घोषणा: न्यूजीलैंड ने कुछ देशों को सूची से हटाया
अखिलेश पांडेय
वेलिंगटन। न्यूजीलैंड आगामी महीनों में अपनी सीमाएं फिर से खोलेगा। सरकार ने बुधवार को इसकी घोषणा करते हुए जनवरी से, विस्थापित निवासियों की वापसी और अप्रैल से पर्यटकों के आने की मंजूरी दे दी है। न्यूजीलैंड इसके साथ ही इंडोनेशिया, भारत और ब्राजील समेत कुछ देशों को अत्यधिक जोखिम वाले देशों की सूची से हटा रहा है। जिससे इन देशों से लोग न्यूजीलैंड आ सकेंगे।
कोविड-19 महामारी फैलने पर इस दक्षिण प्रशांत देश ने कड़े सीमा प्रतिबंध लगाए थे, पर्यटकों के प्रवेश पर रोक लगा दी थी और देश लौटने वाले निवासियों के लिए सेना द्वारा संचालित किसी पृथक वास केंद्र में दो हफ्ते बिताने को अनिवार्य कर दिया था। महामारी के पहले 18 महीनों में सीमा प्रतिबंध न्यूजीलैंड को कोरोना वायरस से मुक्त बनाने के लिए अहम माने गए।
कोविड-19 प्रतिक्रिया मंत्री क्रिस हिप्किन्स ने कहा कि सरकार ने न्यूजीलैंड वासियों को महामारी में सुरक्षित रखने के लिए मुश्किल फैसले लिए। उन्होंने कहा, ”हमने माना कि यह बहुत मुश्किल रहा। परिवारों को अलग कर दिया गया। लोगों को ऐसे स्थानों पर रहना पड़ा जहां वह लंबे समय तक नहीं रहना चाहेंगे। हम इस बात से भली भांति परिचित हैं कि इन पाबंदियां का लोगों के जीवन और उनकी आजीविका पर क्या असर पड़ा है।”
सरकार की योजना के तहत देश में आने वाले सभी यात्रियों को अब भी कम से कम सात दिनों के लिए खुद को पृथक रखना होगा। कोविड-19 रोधी टीके की पूरी खुराक ले चुके न्यूजीलैंड के लोग 16 जनवरी से पृथक-वास किए बिना ऑस्ट्रेलिया से लौट सकेंगे और 13 फरवरी के बाद अन्य देशों से लौट सकेंगे। पर्यटकों तथा अन्य यात्रियों के लिए 30 अप्रैल से देश में प्रवेश के दरवाजे अलग-अलग चरणों में खोले जाएंगे।
4,100 शरणार्थियों के पुनर्वास की सीमा बढ़ाईं
सुनील श्रीवास्तव
वाशिंगटन डीसी। अमेरिका में संघीय अधिकारियों ने तकरीबन 4,100 अफगान शरणार्थियों के पुनर्वास की समयसीमा बढ़ा दी है। ये अफगान शरणार्थी ‘इंडियाना नेशनल गार्ड’ के ‘कैम्प एटरबरी’ प्रशिक्षण चौकी पहुंचने के दो महीने से अधिक समय बाद भी वहीं रह रहे हैं। गृह सुरक्षा विभाग के अभियान ‘एलीज वेलकम’ के संयोजक आरोन बट ने कहा कि एजेंसी के सीमित पुनर्वास संसाधन और कोरोना वायरस महामारी के कारण पुनर्वास के प्रयासों में देरी हुई है।
अधिकारियों ने बताया कि उनका लक्ष्य नवंबर की शुरुआत तक शरणार्थियों को स्थायी रूप से बसाने का था। अब इस साल के अंत तक बाकी बचे सभी शरणार्थियों को बसाने का नया लक्ष्य तय किया गया है। हालांकि, बट ने कहा कि छुट्टियों और सर्दियों के कारण यह समयसीमा 2022 की शुरुआत तक बढ़ सकती है।
इंडियानापोलिस से करीब 40 किलोमीटर दूर कैम्प एटरबरी अमेरिका में उन आठ स्थानों में से एक है जिसका इस्तेमाल रक्षा विभाग अफगानिस्तान के विशेष आव्रजक वीजा आवेदक, उनके परिवार और अन्य अफगान कर्मियों को रखने में कर रहा है। बट ने बताया कि अभी तक करीब 250 अफगान नागरिक इंडियाना में बस गए हैं।
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