘येलो’ अलर्ट के तहत रात्रि कर्फ्यू लगाना, स्कूलों तथा कॉलेजों को बंद करना, गैर आवश्यक सामान की दुकानों को सम-विषम आधार पर खोलना और मेट्रो ट्रेनों तथा सार्वजनिक परिवहन की बसों में यात्रियों के बैठने की क्षमता आधी करने जैसे उपाय आते हैं। ‘येलो’ अलर्ट तब जारी किया जाता है। जब कोविड संक्रमण दर लगातार दो दिनों तक 0.5 प्रतिशत से अधिक रहती है। दिल्ली में पिछले दो दिनों से संक्रमण दर 0.5 प्रतिशत से अधिक है।
एलपीजी सिलेंडर के दामों में बढ़ोतरी की संभावना
अकांशु उपाध्याय नई दिल्ली। नया साल उपभोक्ताओं को लेकर कुछ नया जरूर लाता है। देश में हर महीने की पहली तारीख को कुछ न कुछ बदलाव या नए नियम लागू होते हैं। ऐसे में 1 जनवरी 2022 में भी ऐसा ही कुछ होने जा रहा है। खासकर आम उपभोक्ता के हित से जुड़े कई बदलाव होने जा रहे हैं। नए साल पर रसोई गैस में काम में आने वाले एलपीजी सिलेंडर के दाम पर बड़ा फैसला होने जा रहा है। एलपीजी सिलेंडर के दाम को लेकर हर महीने के पहली तारीख को समीक्षा बैठक होती है। ऐसे में इस बार की बैठक में एलपीजी सिलेंडर के दामों में बढ़ोतरी की संभावना ज्यादा है।
ऐसा इसलिए हो रहा है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतें थोड़ी बढ़ी है। हालांकि ये भी कयास लगाए जा रहे हैं कि अगले साल उत्तरप्रदेश, पंजाब समेत 5 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव होने हैं। इसको देख केंद्र सरकार कुछ वस्तुओं के दाम कम कर सकती है। पेट्रोल-डीजल की तरह गैस उपभोक्ता राहत पा सकते हैं। हालांकि, दिवाली से पहले ही एलपीजी गैस के सिलेंडर के दाम में 266 रुपए की भारी बढ़ोतरी की गई थी। हालांकि कमर्शियल उपभोक्ताओं के लिए ही यह फरमान था। घरेलू एलपीजी सिलेंडर के दाम में कोई बदलाव नहीं किया गया था। दिल्ली में कमर्शियाल सिलेंडर का दाम अभी भी 2000 के पार है।
पहले यह 1733 रुपये था। वहीं, मुंबई में 1683 और 19 किलो का सिलेंडर फिलहाल 1950 रुपए में मिल रहा है। कोलकाता में 19 किलो वाला इंडेन गैस सिलेंडर 2073.50 और चेन्नई में 2133 रुपए में मिल रहा है। इसके साथ ही नए साल में डिजिटल पेमेंट को लेकर बड़ा बदलाव होगा। इसको लेकर अभी से ही सभी बैंक अपने-अपने ग्राहकों को जानकारी दे रहे हैं। माना जा रहा है कि डिजिटल पेमेंट के बढ़ा हुआ शुल्क मुफ्त मासिक सीमा समाप्त होने के बाद लागू हो जाएगा। कई बैंक अब 1 जनवरी 2022 से मुफ्त सीमा से अधिक एटीएम लेनदेन शुल्क दर को 20 रुपए के साथ जीएसटी शुल्क लगता था, जो अब २१ रुपए हो जाएगा।
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