भारत: 24 घंटे में कोरोना के 7,774 नए मामलें मिलें
अकांशु उपाध्याय नई दिल्ली। देश में पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 7,774 नए मामले सामने आए हैं। जिसके बाद संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3,46,90,510 हो गई तथा उपचाराधीन मरीजों की संख्या गिरकर 92,281 हो गई जो 560 दिनों में सबसे कम है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से रविवार सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, 306 और मरीजों की मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 4,75,434 हो गई।
देश में लगातार 45 दिन से संक्रमण के दैनिक मामलों की संख्या 15,000 से नीचे है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि उपचाराधीन मरीजों की संख्या गिरकर 92,281 हो गई, जो कि कुल मामलों का 0.27 फीसदी है। यह संख्या पिछले 560 दिन में सबसे कम है। वहीं, राष्ट्रीय स्तर पर मरीजों के स्वस्थ होने की दर 98.36 फीसदी है और यह मार्च, 2020 के बाद से सबसे ज्यादा है। पिछले 24 घंटे में उपचार करा रहे मरीजों की संख्या में 996 की कमी आई है।
आंकड़ों के अनुसार, दैनिक संक्रमण दर 0.65 प्रतिशत दर्ज की गयी, जो पिछले 69 दिन से दो प्रतिशत से कम है। साप्ताहिक संक्रमण दर 0.70 प्रतिशत दर्ज की गयी, जो पिछले 28 दिन से एक प्रतिशत से कम है। देश में अभी तक कुल 3,41,22,795 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं और कोविड-19 से मृत्यु दर 1.37 प्रतिशत है। राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक कोविड-19 रोधी टीकों की 132.93 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी है। देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितंबर को 40 लाख से अधिक हो गई थी।
वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर को 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे। देश में 19 दिसंबर को ये मामले एक करोड़ के पार, इस साल चार मई को दो करोड़ के पार और 23 जून को तीन करोड़ के पार चले गए थे।
पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया
अकांशु उपाध्याय नई दिल्ली। देश में पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर आम आदमी को पिछले एक महीने से राहत लगातार जारी है। तेल कंपनियों ने रविवार यानी 12 दिसंबर को भी वाहन ईंधन पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया है।
नाइट टेस्ट को रेगुलर करने की योजना बनाईं: सौरव
अकांशु उपाध्याय नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष सौरव गांगुली उन लोगों में शामिल हैं, जिन्होंने हमेशा से पिंक बॉल क्रिकेट की वकालत की है। वह 2016-17 में जब तकनीकी समिति के सदस्य थे। तब उन्होंने घरेलू क्रिकेट में भी पिंक बॉल के प्रयोग की सिफारिश की थी। गांगुली ने उसी समय डे-नाइट के मैच की वकालत की थी। गांगुली का मानना है कि डे-नाइट टेस्ट मैच से टेस्ट क्रिकेट को अधिक से अधिक दर्शक मिल सकेंगे। उन्होंने अब हर टेस्ट सीरीज में कम से कम एक टेस्ट को पिंक बॉल से खेलने पर जोर दिया है और कहा है कि बोर्ड डे-नाइट टेस्ट को रेगुलर करने की योजना बना रही है। 'न्यूज 18' से बात करते हुए गांगुली ने कहा, ''यह भविष्य है, खासकर टेस्ट क्रिकेट में। इसका सीधा सा मतलब है कि यह लोगों को एक दिन के काम के बाद खेल में वापस लाता है, क्योंकि लोगों के पास पांच दिन वाला टेस्ट मैच देखने के लिए अपने डेली रुटीन के काम से समय नहीं है।
मुझे याद है जब कोलकाता के ईडन गार्डन्स में डे-नाइट मैच हुआ था और उस समय स्टेडियम खचाखच भरा हुआ था। आप इसे ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड में देखते हैं। आप देखते हैं कि लोग से स्टैंड भरे रहते हैं। उम्मीद है कि भारत में होने वाले अगले पिंक बॉल टेस्ट भी में स्टैंड लोगों से भरे रहेंगे। मुझे लगता है कि बीसीसीआई में हर कोई ऐसा ही महसूस करता है।'' विराट कोहली की अगुवाई में भारतीय टीम ने अब तक तीन डे-नाइट टेस्ट खेले हैं, जिसमें से उसे दो में जीत और एक में हार मिली है। टीम ने सबसे पहला डे-नाइट टेस्ट ईडन गार्डन्स में खेला था, जहां टीम को बांग्लादेश के खिलाफ एक पारी और 46 रनों से जीत हासिल हुई थी। टीम ने इसके बाद अगला डे-नाइट टेस्ट ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड मैदान पर खेला और टीम यहां शर्मनाक प्रदर्शन करते हुए पहली पारी में मात्र 36 रनों पर ऑलआउट हो गई थी। टेस्ट मैच में यह टीम का अब तक का सबसे कम स्कोर भी है। टीम ने इसके बाद नरेंद्र मोदी स्टेडियम में तीसरा डे-नाइट मैच और उसे 10 विकेट से जीत लिया।
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