मित्सोताकिस पर ‘झूठ’ बोलने का आरोप लगाया
अखिलेश पांडेय
अंकारा। तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने गुरुवार को यूनान के प्रधानमंत्री किरियाकोस मित्सोताकिस पर ‘झूठ’ बोलने का आरोप लगाते हुए कहा कि शरणार्थी संकट के लिए तुर्की को दोष देना ‘वास्तविक कृतघ्नता’ है। एर्दोगन ने हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ओरबान के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि यह कहना वास्तव में कृतघ्नता है कि शरणार्थी संकट तुर्की के कारण है।
एर्दोगन ने कहा कि वह यूनान है जो शरणार्थियों को उनकी मौत के लिए भूमध्यसागर और एजियन सागर में धकेलता है। मित्सोताकिस ने मंगलवार को कहा था कि यूनान ने तुर्की से आने वाली नौकाओं को रोका लेकिन इस दावे से इंकार किया कि उनकी सरकार ने शरणार्थियों को पीछे धकेला है।
उन्होंने कहा कि तो यूनान को दोष देने के बजाय, आपको इसका आरोप उन लोगों पर को देना चाहिए जो व्यवस्थित रूप से प्रवासन में सहायक रहे हैं।” पोलैंड और फिर जर्मनी में शरण लेने के लिए हजारों शरणार्थी बेलारूस से सटी सीमा पर जमा हो रहे हैं। तुर्की के विदेश मंत्री मेवलुत कावुसोग्लू ने बुधवार को इस मुद्दे पर पोलैंड के अपने समकक्ष जबिग्न्यू राऊ के साथ फोन पर चर्चा की।
ऑनलाइन संरक्षण के लिए वैश्विक आह्वान किया
सुनील श्रीवास्तव
पेरिस। पेरिस में हुए सम्मेलन ‘पेरिस पीस फोरम’ में इंस्टाग्राम, फेसबुक, ट्विटर और स्नैपचैट जैसे सोशल मीडिया ऐप और इंटरनेट क्षेत्र की बड़ी कंपनियों समेत कुछ विश्व नेताओं ने बच्चों के बेहतर ऑनलाइन संरक्षण के लिए वैश्विक आह्वान किया है। आंरभ में यह आह्वान फ्रांस और संयुक्त राष्ट्र की बच्चों के संरक्षण से जुड़ी एजेंसी यूनिसेफ ने किया था।
इसमें कहा गया कि डिजिटल माहौल में, बच्चों के समक्ष नुकसानदायक और हिंसक सामग्री, हेरफेर की गई सूचना आ सकती है। वयस्कों की तरह ही बच्चों को भी निजता का अधिकार है जिसका सम्मान किया जाना चाहिए। इसमें, तकनीक के कारण जो खतरे बढ़े हैं उनकी जानकारी दी गई है जिनमें साइबर धमकी, यौन उत्पीड़न, देह व्यापार, मानव तस्करी, यौन और लैंगिक हिंसा या ऑनलाइन माध्यम से हिंसक तरीके से कट्टरपंथ फैलाना शामिल है।
इस आह्वान पर अमेजन, गूगल और यूट्यूब, फेसबुक और इंस्टाग्राम की मूल कंपनी मेटा, माइक्रोसॉफ्ट, स्नेपचैट और ट्विटर ने हस्ताक्षर किए हैं। गुरूवार से शुरू हुई ‘पेरिस पीस फोरम’ प्रत्यक्ष और डिजिटल दोनों ही तरीके से आयोजित हो रही है।
इसमें 30 राष्ट्र या शासन प्रमुख और अमेरिकी उप राष्ट्रपति कमला हैरिस शामिल हो रहे हैं। इसमें जलवायु, कोविड-19 और डिजिटल रूपांतरण जैसे वैश्विक मुद्दों पर चर्चा होगी। बाल अधिकारों के पैरोकार इंटरनेट कंपनियों से बच्चों की रक्षा के लिए कदम उठाने की लंबे समय से मांग कर रहे हैं।
स्टेला मोरिस से शादी करने की अनुमति मिलीं
अखिलेश पांडेय
लंदन। ब्रिटेन की जेल में बंद विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे को अपनी मंगेतर स्टेला मोरिस से शादी करने की अनुमति मिल गयी है। असांजे और मोरिस ने ब्रिटेन के न्याय मंत्री डॉमिनिक राब और बेलमर्श जेल के प्रमुख पर उन्हें शादी करने से रोकने का आरोप लगाकर उन दोनों के खिलाफ पिछले सप्ताह मुकदमा दायर किया। इसके बाद युगल को शादी करने की इजाजत दे दी गयी। असांजे वर्तमान में बेलमर्श जेल में बंद हैं।
द गार्जियन अखबार के मुताबिक, शादी का समारोह बेलमर्श जेल में ही होगा। द सन अखबार ने बताया कि शादी दिसंबर में हो सकती है और इसमें कई मेहमान शामिल होंगे, जो बेलमर्श में जेल में बंद हैं। असांजे और मॉरिस की सगाई को पांच साल हो गये हैं और उनके दो बच्चे हैं। उन्होंने मई में शादी का इंतजाम करने में मदद मांगी थी।
विकीलीक्स के संस्थापक को जमानत मिलने के बाद फरार होने के लिए 11 अप्रैल, 2019 को लंदन में गिरफ्तार किया गया था और 2012 में 50 सप्ताह की जेल की सजा सुनायी गयी थी। उन्होंने स्वीडन में प्रत्यर्पण से बचने के लिए ब्रिटेन की राजधानी में इक्वाडोर के दूतावास के अंदर शरण ली।
असांजे पर स्वीडन में यौन उत्पीड़न के आरोप लगाये गये थे, जिसे बाद में वहां की अदालत ने हटा लिया था। गौरतलब है कि विकिलीक्स द्वारा इराक और अफगानिस्तान में अमेरिकी सैनिकों द्वारा किये गये युद्ध अपराधों पर प्रकाश डालने वाले हजारों वर्गीकृत दस्तावेज प्रकाशित करने के बाद असांजे जासूसी के आरोपों में अमेरिका में वांछित हैं। यदि उनके खिलाफ अमेरिका में मुकदमा चलाया जाता और दोषी ठहराया जाता तो उन्हें 175 साल तक की कैद का सामना करना पड़ता।
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