कांग्रेस के दिग्गजों की साख दांव पर लगी हैं
अश्विनी उपाध्याय
गाजियाबाद। जनपद में सभी विधानसभा सीटों पर कांग्रेस के द्वारा विधानसभा चुनाव में अपना प्रत्याशी उतारने की पूरी तैयारी कर ली गई है। केवल प्रत्याशी उतारने की तैयारी की गई है, धरातल पर कांग्रेस के द्वारा चुनाव से संबंधित कोई भी कार्य संपूर्ण ढंग से नहीं किया गया। इसका खामियाजा कांग्रेस पार्टी के कैडर वोट को भुगतना पड़ेगा। कैडर वोट का गिरता प्रतिशत कांग्रेस पार्टी के लिए हानिकारक सिद्ध होगा। इसका सबसे बड़ा कारण है, पार्टी के द्वारा राष्ट्रीय और प्रदेश स्तर के नेतृत्व के द्वारा जिला स्तर पर गठित की गई कार्यकारिणी का चयन ठीक ढंग से नहीं किया गया है। उसकी सही ढंग से समीक्षा नहीं की गई है। जिसके कारण उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का वोट बैंक बढ़ने की उम्मीद अधिक नहीं है। यदि इसके विपरीत वोट प्रतिशत बड़ भी जाता है, उसको व्यवस्थित करने का कोई आयाम नजर नहीं आ रहा है।
आपको बताते चलें कि गाजियाबाद जिले में कांग्रेस की स्थिति बहुत खराब है। कुछ नेता हैं, जो कांग्रेस का झंडा उठाकर आगे खड़े रहते हैं और कांग्रेस का नाम जीवित रखने का प्रयास कर रहे हैं। परंतु इसके विपरीत ज्यादातर पदाधिकारी कांग्रेस का नाम और विचारधारा दोनों को प्रचारित और प्रसारित करने में असफल सिद्ध हो रहे हैं। प्रदेश में सभी प्रकोष्ठ के अध्यक्षों की नियमित रूप से समीक्षा नहीं हो पा रही है। बूथ स्तर पर केवल हंगामा है। लेकिन कोई भी कार्य नहीं हो पा रहा है। कार्यनीति और सदस्यता अभियान का अव्यवस्थित ढंग भी पार्टी के लिए नुकसान देय सिद्ध हो रहा है। ब्लॉक एवं विधानसभा स्तर पर प्रचार-प्रसार का जो कार्य होना चाहिए था, वह नहीं हो पा रहा है। बूथ स्तर पर जिला कार्यकारिणी का कार्य संतोषजनक नहीं होने के कारण जनता में कांग्रेस के प्रति सहयोग की भावना का अभाव प्रतीत किया जा रहा है।
यदि आप तथ्य को समझें और उसकी वास्तविकता को नजदीकी से समझने का प्रयास करें तो आपको यह बताने की आवश्यकता नहीं है कि कांग्रेस के जिला अध्यक्ष को जनपद के कुल मतदान केंद्रों की भी जानकारी नहीं है। लोनी विधानसभा से 5 दावेदारों में से केवल एक को यह जानकारी है कि उसकी विधानसभा में कितने मतदान केंद्र हैं।
यदि आप इसे दुर्भाग्य नहीं कहेंगे तो क्या कहेंगे?
