मंगलवार, 30 नवंबर 2021

यूपी: नगदी समेटने वाले गैंग का पर्दाफाश किया

यूपी: नगदी समेटने वाले गैंग का पर्दाफाश किया
संदीप मिश्र     
मुजफ्फरनगर। फर्जी कागजातों के आधार पर लोन स्वीकृत कराने के बाद हासिल की गई गाड़ियों को बेचकर नगदी समेटने वाले गैंग का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस द्वारा 4 लग्जरी गाड़ियां बरामद की गई है। मंगलवार को पुलिस लाइन के मनोरंजन कक्ष में आयोजित की गई प्रेसवार्ता में मीडियाकर्मियों के साथ बातचीत करते हुए एसपी सिटी अर्पित विजयवर्गीय ने बताया है कि थाना नई मंडी कोतवाली क्षेत्र के संदीप कुमार पुत्र स्वर्गीय बृजपाल सिंह एडवोकेट के आधार कार्ड एवं पैन कार्ड के फर्जी दस्तावेज बनाकर कुछ लोगों द्वारा फर्जी तरीके से 119556 रूपये का क्रेडिट कार्ड बनवाया गया एवं 1750243 रूपये का ऑटो लोन स्वीकृत कराया गया। 
ऑटो लोन पर एक टाटा हैरियर गाड़ी नटवरलालों द्वारा कंपनी से निकाली गई। संदीप कुमार को जब अपने दस्तावेजों पर लोन लिए जाने की जानकारी प्राप्त हुई तो उनके पैरों तले की जमीन खिसक गई। पीड़ित ने पुलिस को तहरीर देते हुए अपने साथ हुए घटनाक्रम की जानकारी देने के बाद इस संबंध में कार्यवाही किए जाने की मांग की। पीड़ित की सूचना पर पुलिस ने इस बड़े फर्जीवाड़े की जांच पड़ताल करते हुए अपना जाल फैलाया और पुख्ता जानकारी के बाद शहर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला रामपुरी निवासी अंकुश त्यागी पुत्र मुकेश त्यागी, शहर कोतवाली क्षेत्र के रुड़की रोड एकता विहार निवासी आलोक त्यागी पुत्र विजेंद्र त्यागी, नई मंडी कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला गांधी कॉलोनी निवासी संदीप कुमार पुत्र जय भगवान और सुधीर कुमार पुत्र रामपाल सिंह को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ किए जाने पर पता चला कि जालसाजों द्वारा पिछले पांच छह महीने के भीतर फर्जीवाड़ा करते हुए तकरीबन 70 लाख रुपए की गाड़ियां लोगों के फर्जी कागजातों के आधार पर लोन स्वीकृत कराते हुए निकाली गई है। पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर विभिन्न कंपनियों की चार लग्जरी गाड़ियों के अलावा 1700 रूपये भी आरोपियों के पास से बरामद किए हैं। एसपी सिटी ने बताया है कि पकड़े गए लोग फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड एवं फोटो बनाकर बैंक में कागज जमा करने के बाद लोन पास कराकर कंपनी से गाड़ी खरीद लेते हैं। अभी तक पकड़े गए लोग तकरीबन 15 गाड़ियों के फर्जी लोन स्वीकृत करा चुके हैं। एक गाड़ी को खरीदने के लिए आरोपी वाहन की कीमत का 20 प्रतिशत बैंक में जमा कराते हैं। 
जिसमें फर्जी पता होने के कारण बैंक उसे ट्रेस नहीं कर पाता है। पकड़े गए गैंग में एक फाइनेंसर होता है और दो-तीन लोग मिलकर फर्जी कागजात तैयार करते हैं और उनके ऊपर फर्जी फोटो लगा देते हैं। गैंग के सदस्यों की बैंक कर्मियों के साथ भी मिलीभगत होती है। खरीदी हुई गाड़ी को बेचने के बाद प्राप्त हुई रकम को आपस में बांट लेते हैं। पुलिस ने पकड़े गए लोगों के खिलाफ लिखा पढ़ी करने के बाद जेल भेज दिया है।

