बुधवार, 15 दिसंबर 2021

कोरोना मृतकों की संख्या-800,000 के पार: यूएसए

कोरोना मृतकों की संख्या-800,000 के पार: यूएसए

अखिलेश पांडेय       वाशिंगटन डीसी। अमेरिका में कोविड-19 से मरने वालों की संख्या मंगलवार को 800,000 के पार पहुंच गई। इनमें 200,000 से अधिक लोगों की जान तब गई जब टीके उपलब्ध थे। जॉन्स हॉपकिन्स विश्वविद्यालय द्वारा संकलित मौतों की संख्या अटलांटा और सेंट लुइस की साझा या मिनियापोलिस और क्लीवलैंड की कुल जनसंख्या के बराबर है। अमेरिका में किसी भी देश की तुलना में मृतक संख्या सबसे अधिक है। अमेरिका में दुनिया की आबादी का लगभग 4 प्रतिशत हिस्सा है, लेकिन दो साल पहले चीन में महामारी की शुरुआत के बाद हुई मौत के 53 लाख ज्ञात मामलों के लगभग 15 प्रतिशत मामले अमेरिका से है।

माना जाता है कि अमेरिका और दुनिया भर में वास्तविक मृत्यु दर काफी अधिक है क्योंकि मौत के कई मामलों को अनदेखा या छुपाया गया था। वाशिंगटन विश्वविद्यालय के पूर्वानुमान मॉडल में एक मार्च तक अमेरिका में कुल 880,000 से अधिक मौत का अनुमान है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने अफसोस जताया कि अमेरिका में मौत के कई मामले ऐसे रहे जो हृदयविदारक रहे क्योंकि उन्हें टीके के माध्यम से रोका जा सकता था। टीके एक साल पहले दिसंबर के मध्य में उपलब्ध हो गए थे और इस साल अप्रैल के मध्य तक सभी वयस्कों के लिए इसे सुलभ कर दिया था।

लगभग 20 करोड़ अमेरिकियों या आबादी के 60 प्रतिशत से अधिक लोगों का पूर्ण टीकाकरण हो चुका है,वहीं वायरस को नियंत्रण में रखने के लिए वैज्ञानिकों का कहना है कि यह बहुत कम है।

अलोंसो को उरूग्वे का मुख्य कोच बनाया, घोषणा की

सुनील श्रीवास्तव      मोंटेवीडीयो। डिएगो अलोंसो को उरूग्वे का मुख्य कोच बनाया गया है। जो ऑस्कर तबरेज की जगह लेंगे जिन्हें पिछले महीने राष्ट्रीय टीम के दक्षिण अमेरिकी विश्व कप क्वालीफाइंग में खराब प्रदर्शन के कारण बाहर कर दिया गया था। उरूग्वे फुटबॉल महासंघ ने मंगलवार को अलोंसो को नियुक्त करने की घोषणा की। जिसमें कुछ और टिप्पणी नहीं की गयी।

अलोंसो ने जनवरी में इंटर मियामी का अपना पद छोड़ दिया था और वह कोचिंग के लिये उपलब्ध थे। उरूग्वे 10 टीम के दक्षिण अमेरिकी क्वालीफाइंग ग्रुप में सातवें स्थान पर है। शीर्ष चार टीम कतर 2022 में स्वत: स्थान हासिल कर लेंगी जबकि पांचवें स्थान की टीम विश्व कप में जगह बनाने के लिये अंतरमहाद्वीपीय प्लेऑफ में खेलेगी। चार मैच बचे हैं और उरूग्वे की टीम चौथे स्थान पर काबिज कोलंबिया से एक अंक पीछे है।

रोकथाम अधिनियम के संस्करण को पारित किया 

अखिलेश पांडेय     वाशिंगटन डीसी। अमेरिकी कांग्रेस की प्रतिनिधि सभा ने उइगर जबरन श्रम रोकथाम अधिनियम के अंतिम संस्करण को पारित कर दिया है। इस विधेयक में चीन के शिनजियांग उइगर स्वायत्त क्षेत्र में जबरन श्रम से बने सामानों के आयात पर प्रतिबंध लगाने का प्रावधान है।

प्रतिनिधि सभा ने इस विधेयक को मंगलवार रात ध्वनि मत से पारित किया। अब इस विधेयक को सीनेट में चर्चा के लिए भेजा जाएगा।
उल्लेखनीय है कि प्रतिनिधि सभा ने पिछले सप्ताह इस विधेयक को 428-1 से पारित किया था और सीनेट ने गत जुलाई महीने में इसे ध्वनि मत से पारित किया। इसी सप्ताह दोनों सदनों ने इस विधेयक के अंतिम संस्करण सहमति व्यक्त की थी।

यह कानून "शिनजियांग उइगर स्वायत्त क्षेत्र से सीधे वस्तुओं, माल, सामग्री के आयात और व्यापार को प्रतिबंधित करता है, जो उइगर, कज़ाख्स, किर्गिज़, तिब्बतियों, या चीन में अन्य सताए गए समूहों के सदस्यों द्वारा बनाये गए हैं। इसके अतिरिक्त इस विधेयक में अमेरिकी राष्ट्रपति से मुस्लिम अल्पसंख्यकों को सताने और अनैच्छिक श्रम के उपयोग की सुविधा के लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर प्रतिबंध लगाने की गुजारिश की गयी है।

कई देशों ने 'ओमिक्रोन' के मामलों की सूचना दीं 
सुनील श्रीवास्तव        वाशिंगटन डीसी। विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख टेड्रोस ने मंगलवार को कहा कि 77 से अधिक देशों ने अब ओमिक्रोन के मामलों की सूचना दी है।और वास्तविकता यह है कि ओमिक्रॉन शायद अधिकांश देशों में है, भले ही इसका अभी तक पता नहीं चला हो। पत्रकारों से बात करते हुए, टेड्रोस ने कहा कि कोरोना वायरस का ओमिक्रॉन वेरिएंट इतनी तेजी से फैल रहा है जो मैंने किसी पिछले वेरिएंट में नहीं देखा है। टेड्रोस ने चेतावनी दी कि देशों को ओमिक्रॉन को हल्के में नहीं लेना चाहिए और जोखिम कम करके नहीं आंके।

टेड्रोस ने एक प्रेस वार्ता में कहा कि हम चिंतित हैं कि लोग ओमिक्रॉन को हल्का मानकर खारिज कर रहे हैं। निश्चित रूप से, हमने अब तक सीखा है कि हम अपने जोखिम पर इस वायरस को कम आंकते हैं। भले ही ओमिक्रॉन कम गंभीर बीमारी का कारण बनता है, लेकिन मामलों की भारी संख्या एक बार फिर से तैयार स्वास्थ्य सिस्टम को प्रभावित कर सकता है। बूस्टर खुराक पर बोलते हुए, टेड्रोस ने कहा कि ओमिक्रान ने कुछ देशों को अपनी पूरी वयस्क आबादी के लिए कोविड -19 के खिलाफ बूस्टर कार्यक्रम शुरू करने के लिए प्रेरित किया है, जबकि हमारे पास इस वेरिेएंट के खिलाफ बूस्टर कितना प्रभावी है इसके सबूत नहीं हैं।

डब्ल्यूएचओ चिंतित है कि इस तरह के कार्यक्रम से कोविड वैक्सीन की जमाखोरी होगी और असमानता को बढ़ाएंगे। यह स्पष्ट है कि जैसे-जैसे हम आगे बढ़ते हैं, बूस्टर एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है, खासकर उन लोगों के लिए जो गंभीर बीमारी से मृत्यु के अधिकतम जोखिम में हैं।

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