बूथ स्तर पर किए गए कार्य की समीक्षा की जानकारी के प्रत्युत्तर में प्रदेश संगठन मंत्री, प्रदेश प्रवक्ता, महानगर अध्यक्ष, नगर अध्यक्ष, जिला अध्यक्ष एवं दावेदारों में से केवल एक-दो के द्वारा मतदान केंद्र की जानकारी रखना। इस बात की पुष्टि करता है कि वह व्यक्ति सक्रिय राजनीति और रणनीति से वाकिफ है और कार्यरत है।
हालांकि यह कार्य जिला कार्यकारिणी पर ही निर्भर करता है कि वह मतदान केंद्रों को दुरुस्त करें एवं मतदान केंद्र आधारित रणनीति तैयार करें। मतदान केंद्रों के अनुसार प्रचार-प्रसार करें। इसके बावजूद वह किसी परिणाम की इच्छा अथवा अपेक्षा कर सकेगा। यही एक सबसे बड़ा कारण है कि आज देश-प्रदेश ही नहीं बल्कि सभी स्तर पर विपक्ष पूरी तरह कमजोर हो चुका है। केवल बयानबाजी करने से राजनीतिक समर में स्वयं को स्थापित नहीं किया जाता है। अपेक्षाकृत कार्य की रूपरेखा तैयार की जाती है और उसको धरातल पर अवतरित किया जाता है, जिससे जनता का सीधा लगाव रहता है।
मुंबई: नए साल के जश्न व जमावड़े पर रोक लगाईं
कविता गर्ग
मुंबई। कोविड-19 के ओमीक्रोन स्वरूप के फैलने के मद्देनजर मुंबई पुलिस ने होटल और रेस्तरां सहित किसी भी बंद या खुली जगह में नए साल के जश्न और जमावड़े पर रोक लगा दी है। एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। पुलिस उपायुक्त (संचालन) एस चैतन्य ने बुधवार को दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 के तहत इस आशय का आदेश जारी किया।
अधिकारी ने कहा कि यह आदेश बृहस्पतिवार से सात जनवरी, 2022 तक प्रभावी रहेगा। पुलिस के आदेश में होटल, रेस्तरां, बैंक्वेट हॉल, बार, पब, आर्केस्ट्रा, रिसॉर्ट, क्लब और इमारतों की छतों सहित किसी भी बंद या खुली जगह में नए साल के समारोहों, कार्यक्रमों और जमावड़े पर रोक लगा दी गई है।
आदेश में कहा गया है कि ट्रेन, बसें और निजी कारें मौजूदा दिशा-निर्देशों और नियमों के अनुसार चल सकती हैं। आदेश में कहा गया है कि कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी और ओमीक्रोन स्वरूप के सामने आने के बाद से मुंबई में संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। इसमें कहा गया है कि प्रतिबंधात्मक आदेश मानव जीवन के लिए खतरे को रोकने, लोगों के स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए तथा वायरस के प्रसार को कम करने के लिए जारी किए गए हैं।
आदेश में कहा गया है कि नियमों का उल्लंघन करने वाला व्यक्ति भारतीय दंड संहिता की धारा 188 (लोक सेवक द्वारा जारी आदेश की अवज्ञा) के साथ-साथ महामारी कानून और आपदा प्रबंधन कानून के प्रावधानों के तहत दंड के लिए उत्तरदायी होगा। मुंबई में बुधवार को कोविड-19 के 2,510 मामले आए जो आठ मई के बाद से सर्वाधिक मामले हैं। महाराष्ट्र में बुधवार को ओमीक्रोन के 85 नए मामले आए जिससे राज्य में इस स्वरूप के कुल मामलों की संख्या 252 हो गई है।
राज्य के मंत्री आदित्य ठाकरे ने मुंबई में कोरोना वायरस के मामलों में तेज वृद्धि के मद्देनजर लोगों से अत्यधिक सावधानी बरतने का आग्रह किया और टीकाकरण करवाने और मास्क के व्यापक उपयोग पर जोर दिया। महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बुधवार को राज्य में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि पर चिंता व्यक्त करते हुए इसे ”खतरनाक” स्थिति करार दिया और कहा कि संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे।
नागालैंड की स्थिति को 'खतरनाक' करार दिया: केंद्र
कोहिमा। केंद्र ने नागालैंड की स्थिति को ‘अशांत और खतरनाक’ करार दिया तथा सशस्त्र बल (विशेषाधिकार) अधिनियम (अफस्पा) के तहत 30 दिसंबर से छह और महीने के लिए पूरे राज्य को ”अशांत क्षेत्र” घोषित कर दिया। यह कदम केंद्र सरकार द्वारा नागालैंड से विवादास्पद अफस्पा को वापस लेने की संभावना की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति के गठन के कुछ दिनों बाद उठाया गया है। अफस्पा नागालैंड में दशकों से लागू है।