अनाथ आश्रम में रह रहीं किशोरी से रेप, गर्भवती
पंकज कपूर     
देहरादून। अनाथ आश्रम में रह रहीं किशोरी से दुष्कर्म किया गया हैं। इस मामले का उस समय पता चला जब बीमार होने पर की गई जांच में दुष्कर्म का शिकार हुई किशोरी के गर्भवती होने की बात सामने आई। किशोरी का चिकित्सीय परीक्षण कराने के बाद अदालत के सम्मुख किशोरी के बयान कराए गए हैं। इसके बाद आरोपी के खिलाफ कार्यवाही किए जाने की तैयारियां शुरू कर दी गई है। 
अनाथ आश्रम में रह रही एक किशोरी की कुछ दिन पहले तबीयत खराब हो गई थी। अनाथ आश्रम की वार्डन को जब किशोरी के बीमार होने की जानकारी मिली तो उसने किशोरी के पास पहुंचकर उसके शरीर के हाव-भाव देखें, जिसके चलते उत्पन्न हुई आशंका की वजह से किशोरी की प्रेगनेंसी टेस्ट किट पर जांच की गई। जिसमें पता चला कि वह गर्भवती है। यह मामला सामने आने के बाद जब किशोरी से पूछताछ की गई तो उसने एक किशोर का नाम बताया और कहा कि किशोर के साथ उसका पिछले काफी समय से प्रेम प्रसंग चल रहा था। इसी दौरान किशोर ने उसके साथ दुष्कर्म की वारदात अंजाम दे दी। रविवार की देर शाम आश्रम के प्रधान की ओर से किशोर के खिलाफ पुलिस को तहरीर दी गई। शहर कोतवाल कैलाश चंद्र भट्ट ने बताया है कि आश्रम के प्रधान की तहरीर के आधार पर आरोपी के खिलाफ दुष्कर्म और पोक्सो अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। 
किशोरी का चिकित्सीय परीक्षण कराया गया है। जिसमें पता चला है कि किशोरी तकरीबन 5 माह की गर्भवती है। पुलिस के समक्ष किशोरी के बयान दर्ज कर लिए गए हैं, जिसमें किशोरी की ओर से किशोर का नाम बताया गया है। मंगलवार को किशोरी के पुलिस द्वारा मजिस्ट्रेट ही बयान दर्ज कराए गए हैं। अब किशोर के खिलाफ कार्यवाही किए जाने की तैयारी चल रही है।

मेरठ: आतिशबाजी चलाने को लेकर हंगामा हुआ

सतेंद्र पंवार            मेरठ। उत्तर प्रदेश के मेरठ में सोमवार देर रात दो रिजॉर्ट के बारातियों में आतिशबाजी चलाने को लेकर जमकर हंगामा हुआ। मारपीट के साथ तोड़फोड़ भी की गई। बात इतनी बड़ गई कि हंगामे के बीच एक व्यक्ति ने रिवाल्वर भी निकाल ली। छीना-झपटी में गोली चली और उसके पेट में लग गई। आनन फानन में युवक को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार भी किया है। दरअसल, कंकरखेड़ा के सैनिक विहार में रहने वाले विशाल पुंडीर की शादी सरधना थाना कपसाड़ गांव की रहने वाली युवती से तय हुई थी। सोमवार को दिल्ली-देहरादून बाईपास पर स्थित कोसा रिजार्ट में शादी का कार्यक्रम चल रहा था। बारती दनादन आतिशबाजी चला रहे थे। आतिशबाजी चलाते हुए वह बराबर के दूसरे रिजार्ट ग्रांड ड्रीम्स में पहुंच गए।

इस रिजार्टमें कनाडा में नौकरी करने वाले मेरठ के युवक की शादी थी। लड़की वाले दिल्ली से आए थे। ग्रांड ड्रीम्स के गार्डों ने वहां पर अतिशबाजी को मना किया तो कोसा रिजार्ट के बाराती बिफर गए। उन्होंने गार्डों की पिटाई कर दी। हंगामा देख कोसा रिजॉर्ट के गार्ड पहुंचे तो उन्हें भी पीट दिया गया। आरोप है कि गार्डों से पिटाई के बाद कोसा रिजॉर्ट के बाराती ड्रीम्स रिजार्ट में घुस गए और तोड़फोड़ करने लगे। हंगामा देख सभी बाराती सहम गए। इसी बीच अचानक से फायरिंग की आवाज आई। जिसके बाद मामला और बिगड़ गया। गोली की आवाज के बाद कपसाड़ निवासी रिटायर्ड फौजी राधे सिंह बीच बचाव कराने ड्रीम्स रिजार्ट में पहुंचे तो विरोध के बीच उन्होंने अपनी रिवाल्वर निकाल ली।

इसी बीच छीना-झपटी में गोली चल गई और राधे सिंह के ही पेट में लग गई। आनन फानन में उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। ममाले में पुलिस ने ड्रीम्स रिजार्ट के संचालक विपिन चौधरी की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर कोसा के तीन बरातियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

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