गृह मंत्रालय की एक अधिसूचना में कहा गया है, ”केंद्र सरकार की राय है कि पूरे नागालैंड राज्य का क्षेत्र इतनी अशांत और खतरनाक स्थिति में है कि नागरिक प्रशासन की सहायता के लिए सशस्त्र बलों का उपयोग आवश्यक है।” अधिसूचना के अनुसार, ”इसलिए सशस्त्र बल (विशेषाधिकार) अधिनियम, 1958 (1958 की संख्या 28) की धारा तीन द्वारा प्रदत्त शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए केंद्र सरकार 30 दिसंबर, 2021 से छह महीने की अवधि के लिए पूरे नगालैंड राज्य को ‘अशांत क्षेत्र’ घोषित करती है।
गिरावट के साथ 57,793.24 पर पहुंचा 'सेंसेक्स'
कविता गर्ग मुंबई। वैश्विक बाजारों में मिले-जुले रुख और रिलायंस इंडस्ट्रीज, एसबीआई तथा आईसीआईसीआई बैंक के शेयरों के नुकसान में जाने के साथ बृहस्पतिवार को शुरुआती कारोबार में बीएसई सेंसेक्स में 13.25 अंक की गिरावट आयी। शुरुआती कारोबार में 30 शेयरों वाला सूचकांक अंक या 0.02 प्रतिशत की गिरावट के साथ 57,793.24 पर पहुंच गया।
इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 8.45 अंक या 0.05 प्रतिशत की गिरावट के साथ 17,205.15 पर कारोबार कर रहा था। सेंसेक्स में बजाज फिनसर्व को सबसे ज्यादा करीब 1.5 प्रतिशत का नुकसान हुआ। इसके बाद एम ऐंड एम, एक्सिस बैंक, सन फार्मा, एल ऐंड टी, रिलायंस, एसबीआई और आईसीआईसीआई बैंक के शेयर आते हैं। दूसरी ओर, विप्रो, पॉवर ग्रिड, डॉ. रेड्डीज, टेक महिंद्रा और टाइटन लाभ पाने वाले शेयरों में शामिल थे।
कोरोना महामारी अभी खत्म नहीं हुईं: रणदीप
अकांशु उपाध्याय नई दिल्ली। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान दिल्ली के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया ने देशवासियों को नए साल का बधाई संदेश दिया है। जिसमें कहा है कि “मैं इस मौके पर देश के सभी लोगों की खुशी, बेहतर हेल्थ और समृद्ध 2022 की कामना करता हूं।” उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे हम आगे बढ़ते हैं, हमारे लिए यह समझना जरूरी है कि कोरोना महामारी अभी खत्म नहीं हुई है।
हालांकि अच्छी बात ये है कि फिलहाल हम बेहतर स्थिति में हैं।” उन्होंने कहा कि फिलहाल कोरोना से बचने का एकमात्र और कारगर तरीका है, शारीरिक दूरी बनाना कर रखना। कोरोना का यह वेरिएंट सुपर स्प्रेडर है। इसलिए भीड़ भाड़ वाली जगहों से दूर रहें और कोविड प्रोटोकॉल का पालन करें।
चुनाव को लेकर आयोग की बैठक, प्रेस कॉन्फ्रेंस की
संदीप मिश्र लखनऊ। चुनाव आयोग ने यूपी विधानसभा चुनाव को लेकर तीन दिन की बैठक के बाद गुरुवार को लखनऊ में प्रेस कॉन्फेंस की। मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्र ने कहा, ”यूपी में वर्तमान सरकार का कार्यकाल 14 मई को समाप्त हो रहा है। मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने बताया है कि कोविड प्रोटोकॉल के तहत चुनाव कराए जाएं।
चुनाव आयोग घनी आबादी वाले पोलिंग बूथों को खुले में लाएगा, महिलाओं की सुरक्षा और बुजुर्गों की सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जाएगा। उन्होंने कहा है कि पेड न्यूज पर भी चर्चा की गई है। साथ ही यह सूचना भी दी कि 5 जनवरी को मतदाता लिस्ट जारी की जाएगी। इस बार के चुनाव में टोटल वोटर्स की संख्या 15 करोड़ के लगभग है। जिसमें 52.8 लाख नए मतदाता है। इसमें 28.86 लाख महिला मतदाता हैं। कोविड को देखते हुए चुनाव में वोटिंग का वक़्त पूरे राज्य में एक घंटा बढ़ा दिया गया है। अब 8 से 5 के बजाय मतदान 8 से 6 बजे तक होगा।
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